ओवरसाइट बोर्ड ने Facebook के फ़ैसले को बदला: केस 2020-005-FB-UA
28 जनवरी 2021
ओवरसाइट बोर्ड ने Facebook के उस पोस्ट को हटाने के फ़ैसले को बदल दिया है जिसके लिए कंपनी का दावा है कि इसमें खतरनाक लोग और संगठन से संबंधित उनके कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन हुआ था. बोर्ड ने पाया कि यूज़र को इन नियमों के बारे में पर्याप्त मात्रा में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई थी.
केस की जानकारी
अक्टूबर 2020 में, एक यूज़र ने उद्धरण पोस्ट किया था, जिसमें नाज़ी जर्मनी में प्रोपगेंडा के रीश मिनिस्टर जोसेफ़ गोएबल्स को गलत ढंग से संबंधित बताया गया था. अंग्रेज़ी के इस उद्धरण में दावा किया गया कि बुद्धिजीवियों से अपील करने के बजाय, तर्कों में भावनाओं और प्रवृत्ति की अपील की जानी चाहिए. इसमें कहा गया कि सत्य कोई मायने नहीं रखता है और यह रणनीति तथा मनोवृति पर आश्रित है. पोस्ट में जोसेफ़ गोएबल्स या नाज़ी प्रतीकों की कोई फ़ोटो नहीं थी. बोर्ड को दिए अपने बयान में यूज़र ने कहा कि उनका इरादा उद्धरण में निहित भावना और डोनाल्ड ट्रम्प की अध्यक्षता के बीच तुलना करना था.
यूज़र ने दो साल पहले कंटेंट को पहली बार पोस्ट किया था और उन्हें Facebook के "मेमोरी" फ़ंक्शन से इसे फिर से शेयर करने का संकेत मिला था, जिससे यूज़र यह देख सकते हैं कि उन्होंने पिछले साल में किसी विशिष्ट दिन क्या पोस्ट किया था और यहाँ उन्हें पोस्ट को फिर से शेयर करने का विकल्प भी मिलता है.
Facebook ने खतरनाक लोग और संगठन से संबंधित अपने कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन करने के कारण पोस्ट को हटा दिया.
मुख्य निष्कर्ष
बोर्ड को दिए गए अपने जवाब में Facebook ने कन्फ़र्म किया कि कंपनी की खतरनाक लोगों की सूची में जोसेफ़ गोएबल्स का नाम है. Facebook ने दावा किया कि जिन पोस्ट में किसी खतरनाक व्यक्ति से संबंधित उद्धरण शेयर किए जाते हैं, उन्हें उस व्यक्ति के प्रति समर्थन व्यक्त करना माना जाता है, जब तक कि यूज़र अपने इरादे को स्पष्ट करने के लिए अतिरिक्त संदर्भ न दे. Facebook ने पोस्ट हटा दी क्योंकि यूज़र ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उन्होंने जोसेफ़ गोएबल्स की निंदा करने, चरमपंथ या नफ़रत फैलाने वाली भाषा का विरोध करने अथवा शैक्षणिक या समाचार उद्देश्यों के लिए उद्धरण शेयर किया था.
मामले का रिव्यू करते हुए बोर्ड ने पाया कि इस उद्धरण में नाज़ी पार्टी की विचारधारा या शासन के घृणा और हिंसा के कार्यों का समर्थन दिखाई नहीं देता. पोस्ट पर यूज़र के दोस्तों के कमेंट ने यूज़र के इस दावे का समर्थन किया कि उनका इरादा डोनाल्ड ट्रम्प की अध्यक्षता की तुलना नाज़ी शासन से करने का था.
अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों के तहत, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक लगाने वाले सभी नियम स्पष्ट, सटीक और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होने चाहिए, ताकि लोग इनके अनुसार आचरण कर सकें. बोर्ड यह नहीं मानता है कि खतरनाक लोग और संगठन से संबंधित Facebook के नियम इस आवश्यकता को पूरा करते हैं.
बोर्ड ने Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड के ज़रिए सार्वजनिक किए गए नियमों और कंपनी के कंटेंट मॉडरेटर द्वारा उपयोग किए जाने वाले अतिरिक्त, गैर-सार्वजनिक नियमों के बीच अंतर पर ध्यान दिया. सार्वजनिक रूप से उपलब्ध अपने नियमों में Facebook काफ़ी स्पष्ट नहीं है कि किसी खतरनाक व्यक्ति से संबंधित उद्धरण पोस्ट करते समय यूज़र को यह स्पष्ट करना होगा कि वे उनकी प्रशंसा या समर्थन नहीं कर रहे हैं.
खतरनाक लोग और संगठन से संबंधित Facebook की पॉलिसी में भी ऐसे स्पष्ट उदाहरण नहीं मिलते जो "प्रशंसा" और "समर्थन" जैसे शब्दों का अर्थ समझाते हों, जिससे यूज़र के लिए इस कम्युनिटी स्टैंडर्ड को समझना मुश्किल हो जाता है. Facebook ने बोर्ड के सामने यह कन्फ़र्म किया कि जोसेफ़ गोएबल्स को एक खतरनाक व्यक्ति के रूप में चिह्नित किया गया है, लेकिन कंपनी खतरनाक लोगों और संगठनों की सार्वजनिक सूची या इनके उदाहरण उपलब्ध नहीं करवाती है. बोर्ड ने इस पर भी ध्यान दिया है कि इस मामले में, यूज़र को यह नहीं बताया गया है कि उनके कंटेंट से किस कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन हुआ था.
ओवरसाइट बोर्ड का फ़ैसला
ओवरसाइट बोर्ड ने Facebook के कंटेंट हटाने के फ़ैसले को बदल दिया और कहा कि पोस्ट को रीस्टोर कर दिया जाए.
पॉलिसी से जुड़े सुझाव देते हुए बोर्ड ने Facebook को कहा कि वह:
- सुनिश्चित करे कि यूज़र को हमेशा उनके खिलाफ़ कम्युनिटी स्टैंडर्ड के किसी भी प्रवर्तन के कारणों के बारे में सूचित किया जाए, जिसमें Facebook द्वारा लागू किया जाने वाला विशिष्ट नियम शामिल हो.
- खतरनाक लोग और संगठन की पॉलिसी के प्रमुख शब्दों के उपयोग के उदाहरणों के बारे में बताए और इन्हें उपलब्ध करवाए, जिसमें "प्रशंसा", "समर्थन" और "प्रतिनिधित्व" के अर्थ शामिल हों. कम्युनिटी स्टैंडर्ड में यूज़र को बेहतर ढंग से सलाह दी जानी चाहिए कि खतरनाक लोगों या संगठनों के बारे में चर्चा करते समय अपनी मंशा को किस तरह स्पष्ट किया जाए.
- खतरनाक लोग और संगठन से संबंधित कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत 'खतरनाक' के रूप में चिह्नित संगठनों और लोगों की एक सार्वजनिक सूची या कम से कम इनके उदाहरणों की एक सूची उपलब्ध करवाई जाए.
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