पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के बारे में Meta की अनाउंसमेंट को लेकर ओवरसाइट बोर्ड का रेस्पॉन्स

आज Meta ने बोर्ड के एक केस रिव्यू के बाद, इस बारे में एक महत्वपूर्ण अनाउंसमेंट किया कि कंपनी 7 जनवरी, 2021 को लिए गए अपने फ़ैसले में सही थी या नहीं, जिसमें तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप की अपने Facebook पेज और Instagram अकाउंट पर कंटेंट पोस्ट करने की एक्सेस पर प्रतिबंध लगाया गया था.

बोर्ड ने अपने फ़ैसले में, “मिस्टर ट्रंप के Facebook और Insagtram पोस्ट और प्लेटफ़ॉर्म के बाहर के कमेंट का आकलन किया.” बोर्ड इस बात पर सहमत है कि मिस्टर ट्रंप ने उस समय कैपिटॉल में दंगा करने वाले लोगों की प्रशंसा करके प्लेटफ़ॉर्म की पॉलिसी का उल्लंघन किया, लेकिन यह निष्कर्ष निकाला कि "असीमित" समय के लिए सस्पेंशन करना नियमों के खिलाफ़ था और उसे बदला जाना चाहिए. बोर्ड के फ़ैसले के जवाब में 5 मई, 2021 को, Meta ने कहा कि वह दो साल का सस्पेंशन लागू करेगा और इस बात का आकलन करेगा कि “लोगों की सुरक्षा का खतरा हटा या नहीं.” आज Meta ने अनाउंस किया कि अब खतरे की कोई बात नहीं.

इस महीने की शुरुआत में Meta ने बोर्ड के लीडर्स को अपडेटेड फ़ैसला लेने में अपनाई गई प्रोसेस के बारे में बताया. कल Meta ने हमें बताया कि फ़ैसला हो गया है और मिस्टर ट्रंप का अकाउंट फिर से बहाल किया जाएगा. आज Meta के सभी प्लेटफ़ॉर्म पर मिस्टर ट्रंप के अकाउंट को बहाल करने का फ़ैसला Meta ने खुद लिया — इस फ़ैसले में बोर्ड का कोई रोल नहीं था.

Meta ने कई तरह के उल्लंघनों के लिए ज़रूरी और उचित दंड लागू करने में काफ़ी प्रगति की है. साथ ही, बोर्ड ने ध्यान दिया कि Meta ने और भी तरह के उपाय किए हैं ताकि ऐसा कंटेंट जो कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन तो नहीं करता लेकिन उससे वास्तविक दुनिया में नुकसान का खतरा हो सकता है, उसके वितरण को सीमित किया जा सके. बोर्ड ने Meta को इन उपायों का उपयोग करते समय पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने के लिए कहा.

बोर्ड ने इस बात को सराहा कि Meta ने संकट के समय पॉलिसी के तहत लिए जाने वाले एक्शन में सुधार करने के लिए पॉलिसी के लिए क्राइसिस प्रोटोकॉल बनाने और मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में आकलन करने के लिए बोर्ड के सुझाव को माना. हालाँकि, बोर्ड ने Meta से अपने आकलन के बारे में और जानकारी देने के लिए कहा ताकि इस केस में बोर्ड के फ़ैसले और सुझावों के लागू होने का रिव्यू किया जा सके, जिससे नागरिक आंदोलन के संदर्भ में सार्वजनिक हस्तियों द्वारा अलग-अलग तरह के उल्लंघनों को परिभाषित किया जा सके और ऐसा तरीका निकाला जा सके जिससे ऐसी स्थिति में सार्वजनिक हस्तियों पर पॉलिसी का क्राइसिस प्रोटोकॉल लागू हो. वैसे Meta ने आज पॉलिसी और “गार्डरेल” के बारे में जो जानकारी विस्तार से दी है वे महत्वपूर्ण हैं और बोर्ड ने ध्यान दिया कि इनमें से कई मूल रूप से 2021 में बोर्ड के सुझावों के जवाब में अनाउंस की गई थीं.

सभी फ़ैसलों में दिए गए बोर्ड के सुझावों को Meta द्वारा लागू करने का ट्रैक रखने के बोर्ड के जारी काम के हिस्से के रूप में, बोर्ड आगामी तिमाही पारदर्शिता रिपोर्ट में विस्तार से इस केस का एक एनालिसिस प्रकाशित करेगा. Meta द्वारा अमेरिका के बाहर नागरिक आंदोलन के दौरान सार्वजनिक हस्तियों पर पॉलिसी लागू किए जाने की भी बोर्ड निगरानी करता रहेगा.

Meta का आज का फ़ैसला, सोशल मीडिया पर राजनेताओं द्वारा नुकसानदेह कंटेंट पोस्ट किए जाने के समाधान की चर्चा में बहुत महत्वपूर्ण पल है. जैसा कि Meta ने लिखा है, ऑनलाइन कौन-से कंटेट की परमिशन दी जाए, इसकी सीमा तय करने के बारे में दोनों तरफ़ तर्क मौजूद हैं. सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति से जुड़े फ़ैसलों की निष्पक्ष निगरानी के लिए ही बोर्ड की स्थापना की गई — ताकि यह पक्का हो जाए कि कंपनियाँ पारदर्शिता और ज़िम्मेदारी के साथ काम करें.

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