ओवरसाइट बोर्ड ने नामित खतरनाक लोगों को “शहीद” कहने पर पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय प्रकाशित की
26 मार्च 2024
आज, बोर्ड ने Meta की रिक्वेस्ट के जवाब में पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय प्रकाशित की कि क्या कंपनी को अपनी खतरनाक संगठन और लोगों से जुड़ी पॉलिसी के तहत नामित लोगों का संदर्भ देने के लिए अरबी शब्द "शहीद" का उपयोग करने वाले सभी कंटेंट को हटाना जारी रखना चाहिए. बोर्ड ने पाया है कि Meta का मौजूदा दृष्टिकोण असंगत रूप से स्वतंत्र अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित करता है, अनावश्यक है और कंपनी को इस पूर्ण प्रतिबंध को हटा देना चाहिए.
नीचे पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय का कार्यकारी सारांश पढ़ें. पूरा वर्जन पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.
रिपोर्ट का सारांश
बोर्ड समझता है कि खतरनाक चिह्नित लोगों के संदर्भ में “शहीद” शब्द वाले कंटेंट को Meta जिस तरह से मॉडरेट करता है, वह मुक्त अभिव्यक्ति को अत्यंत और अनुपातहीन रूप से प्रतिबंधित करता है. Meta मानता है कि उसके द्वारा “खतरनाक” चिह्नित लोगों के संदर्भ में उपयोग किए गए सभी “शहीद” शब्द उल्लंघन करने वाले होते हैं और उस कंटेंट को हटा दिया जाता है. Meta के अनुसार, यह संभव है कि “शहीद” शब्द की वजह से उसके सभी प्लेटफ़ॉर्म पर कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत किसी भी अन्य अकेले शब्द या वाक्यांश की तुलना में ज़्यादा कंटेंट हटा दिया जाता है. आतंकवादी हिंसा के कृत्यों के गंभीर परिणाम होते हैं – इससे निर्दोष लोगों का जीवन तबाह होता है, मानवाधिकारों में रुकावट आती है और हमारे समाज का ताना-बाना कमज़ोर होता है. हालाँकि, ऐसी किसी भी हिंसा को रोकने के लिए अभिव्यक्ति की आज़ादी पर सभी प्रतिबंध आवश्यक और आनुपातिक होने चाहिए, यह देखते हुए कि कंटेंट को बेवजह हटाने का कोई सकारात्मक असर नहीं होता, बल्कि उसका समाज पर उल्टा असर होता है.
बोर्ड के सुझाव इस नज़रिए से शुरू होते हैं कि Meta यह सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य रूप से कार्रवाई करे कि उसके प्लेटफ़ॉर्म्स का उपयोग लोगों को हिंसक कामों के लिए उकसाने के लिए या उन कामों को करने वाले लोगों को भर्ती करने के लिए न किया जाए. “शहीद” शब्द का उपयोग कभी-कभी चरमपंथियों द्वारा उन लोगों की प्रशंसा और महिमामंडन करने के लिए किया जाता है जो हिंसक आतंकवादी कामों को अंजाम देते समय मारे जाते हैं. हालाँकि, Meta को इस खतरे पर प्रतिक्रिया देते समय अभिव्यक्ति की आज़ादी सहित सभी मानवाधिकारों का भी सम्मान करना चाहिए.
7 अक्टूबर, 2023 को, जब बोर्ड इस पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय को अंतिम रूप दे रहा था, हमास (Meta के खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी पॉलिसी में टियर 1 के तहत चिह्नित संगठन) के नेतृत्व में इज़राइल पर अभूतपूर्व आतंकी हमले किए गए जिनमें 1,200 लोग मारे गए और लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया गया (विदेश मंत्रालय, इज़राइल सरकार). 6 फ़रवरी, 2024 तक की न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार, ऐसी आशंका है कि जनवरी के शुरुआती समय तक हमास के कब्ज़े में मौजूद लगभग 136 बंधकों में से कम से कम 30 लोग मारे जा चुके हैं. Meta ने खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी अपनी पॉलिसी के तहत इन घटनाओं को तुरंत एक आतंकी हमले के रूप में चिह्नित किया. इज़राइल ने हमलों के जवाब में तुरंत एक सैन्य अभियान शुरू किया. उस सैन्य अभियान में 4 मार्च तक गाज़ा में 30,000 से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं (मानवतावादी मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय, जो गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय से डेटा प्राप्त करता है). जनवरी की रिपोर्ट के अनुसार, इन हमलों में मारे गए लोगों में 70% महिलाएँ और बच्चे थे.
इन घटनाओं के बाद, बोर्ड ने यह सुनिश्चित करने के लिए इस पॉलिसी एडवाज़री टीम की राय का प्रकाशन रोक दिया कि उसके सुझाव इस संदर्भ में Meta के प्लेटफ़ॉर्म्स और “शहीद” शब्द के उपयोग के लिए उचित हों. इस अतिरिक्त रिसर्च से यह कन्फ़र्म हुआ कि बोर्ड द्वारा Meta को “शहीद” शब्द को मॉडरेट करने के संबंध में दिए गए सुझावों को ऐसी घटनाओं के अत्यंत दबाव में भी कायम रखा गया और इससे संकटों पर Meta द्वारा दी जाने वाली प्रतिक्रियाओं में सभी मानवाधिकारों का ज़्यादा सम्मान सुनिश्चित किया जाएगा. साथ ही, बोर्ड ने इस बात को समझा कि इस बारे में Meta की पॉलिसीज़ ग्लोबल हैं और उनका असर इस संघर्ष में शामिल क्षेत्रों के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी होता है. इज़राइल और फ़िलीस्तीन में हाल की घटनाओं की प्रमुखता को समझते हुए, बोर्ड के सुझाव भी ग्लोबल हैं और किसी विशेष संदर्भ तक सीमित नहीं हैं.
बोर्ड की दृष्टि में, “शहीद” शब्द को मॉडरेट करने का Meta का नज़रिया ज़रूरत से ज़्यादा विस्तृत है और उससे अभिव्यक्ति की आज़ादी और लोगों की बातचीत पर अनावश्यक प्रतिबंध लगते हैं. जैसे कि हिंसा और चिह्नित एंटिटी की रिपोर्ट करने वाली पोस्ट को गलती से हटा दिया जा सकता है. Meta का नज़रिया “शहीद” शब्द के अलग-अलग अर्थों को भी समझने में विफल रहा है जिनमें से कई अर्थ महिमामंडन करने या स्वीकृति दिखाने के लिए उपयोग नहीं किए जाते. इस नज़रिए के कारण अरबी भाषा बोलने वाले लोगों और अन्य भाषाओं के लोगों (जिनमें से कई मुसलमान हैं) की पोस्ट्स को अक्सर हटा दिया जाता है, जबकि पोस्ट को इस तरह हटाने से खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी पॉलिसी के उद्देश्य पूरे नहीं होते. इसके अलावा, Meta की पॉलिसीज़ में, उदाहरण के लिए, चिह्नित लोगों, संगठनों और घटनाओं के महिमामंडन, समर्थन और प्रतिनिधित्व के साथ-साथ हिंसा के उकसावे को प्रतिबंधित किया गया है. अगर इन पॉलिसीज़ को एकदम सही तरीके से एन्फ़ोर्स किया जाता है, तो Meta के प्लेटफ़ॉर्म्स के आंतकवादियों द्वारा उपयोग से होने वाले खतरों को कम किया जा सकता है. इसके अनुसार, बोर्ड ने सुझाव दिया कि Meta यह न माने कि “शहीद” शब्द का उपयोग खतरनाक चिह्नित लोगों के लिए ही किया जाता है और उस पर पूरी तरह प्रतिबंध न लगाए. साथ ही वह अपनी पॉलिसी में भी बदलाव करे और इस शब्द वाले कंटेंट का विश्लेषण करते समय संदर्भ पर ज़्यादा से ज़्यादा विचार करे.
बैकग्राउंड
फ़रवरी 2023 में, Meta ने बोर्ड से पूछा कि क्या उसे ऐसे कंटेंट को हटाते रहना चाहिए जिसमें अरबी शब्द “शहीद” या अरबी अक्षरों में यही शब्द شهيد के रूप में मौजूद हो, जब इसका उपयोग खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी पॉलिसी में चिह्नित लोगों का उल्लेख करने के लिए किया जाए. “शहीद” एक आगत शब्द भी है (अर्थात कई गैर-अरबी भाषाओं ने इस अरबी मूल के शब्द को उसकी वर्तनी सहित अपनी भाषाओं में “शामिल” किया है).
कंपनी “शहीद” शब्द को एक “आदरसूचक” शब्द मानती है जिसे कई संस्कृतियों, धर्मों और भाषाओं की कई कम्युनिटी में किसी ऐसे व्यक्ति के संदर्भ में किया जाता है जिसकी आकस्मिक मृत्यु हुई हो, जैसे किसी दुर्घटना में या किसी युद्ध में सम्मानजनक रूप से. कंपनी यह मानती है कि इस शब्द के “कई अर्थ” हैं और हालाँकि “अंग्रेज़ी भाषा में इसका कोई सीधा समतुल्य शब्द उपलब्ध नहीं है,” इसके सामान्य अंग्रेज़ी अनुवाद के रूप में “martyr” शब्द का उपयोग किया जाता है. इस बात को नोट करते हुए कि “अंग्रेज़ी भाषा में ‘martyr’ शब्द का उपयोग उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो किसी भलाई के काम में घायल हुआ या मारा गया हो और अक्सर इसे सकारात्मक संदर्भ में उपयोग किया जाता है,” Meta ने कहा कि “शब्द के इस उपयोग के कारण ही उसने [“शहीद”] शब्द को अपनी [खतरनाक संगठनों और लोगों] से जुड़ी पॉलिसी में प्रशंसा करने वाला बताया है.”
Meta यह मानता है कि किसी चिह्नित व्यक्ति को “शहीद” कहना, खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी पॉलिसी के तहत हमेशा उसकी “प्रशंसा” मानी जाती है और उस पर पूरी तरह बैन है. Meta यह मानता है कि इस शब्द के कई अर्थ होने के कारण, “हो सकता है कि उससे बड़ी मात्रा में ऐसी अभिव्यक्ति पर इसका ज़रूरत से ज़्यादा एन्फ़ोर्समेंट हो रहा हो जिसका उद्देश्य किसी चिह्नित व्यक्ति की प्रशंसा करना न हो, खास तौर पर अरबी भाषा बोलने वाले लोगों के बीच.” इसके अलावा, Meta “चिह्नित एंटिटी की रिपोर्ट करने, उनकी निंदा करने या उनकी निष्पक्ष चर्चा करने” के लिए “शहीद” शब्द के उपयोग की परमिशन देने के लिए खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी पॉलिसी के अपवाद लागू नहीं करता. यह दिसंबर 2023 में पॉलिसी में किए गए ताज़ा अपडेट में भी जारी है, जो अब “प्रशंसा” के बजाय “महिमामंडन” और “अस्पष्ट संदर्भों” को प्रतिबंधित करती है और ऐसे शब्दों वाले कंटेंट को पूरी तरह हटा दिया जाता है.
इन चिंताओं के कारण, Meta ने 2020 में पॉलिसी बनाने की प्रोसेस शुरू की थी ताकि वह “शहीद” शब्द के प्रति अपने नज़रिए का दोबारा आकलन कर सके. हालाँकि, कंपनी इस पर एकमत नहीं हो सकी और किसी नए नज़रिए को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका.
पॉलिसी एडवाइज़री टीम की यह राय माँगे जाते समय, Meta ने बोर्ड को तीन संभावित पॉलिसी विकल्प प्रस्तुत किए:
- यथास्थिति बनाई रखी जाए.
- चिह्नित लोगों के संदर्भ में “शहीद” शब्द के उपयोग को तब परमिशन दी जाए जब पोस्ट से “प्रशंसा” शब्द से जुड़े अपवादों की पूर्ति होती हो (जैसे कि रिपोर्ट करने, निष्पक्ष चर्चा करने या निंदा करने के लिए), बशर्ते उसमें कोई अन्य प्रशंसा न हो या “हिंसा के संकेत” न हों. Meta द्वारा प्रस्तावित इन सिग्नलों के कुछ उदाहरणों में हथियारों का विज़ुअल चित्रण या सैन्य भाषा या असली दुनिया की हिंसा के संदर्भ शामिल हैं.
- चिह्नित लोगों के संदर्भ में “शहीद” शब्द के उपयोग की तब तक परमिशन दी जाए जब तक कि उसमें कोई अन्य प्रशंसा न हो या हिंसा का संकेत न हो. दूसरे विकल्प के विपरीत, ऐसा इस बात पर ध्यान दिए बगैर किया जाए कि क्या कंटेंट पर ऊपर बताया गया कोई अपवाद लागू होता है.
बोर्ड ने अन्य संभावित पॉलिसी विकल्पों पर विचार किया. पॉलिसी एडवाइज़री टीम की इस पूरी राय में दिए गए कारणों के लिए, बोर्ड के सुझाव तीसरे विकल्प के आसपास हैं, भले ही अपनी रिक्वेस्ट में Meta द्वारा प्रस्तावित हिंसा के सिग्नलों में से कम ही सिग्नलों को स्वीकार किया गया. इसके अलावा चिह्नित एंटिटी और उनके कामों की रिपोर्ट करने, उनकी निष्पक्ष चर्चा करने और उनकी निंदा करने के लिए पॉलिसी के अपवादों का विस्तृत रूप से उपयोग करने की ज़रूरत है.
मुख्य निष्कर्ष और सुझाव
बोर्ड समझता है कि खतरनाक चिह्नित लोगों के संदर्भ में “शहीद” शब्द के बारे में Meta का मौजूदा नज़रिया ज़रूरत से ज़्यादा विस्तृत है और वह मुक्त अभिव्यक्ति को अत्यंत और अनुपातहीन रूप से प्रतिबंधित करता है.
“शहीद” एक सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण शब्द है. कभी-कभी इसका उपयोग उन लोगों की प्रशंसा करने और उनका “महिमामंडन” भी करने के लिए किया जाता है जो हिंसक काम करते हुए मारे गए. लेकिन इसका उपयोग अक्सर खतरनाक लोगों के संदर्भ में उनकी रिपोर्ट करने और निष्पक्ष कमेंटरी के लिए, शैक्षणिक चर्चा के लिए, मानवाधिकारों से जुड़ी बहस के लिए और कई अन्य सकारात्मक तरीकों से किया जाता है. अन्य अर्थों के अलावा, “शहीद” शब्द का व्यापक रूप से उपयोग ऐसे लोगों के संदर्भ में किया जाता है जो अपने देश की सेवा करते हुए, किसी अच्छे काम के लिए मारे गए या जो किसी सामाजिक-राजनैतिक हिंसा या प्राकृतिक आपदा का आकस्मिक शिकार बने. कुछ मुसलमान समुदायों में, इसका उपयोग प्रथम (दिया गया) नाम और उपनाम के रूप में भी किया जाता है. यह मानने का ठोस कारण मौजूद है कि “शहीद” शब्द के कई अर्थों के कारण बड़ी मात्रा में ऐसे कंटेंट को हटा दिया जाता है जिसका उद्देश्य आतंकवादियों या उनके हिंसक कामों की प्रशंसा करना नहीं होता.
चिह्नित लोगों के संदर्भ में सिर्फ़ “शहीद” शब्द का उपयोग करने के कारण ही कंटेंट को हटा देने की Meta की सोच से दुनिया की भाषाई जटिलता की उपेक्षा होती है और इसके कई उपयोगों में इसे हमेशा और सिर्फ़ अंग्रेज़ी शब्द “martyr” के समतुल्य शब्द के रूप में उपयोग किया जाता है. ऐसा करने से अभिव्यक्ति की आज़ादी और प्रेस की आज़ादी पर गंभीर असर पड़ते हैं, लोगों की बातचीत पर अकारण प्रतिबंध लगते हैं और समानता और गैर-भेदभाव के लिए गंभीर नकारात्मक परिणाम होते हैं. एन्फ़ोर्समेंट की यह अधिकता अरबी भाषा और अन्य भाषाएँ बोलने वाले लोगों पर अनुपातहीन रूप से असर डालती है जिनमें “शहीद” शब्द को आगत शब्द के रूप में उपयोग किया जाता है. साथ ही,खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी पॉलिसी को लागू करने के अन्य तरीकों से भी Meta, सुरक्षा की अपनी वैल्यू और आतंकवादियों का महिमामंडन करने वाली सामग्री को अपने प्लेटफ़ॉर्म से बाहर रखने में सक्षम होगा. मौजूदा पॉलिसी इसलिए अनुपातहीन और अनावश्यक है.
“शहीद” शब्द से जुड़ी अपनी पॉलिसीज़ और एन्फ़ोर्समेंट का मानवाधिकारों से बेहतर सामंजस्य बैठाने के लिए, बोर्ड ने ये सुझाव दिए:
1. Meta को यह मानना बंद कर देना चाहिए कि किसी चिह्नित व्यक्ति या चिह्नित संगठनों के अनाम सदस्यों के लिए उपयोग किए जाने पर “शहीद” शब्द हमेशा उल्लंघन करेगा और पॉलिसी के अपवादों के लिए योग्य नहीं होगा. चिह्नित व्यक्तियों को “शहीद” बताने वाले कंटेंट को सिर्फ़ दो स्थितियों में “अस्पष्ट संदर्भ” के रूप में हटाया जाना चाहिए. पहला, जब हिंसा के तीन में से एक या ज़्यादा संकेत मौजूद हों: किसी युद्ध सामग्री/हथियार का विज़ुअल चित्रण, किसी युद्ध सामग्री/हथियार का उपयोग करने या साथ रखने के इरादे का कथन या समर्थन या किसी चिह्नित घटना का संदर्भ. दूसरा, जब कोई कंटेंट Meta की पॉलिसी का अन्यथा उल्लंघन करता है (जैसे कि महिमामंडन के लिए या किसी चिह्नित व्यक्ति का संदर्भ “शहीद” के उपयोग के अलावा अन्य कारणों से अस्पष्ट रहने के कारण). किसी भी परिदृश्य में, कंटेंट को “रिपोर्ट करने, निष्पक्ष चर्चा करने और निंदा करने” से जुड़े अपवादों के लिए योग्य रहना चाहिए.
2. “अस्पष्ट संदर्भ” के बारे में प्रतिबंध को स्पष्ट करने के लिए, Meta को उल्लंघन करने वाले कंटेंट के कई उदाहरण शामिल करने चाहिए, जिसमें किसी चिह्नित व्यक्ति को “शहीद” बताने वाली पोस्ट शामिल है जिसमें सुझाव नं. 1 में बताए गए हिंसा के तीन सिग्नलों में से एक या उससे ज़्यादा सिग्नल शामिल हों.
3. Meta के आंतरिक पॉलिसी मार्गदर्शन को भी यह स्पष्ट करने के लिए अपडेट किया जाना चाहिए कि चिह्नित व्यक्तियों को “शहीद” के रूप में संदर्भित करना सिर्फ़ तब उल्लंघन करता है जब उसमें हिंसा का कोई सिग्नल शामिल हो. इसके अलावा, उन सिग्नलों के मौजूद होने पर भी, कंटेंट को “रिपोर्ट करने, निष्पक्ष चर्चा करने या निंदा करने” से जुड़े अपवादों का फ़ायदा मिलना चाहिए.
अगर Meta इन सुझावों को स्वीकार करके उन्हें लागू करता है, तो अपने मौजूदा नियमों के तहत, कंपनी ऐसे कंटेंट को हटाना जारी रखेगी जो चिह्नित लोगों का “महिमामंडन” करता है, उनकी हिंसा या नफ़रत को एक उपलब्धि बताता है या उनके हिंसक या नफ़रत फैलाने वाले कामों को वैधानिक बताता है या उनकी वकालत करता है. साथ ही कंपनी चिह्नित खतरनाक एंटिटी के समर्थन या प्रतिनिधित्व को भी हटा देगी. इन सुझावों के परिणामस्वरूप प्राप्त बोर्ड के प्रस्तावित नज़रिए से Meta द्वारा किसी चिह्नित व्यक्ति के संबंध में “शहीद” शब्द को हमेशा उल्लंघन करने वाला मानने पर रोक लगेगी और सिर्फ़ वही कंटेंट हटाया जाएगा जो पॉलिसी के अन्य उल्लंघन भी करता हो (जैसे महिमामंडन) या जो हिंसा के सिग्नलों के कारण “अस्पष्ट संदर्भ” हो. ऐसा कंटेंट भी “चिह्नित लोगों की रिपोर्ट करने, निष्पक्ष चर्चा करने और निंदा करने” से जुड़े पॉलिसी अपवादों के लिए योग्य माना जाना चाहिए.
बोर्ड ने Meta को ये सुझाव भी दिए हैं कि वह:
4. उस प्रक्रिया की जानकारी दे जिसके तहत एंटिटी और घटनाओं को खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी पॉलिसी में चिह्नित किया जाता है ताकि इस लिस्ट के बारे में पारदर्शिता आए. Meta को ऐसी सामूहिक जानकारी भी प्रकाशित करनी चाहिए कि चिह्नित लोगों की उसकी लिस्ट के हर टियर में कुल कितनी एंटिटी शामिल हैं और पिछले एक वर्ष के दौरान कितनी एंटिटी को जोड़ा और हटाया गया है.
5. नाम जोड़ने और जो नाम प्रकाशित शर्तें पूरी न करें, उन्हें हटाने का नियमित ऑडिट करने के लिए एक स्पष्ट और प्रभावी प्रक्रिया बनाएँ ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उसकी खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी एंटिटी लिस्ट अप टू डेट है और उसमें ऐसा कोई संगठन, लोग और घटनाएँ शामिल नहीं हैं जो अब Meta की चिह्नित किए जाने की परिभाषा पर खरी नहीं उतरतीं.
6. उन तरीकों के बारे में विस्तार से बताए जिनका उपयोग वह खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी अपनी पॉलिसी को एन्फ़ोर्स करते समय ह्यूमन रिव्यूअर्स की सटीकता और ऑटोमेटेड सिस्टम की परफ़ॉर्मेंस का आकलन करने के लिए करता है. Meta को इस पॉलिसी के एन्फ़ोर्समेंट में उपयोग किए जाने वाले क्लासिफ़ायर्स के परफ़ॉर्मेंस आकलन के परिणामों को समय-समय पर शेयर करना चाहिए और परिणामों को इस तरह प्रस्तुत करना चाहिए जिनकी तुलना सभी भाषाओं और/या क्षेत्रों के अनुसार की जा सके.
7. वह स्पष्ट रूप से यह बताए कि किस तरह क्लासिफ़ायर्स का उपयोग पॉलिसी के उल्लंघनों का अनुमान लगाने के लिए किया जाता है और कोई कार्रवाई न करने, कंटेंट को ह्यूमन रिव्यू की कतार में लगाने या कंटेंट को हटाने के लिए Meta किस तरह थ्रेशोल्ड सेट करता है. स्टेकहोल्डर्स को जानकारी देने के लिए इस जानकारी को कंपनी के ट्रांसपेरेंसी सेंटर में प्रदान किया जाना चाहिए.
ज़्यादा जानकारी के लिए
पॉलिसी एडवाइज़री टीम की इस राय को तैयार करने में, बोर्ड ने व्यापक स्टेकहोल्डर्स को शामिल किया है. हमें मिले पब्लिक कमेंट और हमारे स्टेकहोल्डर एंगेजमेंट राउंडटेबल्स के बारे में और जानकारी के लिए, क्लिक करके पॉलिसी एडवाइज़री टीम की पूरी राय पढ़ें.