चुनाव से पहले, दक्षिण अफ्ऱीका के रंगभेद काल के झंडे के इस्तेमाल के मसले को हल करने के लिए नए केस

आज, बोर्ड विचार करने के लिए नए केसेज़ की घोषणा कर रहा है। इसके तहत हम लोगों और संगठनों को, नीचे दिए गए बटन का उपयोग करके पब्लिक कमेंट सबमिट करने के लिए आमंत्रित करते हैं।

केस चयन

चूँकि हम हर अपील की सुनवाई नहीं कर सकते हैं, इसलिए बोर्ड उन केसेज़ को प्राथमिकता देता है जो दुनिया भर के बहुत से यूज़र को प्रभावित करने की संभावना रखते हैं, जो सार्वजनिक चर्चा के लिए विशिष्ट महत्व रखता है या जो Meta की नीतियों के बारे में महत्वपूर्ण प्रश्न उठाते हैं।

आज हम जिन केसेज़ की घोषणा कर रहे हैं वे हैं:

दक्षिण अफ्ऱीका के रंगभेद काल के झंडे को प्रदर्शित करने वाली पोस्ट

2025-001-FB-UA, 2025-002-FB-UA

यूज़र, कंटेंट हटाने की अपील करते हैं

नीचे दिए गए बटन का उपयोग करके पब्लिक कमेंट सबमिट करें

Facebook के ये दोनों केस, Meta द्वारा किए गए कॉन्टेंट से संबंधित फैसले से जुड़े हैं, जिन्हें ओवरसाइट बोर्ड एक साथ हल करने का इरादा रखता है।

मई 2024 में, Facebook के दो यूज़र ने अलग-अलग तस्वीरें पोस्ट की, जिनमें दक्षिण अफ्ऱीका का पूर्व राष्ट्रीय झंडा दिख रहा है। देश के नस्लीय पृथकतावादी रंगभेद सिस्टम से जुड़े इस झंडे को 1994 में हटाकर, इसकी जगह नया राष्ट्रीय झंडा अपनाया गया। ये दोनों Facebook पोस्ट, 29 मई, 2024 को दक्षिण अफ्ऱीका के आम चुनाव से पहले शेयर किए गए थे, जिस दौरान आव्रजन (इमिग्रेशन), असमानताएँ और बेरोजगारी प्रमुख मुद्दा थी।

पहली पोस्ट में दिखाया गया है कि एक सैनिक, 1994 से पूर्व के झंडे लिए चल रहा है। रंगभेद काल (1948-1994) के दौरान ली गई प्रतीत होती इस तस्वीर के साथ एक कैप्शन भी है, जो अन्य लोगों को प्रोत्साहित करता है कि अगर उन्होंने “इस झंडे के अंतर्गत अपनी सेवा दी है” तो इस पोस्ट को शेयर करें। इस कंटेंट को 500,000 से अधिक बार देखा गया और 5,000 से अधिक बार शेयर किया गया। इस पोस्ट पर अनेक कमेंट प्राप्त हुईं, जिनमें से कई में सुझाव दिया गया कि रंगभेद के दौरान दक्षिण अफ्ऱीका एक सुरक्षित देश था, जबकि अन्य में उस काल के दौरान लोगों द्वारा अनुभव की गई पीड़ा की बात पर जोर दिया गया है। जब बोर्ड ने इस केस का चयन किया, तीन यूज़र्स ने Meta को सूचित किया कि यह नफ़रत फैलाने वाली भाषा और हिंसा का कंटेंट है। मानवीय रिव्यू के पश्चात, कंटेंट को गैर-उल्लंघनकारी पाया गया और Facebook पर बरकरार रखा गया।

दूसरी पोस्ट में, पुराने समय की कई तस्वीरें हैं, जिनमें देश का पूर्व झंडा, समुद्र तट वाले थीम पार्क की एक पुरानी तस्वीर, कैंडी सिगरेट का एक पैकेट, एक खिलौना बंदूक और आइसक्रीम की साइकिल-गाड़ी पर एक अश्वेत व्यक्ति, जिसके बगल में श्वेत बच्चे हैं, शामिल हैं। कैप्शन में, पुराने समय के प्रति प्रेम भाव व्यक्त किया गया है और दर्शकों से “शब्दों के गूढ़ अर्थ पढ़ने” के लिए कहा गया है, जिसके बाद एक पलक झपकाता चेहरा और एक “ओके” हैंड इमोजी है। हालाँकि अधिकांश मौकों पर ओके हैंड इमोजी का उपयोग लोग अपनी स्वीकृति दर्शाने या किसी बात से सहमत होने के लिए करते हैं, लेकिन कुछ लोगों द्वारा इस प्रतीक को श्वेत वर्चस्व की अभिव्यक्ति के रूप में भी अपनाया गया है। इस पोस्ट को 20 लाख से अधिक बार देखा गया और एक हजार से ज्यादा बार शेयर किया गया। अनेक यूज़र्स ने पोस्ट पर अपने कमेंट में, रंगभेद के समय की कानून और व्यवस्था और लोगों के जीवन को सकारात्मक बताया है। अन्य कमेंट में उल्लेख किया गया है कि वह सभी के लिए अच्छा समय नहीं था। पोस्ट करने के एक सप्ताह के भीतर, 184 यूज़र्स ने कंटेंट की शिकायत की, जिनमें से अधिकतर इसकी नफ़रत फैलाने वाली भाषा को लेकर थीं। कुछ शिकायतों को मानव रिव्यूअर द्वारा रिव्यू किया गया, जिन्होंने तय किया कि कंटेंट, कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन नहीं करता। शेष शिकायतों को स्वचालित सिस्टम और पूर्व मानवीय रिव्यू निर्णयों के संयोजन के साथ प्रोसेस किया गया। कंटेंट को प्लेटफ़ॉर्म पर बरकरार रखा गया।

जब बोर्ड ने इस कंटेंट का चयन किया, तो Meta के पॉलिसी विषय विशेषज्ञों ने दोनों पोस्ट को पुन: रिव्यू किया और कंपनी ने पुष्टि की कि दोनों कंटेंट को Facebook पर बनाए रखने का उसका मूल निर्णय सही था।

बोर्ड को दिए गए अपने बयान में, पहली पोस्ट की शिकायत करने वाले यूज़र ने कहा कि दक्षिण अफ्ऱीका का पूर्व का झंडा, जर्मन के नाज़ी झंडे से मिलता-जुलता है और इसे “बेशर्मी से प्रदर्शित करने” का अर्थ “हिंसा भड़काना” है, क्योंकि देश अभी भी “मानवता विरोधी इस अपराध [रंगभेद]” के प्रभाव से उबर रहा है। यूज़र ने यह भी कहा कि चुनाव के दौरान ऐसी तस्वीरें साझा करने से नस्लीय घृणा को बढ़ावा मिल सकता है और लोगों की जान को खतरा हो सकता है। इसी तरह, दूसरी पोस्ट की शिकायत करने वाले यूज़र ने बताया कि "पोस्ट का संदर्भ यह बताता है कि" रंगभेद दक्षिण अफ्ऱीकियों के लिए एक "बेहतर समय" था और यह भी कि झंडे का इस तरह से उपयोग करना अवैध है। यूज़र ने इस बात पर भी बल दिया कि किस प्रकार यह झंडा, दमन का प्रतिनिधित्व करता है।

बोर्ड ने इन केसेज़ का चयन प्रतीकों के उपयोग समेत घृणास्पद या नस्लीय वर्चस्ववादी विचारधाराओं के महिमामंडन या प्रशंसा, खास तौर पर चुनाव से पहले, किए जाने के मसले को हल करने के लिए किया। ऐसा कंटेंट सार्वजनिक हित में महत्वपूर्ण हो सकता है, जैसे किसी मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाना या उसकी निंदा करना, लेकिन इसका उपयोग नस्लीय भेदभाव या हिंसा को महिमामंडित करने या भड़काने के लिए भी किया जा सकता है। ये केसेज़, इस मसले पर Meta के वर्तमान दृष्टिकोण का मूल्यांकन करने का अवसर देते हैं, जो कि चुनाव और नागरिक स्थान तथा नफ़रत फैलाने वाली भाषा से संबंधित बोर्ड की कार्यनीतिक प्राथमिकताओं के अंतर्गत आते हैं।

बोर्ड उन पब्लिक कमेंट की सराहना करेगा, जो इनको संबोधित करते हैं:  

  • दक्षिण अफ्ऱीका के सामाजिक-राजनीतिक संदर्भ में, विशेष रूप से रंगभेद और नस्लीय असमानता के आसपास सार्वजनिक और राजनीतिक विमर्श की प्रकृति, जिसमें 2024 के चुनावों से पहले की स्थिति, 1994 से रंगभेदी झंडे के प्रदर्शन का प्रभाव तथा सामाजिक और राजनीतिक जीवन में वर्चस्ववादी और रंगभेद-समर्थक समूहों की भूमिका शामिल है।
  • ऑनलाइन प्रतीकों का कोडित उपयोग, जैसे कि ‘ओके’ वाला हैंड इमोजी और दक्षिण अफ्ऱीका और/या विश्व स्तर पर सोशल मीडिया पर श्वेत वर्चस्ववादी समूहों द्वारा अपनाए गए अन्य प्रतीक।
  • संरक्षित विशेषताओं वाले समूहों के विरुद्ध संभावित अंतर्निहित हमलों से संबंधित विजुअल कंटेंट को नियंत्रित करने के दृष्टिकोण, विशेष रूप से ऐसे संदर्भों में, जहां नस्लीय अलगाव का इतिहास रहा है।
  • घृणास्पद प्रतीकों को बड़े पैमाने पर हटाने के अत्यधिक एन्फ़ोर्समेंट के जोखिम, साथ ही डिजिटल उपकरणों (हटाने और जियोब्लॉकिंग से परे) के बीच कम से कम दखल देने वाले साधनों का विश्लेषण, जो घृणास्पद प्रतीकों का समाधान करने के लिए कंटेंट मॉडरेशन में उपलब्ध हैं।

अपने फैसले के हिस्से के रूप में, बोर्ड Meta को नीतिगत सुझाव जारी कर सकता है। हालाँकि ये सुझाव गैर-बाध्यकारी हैं, Meta को 60 दिनों के भीतर उन पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए. इस प्रकार, बोर्ड इन केस के लिए प्रासंगिक सुझावों का प्रस्ताव करने वाले पब्लिक कमेंट का स्वागत करता है.

पब्लिक कमेंट

अगर आपको या आपके संगठन को लगता है कि आप अहम दृष्टिकोण में अपना योगदान दे सकते हैं, जो हमारी आज घोषित केस पर फ़ैसले तक पहुंचने में मदद कर सकता है, तो आप नीचे के बटन का उपयोग करके, अपना योगदान सबमिट कर सकते/सकती हैं। कृपया ध्यान दें कि पब्लिक कमेंट बिना किसी नाम के सबमिट की जा सकती हैं। पब्लिक कमेंट विंडो 14 दिनों के लिए खुली है, जो मंगलवार 22 अक्टूबर को प्रशांत मानक समय (PST) 23:59 बजे बंद होगी।

आगे क्या होगा

अगले कुछ हफ़्तों में, बोर्ड मेंबर इन केसेज़ पर विचार-विमर्श करेंगे। जब वे अपने निर्णय पर पहुंच जाएंगे, तो हम इसे निर्णय पेज पर पोस्ट करेंगे।

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