ओवरसाइट बोर्ड ने ज़्यादा केस रिव्यू करने और बोर्ड में नए मेंबर को अपॉइंट करने के प्लान की घोषणा की है
14 फ़रवरी 2023
आज, हम अपने चार्टर और उपनियमों में ज़रूरी बदलावों की घोषणा कर रहे हैं, ताकि हम ज़्यादा केस का रिव्यू कर सकें और रिव्यू की प्रोसेस में तेज़ी आए. आने वाले समय में, अपने मानक फ़ैसलों और पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय के अलावा हम तुरंत फ़ैसले और संक्षिप्त फ़ैसले भी प्रकाशित करेंगे. तुरंत फ़ैसलों में बेहद ज़रूरी केस में कुछ ही दिनों में कंटेंट से जुड़े Meta के फ़ैसले का रिव्यू किया जाएगा, जबकि संक्षिप्त फ़ैसलों में ऐसे केस में Meta के ओरिजिनल फ़ैसले की जाँच की जाएगी जिन केस में बाद में इसने अपना विचार बदल दिया था. हम 2022 की चौथी तिमाही में अपने किए गए काम की तिमाही ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट भी प्रकाशित कर रहे हैं, और बोर्ड में नए मेंबर केंजी योशिनो के अपॉइंटमेंट की घोषणा कर रहे हैं, जो अमेरिका से संवैधानिक कानून के स्कॉलर हैं.
ज़्यादा फ़ैसले लेना, वह भी तेज़ी से
दो साल पहले अपील स्वीकार करना शुरू करने के बाद से हमने 35 केस के फ़ैसले प्रकाशित किए हैं, जिनमें यूक्रेन पर रूस के हमले से लेकर LGBTQI+ के अधिकारों जैसी समस्याओं को कवर किया गया. साथ ही हमारी पॉलिसी एडवाइज़री टीम ने दो बार राय भी दी. इस काम को करते हुए, हमने Meta को 186 सुझाव दिए हैं, जिनमें से कई सुझावों की वजह से Facebook और Instagram पर लोगों को मिलने वाले अनुभवों में सुधार भी होने लगा है. पिछले महीने ही, Meta ने यह घोषणा की कि, "ईरान में विरोध प्रदर्शन का स्लोगन" केस में हमारे दिए गए सुझाव को अमल में लाते हुए यह ईरान में जारी विरोध प्रदर्शनों के संदर्भ में "Marg bar Khamenei" (जिसका हिन्दी अनुवाद "[ईरान के राष्ट्र प्रमुख] खामेनेई को मौत दो" है) शब्द को अनुमति देगा. हम उम्मीद करते हैं कि इससे ईरान के प्रदर्शनकारियों की Facebook और Instagram पर अपने विचार रखने की क्षमता पर बहुत प्रभाव पड़ेगा.
वैसे तो हमारे मानक फ़ैसलों और पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय का बहुत ही बारीकी से रिव्यू करना हमारे काम का मुख्य हिस्सा रहेगा, लेकिन हम अपने प्रभाव को बढ़ाने और दुनिया भर में मौजूद लोगों और कम्युनिटीज़ को Meta की सेवाएँ बेहतर तरीके से देने के नए तरीके भी खोज रहे हैं. हम जो फ़ैसले लेते हैं उनकी संख्या बढ़ाने और तेज़ी से फ़ैसले ले पाने से हम कंटेंट मॉडरेशन से जुड़ी और बड़ी चुनौतियों का सामना कर पाएँगे और जिन स्थितियों में दुनिया पर जल्दी कोई असर पड़ सकता है, उन पर तेज़ी से काम कर सकेंगे. इसी तरह से, भविष्य में हम अपने पहले तुरंत और संक्षिप्त फ़ैसले प्रकाशित करेंगे. फ़ैसलों के इन प्रकारों के बारे में बताने और अपने कामकाज के तरीकों को स्ट्रीमलाइन करने के लिए हमने अपने चार्टर और उपनियमों को अपडेट किया है.
तुरंत फ़ैसले
हम समझते हैं कि बेहद ज़रूरी परिस्थितियों में तुरंत एक्शन लेने से हम ज़्यादा से ज़्यादा प्रभाव डाल सकते हैं. हालाँकि हमारे उपनियमों के पिछले वर्जन में तुरंत रिव्यू का ज़िक्र किया गया था, लेकिन अभी तक इसका उपयोग नहीं किया गया है. आज हम प्रोसेस में जो बदलाव कर रहे हैं, उससे हम इस तरह के अपने पहले कुछ केस पर काम कर पाएँगे.
इस प्रोसेस के तहत, Meta तुरंत रिव्यू वाले केस रेफ़र करेगा, फिर हमारे सह-अध्यक्ष तय करेंगे कि उन्हें स्वीकार करना है या अस्वीकार. जब हम तुरंत फ़ैसले वाला केस स्वीकार करेंगे, तो हम सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा करेंगे. फिर बोर्ड मेंबर्स का पैनल केस पर विचार-विमर्श करके फ़ैसला करेगा और लिखित फ़ैसले का ड्राफ़्ट तैयार करके उसे स्वीकार करेगा. इसे जल्द से जल्द हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाएगा. हमने कुछ नई प्रक्रियाएँ डिज़ाइन की हैं, ताकि केस स्वीकार होने के बाद जल्द से जल्द 48 घंटों के भीतर हम तुरंत फ़ैसला प्रकाशित कर सकें, लेकिन कुछ केस में 30 दिनों तक का समय लग सकता है. कंटेंट को हटाने या छोड़ने के बारे में लिए गए तुरंत फ़ैसले Meta को मानने होंगे. सीमित समय होने के कारण, इन केस में पब्लिक कमेंट पर विचार नहीं किया जाएगा और सोच-विचार करते समय उपलब्ध जानकारी के आधार पर फ़ैसले लिए जाएँगे. कुछ केस में, हम तुरंत रिव्यू के लिए यूज़र अपील को भी चुन सकते हैं.
संक्षिप्त फ़ैसले
हमारी केस चयन समिति के ज़रिए चयन के लिए विचार करने योग्य केस की लिस्ट तैयार करने के बाद कभी-कभी Meta यह तय करता है कि पोस्ट के बारे में इसका मूल फ़ैसला गलत था और वह इस फ़ैसले को पलट देता है. अभी तक, Meta ने इस तरह से शॉर्टलिस्ट किए गए लगभग 80 केस में अपना मूल फ़ैसला पलटा है. ऐसे ज़्यादातर केस में, ऐसा करने का यह मतलब था कि Meta को विवादित कंटेंट को रीस्टोर करना पड़ा, ताकि यह पक्के तौर पर बताया जा सके कि Facebook और Instagram पर यूज़र अपने विचार रख सकते हैं.
हालाँकि हम ऐसे कुछ ही केस के लिए पूरे फ़ैसले प्रकाशित करते हैं, बाकी केस के बारे में सिर्फ़ हमारी तिमाही ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में संक्षेप में जानकारी दी जाती है. हमारा मानना है कि इन केस से कई अहम चीज़ें सीखी जा सकती हैं और इनसे भविष्य में इसी तरह की गलतियाँ करने से बचने में Meta को मदद मिल सकती है. इसी तरह, हमारी केस चयन समिति इनमें से कुछ केस को संक्षिप्त फ़ैसलों के तौर पर रिव्यू करने के लिए चुनेगी. इन फ़ैसलों में Meta की मूल गलती के बारे में जानकारी शामिल होगी, जो रिसर्चर और सिविल सोसाइटी ग्रुप के लिए उपयोगी हो सकती है. संक्षिप्त फ़ैसलों को पूरा बोर्ड नहीं, बल्कि बोर्ड मेंबर्स का पैनल स्वीकृत करेगा और इनमें पब्लिक कमेंट पर विचार नहीं किया जाएगा.
हम 2022 की चौथी तिमाही की ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी कर रहे हैं
आज हम अपनी 2022 की चौथी तिमाही की ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी कर रहे हैं, जिसमें बोर्ड के ज़़रिए चुने गए केस से जुड़े मुख्य आँकड़ों के साथ ही Meta के फ़ैसलों को लागू करने का रिव्यू और इस तिमाही में हमारे दिए गए सुझाव शामिल किए गए हैं. इस रिपोर्ट में 2022 की चौथी तिमाही में प्रकाशित किए गए पाँच केस के फ़ैसले शामिल किए गए हैं, जो हैं “टिग्रे कम्युनिकेशन अफ़ेयर्स ब्यूरो,” “रूसी कविता,” “UK ड्रिल म्यूज़िक,” “नाइजीरिया के चर्च पर हुए हमले के बाद का वीडियो” और “भारत में यौन उत्पीड़न का वीडियो.” इसमें Meta के क्रॉस-चेक प्रोग्राम पर हमारी पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय भी शामिल की गई है. 2023 की पहली तिमाही की हमारी अगली ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में, हम Meta द्वारा हमारे फ़ैसलों और सुझावों को लागू करने का रिव्यू करेंगे. इसमें पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के बारे में Meta की घोषणा का रिव्यू शामिल किया जाएगा. हमारा पहला जवाब यहाँ मिलेगा.
केंजी योशिनो को बोर्ड का नया मेंबर घोषित करना
हम अमेरिका से बोर्ड के नए मेंबर केंजी योशिनो के अपॉइंटमेंट के बारे में भी घोषणा कर रहे हैं. केंजी के पास ज्ञान और अनुभव है, जिससे न सिर्फ़ हमारा काम बेहतर होगा, बल्कि हम अपने एनालिसिस करने के तरीके में सुधार करने के साथ-साथ दुनिया भर में मौजूद लोगों और कम्युनिटीज़ को Meta की सेवाएँ बेहतर तरीके से दे पाएँगे.
केंजी न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ लॉ में कॉन्स्टिट्यूशनल लॉ के चीफ़ जस्टिस अर्ल वॉरेन प्रोफ़ेसर और मेल्ट्ज़र सेंटर फ़ॉर डाइवर्सिटी, इंक्लूज़न एंड बिलॉन्गिंग के फ़ैकल्टी डायरेक्टर हैं. वह संवैधानिक कानून, भेदभाव विरोधी कानून और कानून तथा साहित्य के बहुत अच्छे जानकार हैं. वह पहले येल लॉ स्कूल में डिप्टी डीन रह चुके हैं. फ़िलहाल, वह ब्रेनन सेंटर फ़ॉर जस्टिस के बोर्ड में और मॉर्गन स्टेनली तथा चार्टर कम्युनिकेशन्स के डाइवर्सिटी और इंक्लूज़न (विविधता और समावेशन) के लिए बने सलाहकार बोर्ड में शामिल हैं. इन्हें शिक्षा और स्कॉलरशिप के लिए कई अवॉर्ड मिल चुके हैं और इनकी चार किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें से सबसे हालिया किताब (यह किताब इन्होंने डेविड ग्लासगो के साथ मिलकर लिखी है) Say the Right Thing: How to Talk About Identity, Diversity, and Justice (Simon & Schuster, 2023) शामिल है.
इसके बाद क्या होगा
आगे चलकर, हम अपने पहले तुरंत और संक्षिप्त फ़ैसले प्रकाशित करेंगे. पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद, इन्हें हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाएगा.