ओवरसाइट बोर्ड ने “shaheed”(शहीद) शब्द को लेकर Meta के दृष्टिकोण के रिव्यू के बारे में अनाउंसमेट की

आज़ ओवरसाइट बोर्ड ने अनाउंस किया कि अरबी शब्द “shaheed,”(“शहीद,”) को जब ऐसे लोगों का संदर्भ देने के लिए उपयोग किया जाए जिन्हें कंपनी ने खतरनाक लोगों की कैटेगरी में रखा है, जिसमें आतंकवादी भी शामिल हैं, तब इस शब्द को मॉडरेट करने में कंपनी के दृष्टिकोण पर पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय के लिए Meta की ओर से एक रिक्वेस्ट स्वीकार की है. इस प्रक्रिया के अंतर्गत, हम लोगों और संगठनों को पब्लिक कमेंट सबमिट करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं.

अलग-अलग केस का रिव्यू करने से लेकर कंटेंट हटाने या रीस्टोर करने के अलावा, बोर्ड Meta की विस्तृत कंटेंट पॉलिसी पर गाइडेंस देने के लिए भी उसकी रिक्वेस्ट स्वीकार कर सकता है. Meta की रिक्वेस्ट और बाहरी स्टेकहोल्डर से जानकारी मिलने के बाद बोर्ड इस बारे में विस्तृत सुझाव देता है कि Meta को किसी ख़ास विषय से जुड़ी इसकी पॉलिसी में क्या बदलाव करने चाहिए.

Meta को बोर्ड के सुझावों को इसकी पॉलिसी बनाने से जुड़ी अधिकारिक प्रक्रिया के दौरान विचार करने के लिए भेजना चाहिए और इसके बारे में नियमित अपडेट देने चाहिए, जिसमें इसके न्यूज़रूम के ज़रिए अपडेट देना शामिल है. वैसे बोर्ड की पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय को मानना ज़रूरी नहीं है, लेकिन Meta को हमारे सुझाव मिलने के 60 दिनों के भीतर सार्वजनिक रूप से जवाब देना होगा और उन सुझावों पर लिए गए एक्शन के बारे में बताना होगा.

अभी तक, बोर्ड ने तीन अन्य पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय दी हैं, जिनमें से अपनी पहली सलाह, फ़रवरी 2022 में Facebook और Instagram पर प्राइवेट रेसिडेंशियल जानकारी शेयर करने के बारे में प्रकाशित की और दूसरी सलाह दिसंबर 2022 में Meta के क्रॉस-चेक प्रोग्राम के बारे में प्रकाशित की. जुलाई 2022 में, बोर्ड ने Meta की COVID-19 के बारे में गलत जानकारी से जुड़ी पॉलिसी का रिव्यू शुरू किया.

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“shaheed,”(“शहीद,”) और निर्धारित खतरनाक लोग

(PAO 2023-01)

ओवरसाइट बोर्ड ने अरबी शब्द “shaheed,”(“शहीद,”) को जब ऐसे लोगों का संदर्भ देने के लिए उपयोग किया जाए जिन्हें कंपनी ने खतरनाक लोगों की कैटेगरी में रखा है, जिसमें आतंकवादी भी शामिल हैं, तब इस शब्द को मॉडरेट करने में कंपनी के दृष्टिकोण पर पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय के लिए Meta की रिक्वेस्ट स्वीकार की है. इस शब्द के कई अर्थ हैं लेकिन अधिकतर इसका अनुवाद “martyr,”(शहीद) के रूप में किया जाता है और इसकी वजह Meta के सभी प्लेटफ़ॉर्म पर कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत किसी भी अन्य शब्द या वाक्यांश की तुलना में ज़्यादा कंटेंट हटाया जाता है. कंपनी का मानना है कि इसके मौजूदा दृष्टिकोण की वजह से ज़रूरत से ज़्यादा एन्फ़ोर्समेंट लागू हो सकता है, ख़ासकर अरबी बोलने वाले देशों में और इसलिए इसने विकल्प तलाशे हैं. लेकिन कंपनी इस शब्द के बड़े पैमाने पर उपयोग किए जाने पर, मॉडरेशन करने में होने वाली मुश्किलों और तनाव के बारे में बताती है.

बोर्ड को पेश की गई Meta की रिक्वेस्ट अंग्रेज़ी और अरबीमें उपलब्ध है.

Meta का अनुमान है कि शब्द “shaheed,”(शहीद) और इसके विभिन्न रूपों की वजह से, इसके प्लेटफ़ॉर्म पर कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत, किसी भी अन्य शब्द या वाक्यांश की तुलना में ज़्यादा कंटेंट हटाया जाता है.

अपनी रिक्वेस्ट में, Meta ने बोर्ड से पूछा है कि वह खतरनाक लोग और संगठन से जुड़ी पॉलिसी के तहत खतरनाक निर्धारित किए गए लोगों के संदर्भ में उपयोग किए गए “shaheed”(शहीद) शब्द वाले कंटेंट को हटाना जारी रखे या कंपनी की वैल्यू और मानवाधिकार की ज़िम्मेदारियों के अनुसार कोई अलग दृष्टिकोण बेहतर होगा. Meta ने इसी तरह की कंटेंट समस्याएँ जो भविष्य में पैदा हो सकती हैं, उन पर भी गाइडेंस देने के लिए रिक्वेस्ट की.

Meta ने कहा कि वह ऐसे कंटेंट को हटा देता है, जिनमें खतरनाक निर्धारित किए गए व्यक्तियों को “shaheed”(शहीद) बताया जाता है, क्योंकि इस शब्द का अनुवाद “martyr”(शहीद-सच्चाई और धर्म के लिए मरने वाला) किया जाता है. इसलिए यह इस शब्द को एक तरह की प्रशंसा मानता है. खतरनाक लोग और संगठन से जुड़ी पॉलिसी के तहत खतरनाक निर्धारित किए गए व्यक्ति की प्रशंसा करने की परमिशन नहीं है. हालाँकि, कंपनी का मानना है कि “shaheed”(शहीद) के कई मतलब होते हैं.

अपनी रिक्वेस्ट में, Meta ने “shaheed”(शहीद) शब्द को “सम्मानजनक” शब्द माना है, जिसे दुनियाभर की कई कम्युनिटी में, कई संस्कृतियों, धर्मों और भाषाओं में उपयोग किया जाता है. कंपनी का कहना है कि शब्द के “कई अर्थ” हैं और इसे “किसी की अनपेक्षित या अकाल मृत्यु, कभी-कभी गौरवशाली मृत्यु के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे जब किसी व्यक्ति की किसी दुर्घटना में या किसी लड़ाई या युद्ध में मौत हो”. Meta का कहना है कि इसका सामान्य अंग्रेज़ी अनुवाद “martyr,”(शहीद) है और वह कंटेंट मॉडरेशन के लिए, सभी संदर्भों में यही अर्थ मानता है. हालाँकि, कंपनी ने यह भी माना कि “इस शब्द के लिए अंग्रेज़ी भाषा में कोई सटीक शब्द नहीं है.”

खतरनाक लोग और संगठन से जुड़ी पॉलिसी में “निर्धारित संस्थाओं और व्यक्तियों की प्रशंसा, सहायता या प्रतिनिधित्व” की परमिशन नहीं है. प्रशंसा की परिभाषा में “निर्धारित संस्था या ईवेंट को उपलब्धि मानना,” “निर्धारित संस्था के ध्येय,” को वैध मानना और “निर्धारित संस्था या ईवेंट के साथ खुद को सैद्धांतिक रूप से एक करना” शामिल है. यह परिभाषा बोर्ड के एक सुझाव, (“नाज़ी उद्धरण” केस सुझाव दो) के बाद जोड़ी गई. चूँकि Meta “shaheed”(शहीद) का अर्थ “martyr,”(शहीद) मानता है, इसलिए इसे किसी निर्धारित संस्था के संदर्भ में उपयोग किए जाने पर एक तरह की प्रशंसा माना गया. बोर्ड ने पहले सुझाव दिया था कि Meta अपनी निर्धारित संस्थाओं की लिस्ट प्रकाशित करे या समझाने के लिए उदाहरण (“नाज़ी उद्धरण” केस, सुझाव तीन) प्रकाशित करे. Meta ने लिस्ट प्रकाशित नहीं की है और इस सुझाव पर क्या एक्शन संभव है यह आकलन करके आगे कोई अपडेट नहीं दिया है.

“shaheed”(शहीद) शब्द को हटाए जाने से यूज़र्स पर गंभीर स्ट्राइक या प्रतिबंध लग सकते हैं. कंपनी का मानना है कि इसके मौजूदा दृष्टिकोण की वजह से ज़रूरत से ज़्यादा एन्फ़ोर्समेंट लागू हो सकता है, ख़ासकर अरबी बोलने वाले देशों में. “शहीद” शब्द के कई अर्थों और बड़े पैमाने पर संदर्भ देखने की मुश्किलों के कारण, Meta यह स्वीकार करता है कि कंपनी ऐसे अभिव्यक्तियों को भी हटा रही होगी “जिनका उद्देश्य किसी निर्धारित व्यक्ति की प्रशंसा करना नहीं है.” उदाहरण के लिए, जहाँ "shaheed”(शहीद) शब्द का उपयोग किसी की अकाल मृत्यु या ऐसे व्यक्ति के लिए हो जिसका देहांत हो गया है, न कि उनके आचरण की प्रशंसा करने के लिए. Meta निष्पक्ष न्यूज़ रिपोर्टिंग के लिए "shaheed,”(शहीद) शब्द पर पॉलिसी अपवाद लागू नहीं करता, क्योंकि वह इस शब्द को निष्पक्ष नहीं मानता है.

इन चिंताओं के कारण, Meta ने 2020 में पॉलिसी बनाने की प्रोसेस शुरू की थी ताकि वह “shaheed”(शहीद) शब्द के उपयोग का दोबारा आकलन कर सके. इसमें रिसर्च रिव्यू और स्टेकहोल्डर से सलाह लेना शामिल है. Meta इस स्टेकहोल्डर एंगेजमेंट के मुख्य निष्कर्षों के बारे में बताता है, जिनसे पता चलता है कि “shaheed”(शहीद) का अर्थ संदर्भ पर निर्भर करता है और कुछ जगहों पर यह शब्द असंवेदी और प्रशंसा के अर्थ में नहीं होता. इस प्रोसेस में, Meta ने “shaheed”(शहीद) शब्द के उपयोग के लिए दो ऐसे पॉलिसी विकल्पों का पता लगाया जिन्हें विस्तृत किया जा सकता है. हालांकि, दोनों में कुछ कमी थी, स्टेकहोल्डर्स के बीच सहमति नहीं थी और Meta को नया दृष्टिकोण नहीं मिल सका. कंपनी का ज़ोर देकर कहना है कि इसके प्लेटफ़ॉर्म पर कंटेंट की मात्रा देखते हुए, व्यवहारिक रूप से मुख्य चिंता यह है कि एन्फ़ोर्समेंट बड़े स्तर पर काम करता है या नहीं.

Meta द्वारा बोर्ड से पूछे गए सवाल:

Meta ने विचार करने के लिए बोर्ड के सामने पॉलिसी से जुड़े, नीचे दिए गए विकल्प पेश किए:

1. इसका मौजूदा दृष्टिकोण जारी रखना और ऐसे कंटेंट को हटा देना जिसमें “shaheed”(शहीद) शब्द का उपयोग खतरनाक लोग और संगठन के तहत खतरनाक निर्धारित किए गए व्यक्ति के लिए संदर्भ हो. Meta ने यह माना कि इस विकल्प से यूज़र की अभिव्यक्ति पर प्रतिबंध लग जाता है और इससे ज़्यादा मात्रा में कंटेंट हटाया जाता है. कंपनी यह भी मानती है कि इस दृष्टिकोण से यूज़र्स पर गंभीर “स्ट्राइक” लग जाती है, जिससे उनका अकाउंट बंद किया जा सकता है. इससे “ख़ास कम्युनिटी गैर अनुपातिक रूप से प्रभावित हो सकती हैं, जिनके लिए “shaheed”(शहीद) एक आम शब्द है,” और इस वजह से समानता और निष्पक्षता के सवाल पैदा होते हैं. हालाँकि, Meta का कहना है कि यह विकल्प कंपनी की “सुरक्षा” वैल्यू के लिए उपयुक्त है और लागू करने में सबसे आसान है.

2. ऐसे कंटेट की परमिशन दे जिसमें निर्धारित व्यक्ति को “shaheed”(शहीद) कहा गया है, तब जब ये शर्तें पूरी हो रही हों: (i) यह ऐसे संदर्भ में उपयोग किया गया है जिसकी खतरनाक लोग और संगठन से जुड़ी पॉलिसी के तहत परमिशन है (जैसे निंदा करना, न्यूज़ रिपोर्टिंग, अकादमिक चर्चा); (ii)निर्धारित व्यक्ति की कोई अतिरिक्त प्रशंसा, प्रतिनिधित्व या समर्थन नहीं है (जैसे, पोस्ट में स्पष्ट रूप से आतंक फैलाने वाले व्यक्ति की प्रशंसा नहीं है या उनकी हिंसा को उचित नहीं ठहराया गया है); और (iii) कंटेंट में हिंसा का कोई संकेत नहीं है(जैसे हथियारों, मिलिट्री की भाषा या वास्तविक दुनिया में हुई हिंसा का संदर्भ). Meta का कहना है कि इससे “वॉइस,” की वैल्यू का समर्थन होगा, हालाँकि इससे “सुरक्षा,” की वैल्यू प्रभावित हो सकती है और यह खतरनाक लोग और संगठन से जुड़ी पॉलिसी के अनुसार होगा जिसके तहत निर्धारित व्यक्तियों पर चर्चा की परमिशन है. इस विकल्प से उन कम्युनिटी पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव भी कम होंगे, जहाँ “shaheed”(शहीद) शब्द को आम तौर पर उपयोग किया जाता है और इससे "न्यूज़ आउटलेट्स भी ...निष्पक्ष तरीके से न्यूज़ दे पाएँगे.” हालाँकि Meta ने ध्यान दिया कि आतंकवाद और हिंसा के टार्गेट लोग पॉलिसी को इस तरह से बदलने पर आपत्ति ले सकते हैं. उसने यह भी कहा कि इस विकल्प को लागू करना ज़्यादा जटिल होगा, जिससे एन्फ़ोर्समेंट की गलतियाँ हो सकती हैं.

3. ऐसे कंटेंट को हटाना जिसमें “shaheed”(शहीद) शब्द Meta की खतरनाक लोग और संगठन से जुड़ी पॉलिसी के तहत खतरनाक निर्धारित किए गए व्यक्ति के संदर्भ में उपयोग किया हो, केवल वहाँ जहाँ अतिरिक्त प्रशंसा, प्रतिनिधित्व या समर्थन हो या जहाँ हिंसा का संकेत हो. Meta का मानना है कि यह विकल्प “Meta की वॉइस वैल्यू और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों के अनुरूप होगा” लेकिन “इसे सुरक्षा की वैल्यू की तुलना में वॉइस की वैल्यू को ज़्यादा महत्व दिए जाने के रूप में देखा जा सकता है.” इस विकल्प से “शहीद शब्द का अधिकतम उपयोग किया जा सकता है,” जिससे लोग “उनकी अपनी संस्कृति या क्षेत्रीयता के अनुसार इस शब्द का उपयोग कर सकते हैं.” हालाँकि, इससे इसके प्लेटफ़ॉर्म पर ऐसा कंटेंट मौजूद रह सकता है जिसमें आतंकवाद को वैध ठहराने का इरादा हो. Meta का कहना है कि यह विकल्प दूसरे दो विकल्पों की तुलना में लागू करने में ज़्यादा आसान है.

हालाँकि बोर्ड Meta द्वारा दिए गए ख़ास विकल्पों पर विचार करेगा, लेकिन बोर्ड के सुझाव और पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय इन विकल्पों तक सीमित नहीं होगी.

बोर्ड ऐसे पब्लिक कमेंट के लिए रिक्वेस्ट करता है, जो आगे दी गई बातों को हल करे:

  • “shaheed”(शहीद) शब्द को प्रशंसा के तौर पर मानने के Meta के मौजूदा दृष्टिकोण से Instagram और Facebook पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रभावित होती है, ख़ासकर आम नागरिकों, पत्रकारों और मानवाधिकार के संरक्षकों के लिए ऐसे क्षेत्रों में जहाँ इस शब्द को आम तौर पर उपयोग में लाया जाता है.
  • सोशल मीडिया पर आतंकी संगठन से जुड़े व्यक्तियों की प्रशंसा को प्रतिबंधित करना और आतंकी हमलों का प्रभावी तौर पर रोकना, इनके बीच संबंध पर रिसर्च.
  • Meta को बड़े पैमाने पर कंटेंट पॉलिसी लागू करने में संशय के चलते और मानवाधिकारों का सम्मान करने में Meta की ज़िम्मेदारी के संबंध में , “shaheed”(शहीद) शब्द के विभिन्न क्षेत्रों, भाषाओं और बोलियों में उपयोग के मामले में, कई तरह के अर्थ और विविध सांस्कृतिक संदर्भों का ध्यान रखना चाहिए.
  • खतरनाक लोग और संगठन से जुड़ी पॉलिसी के एन्फ़ोर्समेंट में कमी या अनावश्यक एन्फ़ोर्समेंट के जोखिम को कम करने के लिए कौन सी प्रोसेस और सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए, ख़ासकर विविध संस्कृति, भाषाओं और बोलियों के मामले में.
  • इस मामले में पॉलिसी की सटीकता का मूल्यांकन करने का तरीका, जिसमें ऑटोमेशन का उपयोग भी शामिल है, जिससे कि पक्षपात या भेदभाव की संभावना न रहे और इसे पारदर्शिता रिपोर्ट में दिखाने का तरीका और/या प्रासंगिक डेटा की निष्पक्ष रिसर्च करने की एक्सेस देना.

पिछले फ़ैसले

बोर्ड ने पहले भी कई केस में खतरनाक लोग और संगठन से जुड़ी पॉलिसी पर काम किया है, जिनमें ये शामिल हैं

पब्लिक कमेंट

पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय तैयार करने की बोर्ड की प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा लोगों और संगठनों से अतिरिक्त जानकारी और विशेषज्ञता पाना है. इससे बोर्ड मेंबर्स को और जानकारी मिलेगी, साथ ही इस बारे में समझ बढ़ेगी कि Meta की पॉलिसी दुनिया के विभिन्न हिस्सों के अलग-अलग लोगों को कैसे प्रभावित करती हैं.

अगर आपको या आपके संगठन को ऐसा लगता है कि आप पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय की रिक्वेस्ट को लेकर कीमती सुझाव दे सकते हैं, तो आप यहाँ अपना योगदान दे सकते हैं.

आज अनाउंस की गई पॉलिसी पर राय देने की रिक्वेस्ट के बारे में पब्लिक कमेंट देने का समय सोमवार, 10 अप्रेल, UTC के अनुसार दोपहर 3 बजे तक है.

यह समय-सीमा किसी नए केस पर पब्लिक कमेंट देने की अवधि से ज़्यादा है, क्योंकि पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय देने की प्रक्रिया में केस पर फ़ैसले देने की तरह समय की बाध्यता नहीं होती है. साथ ही, पब्लिक कमेंट छह पेज लंबे हो सकते हैं. इस पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय के लिए, कमेंट बंगाली में और साथ ही बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी भाषा में किए जा सकते हैं, जिसमें अरबी, फ़ारसी, उर्दू, बहासा इंडोनेशिया और तुर्की शामिल है. भाषाओं की पूरी लिस्ट ऊपर दिए गए लिंक पर जाकर देखी जा सकती है.

इसके बाद क्या होगा

अब जबकि बोर्ड ने पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय देने की इस रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया है, वह ज़रूरी जानकारी इकट्ठा कर रहा है, जिसमें आज ही लॉन्च हुई पब्लिक कमेंट की अपील के ज़रिए जानकारी इकट्ठा करना शामिल है. विचार-विमर्श के बाद, फिर पूरा बोर्ड पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय पर वोट देगा. अगर राय को मंज़ूरी मिल जाती है, तो इसे बोर्ड की वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाएगा.

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