पलट जाना
Adderall® माँगना
ओवरसाइट बोर्ड ने एक Facebook पोस्ट को हटाने के Meta के फ़ैसले बदल दिया, जिसमें डॉक्टर की सलाह पर ली जाने वाली दवाई Adderall ® के बारे में डॉक्टर से बात करने के लिए सलाह माँगी गई थी.
केस का सारांश
ओवरसाइट बोर्ड ने एक Facebook पोस्ट को हटाने के Meta के फ़ैसले बदल दिया, जिसमें डॉक्टर की सलाह पर ली जाने वाली दवाई Adderall ® के बारे में डॉक्टर से बात करने के लिए सलाह माँगी गई थी. बोर्ड को कंटेंट और नुकसान की संभावना होने के बीच कोई सीधा कनेक्शन दिखाई नहीं दिया.
केस की जानकारी
जून 2021 में अमेरिका के एक Facebook यूज़र ने एक प्राइवेट ग्रुप में पोस्ट की, जिसके बारे में बताया गया था कि वह ध्यानाभाव एवं अतिसक्रियता विकार (अटेंशन डेफ़िसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) (ADHD) से प्रभावित वयस्कों के लिए है. यूज़र ने खुद को ADHD से प्रभावित व्यक्ति बताया और ग्रुप में पूछा कि डॉक्टर से किसी ख़ास दवाई के बारे में किस तरह बात करनी चाहिए. यूज़र ने कहा कि उन्हें Xanax लेने के लिए कहा गया है लेकिन पहले Adderall दवाई दी गई थी, जिससे फ़ायदा हुआ था और दूसरी दवाओं से उन्हें “बेहोशी सी” रहती है. उन्हें इस बात की चिंता है कि अगर वे डॉक्टर से ख़ास दवा के बारे में बात करेंगे तो कहीं उन्हें ड्रग लेने वाला व्यक्ति न मान लिया जाए. ग्रुप के मेंबर्स ने पोस्ट पर कमेंट किए थे, जिनमें उन्होंने यूज़र को इस बारे में सलाह दी थी कि उन्हें अपनी स्थिति के बारे में किसी डॉक्टर को कैसे बताना चाहिए.
अगस्त 2021 में, Meta ने Facebook के प्रतिबंधित वस्तु और सेवा से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत कंटेंट हटाया था. कंटेंट हटाने के बाद, Meta ने यूज़र के अकाउंट को 30 दिन के लिए प्रतिबंधित किया था. बोर्ड द्वारा इस केस को चुने जाने की वजह से, Meta ने कंटेंट को हटाने के अपने फ़ैसले को “एन्फ़ोर्समेंट से जुड़ी गलती” माना और कंटेंट को रीस्टोर कर दिया.
मुख्य निष्कर्ष
बोर्ड ने पाया कि पोस्ट को हटाने का Meta का मूल फ़ैसला Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड के साथ संगत नहीं है. प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड में ऐसे कंटेंट को प्रतिबंधित नहीं किया गया है जिसमें चिकित्सीय स्थिति के संदर्भ में फ़ार्मास्युटिकल ड्रग के बारे में सलाह माँगी हो.
बोर्ड ने पाया कि Facebook के प्रतिबंधित वस्तु और सेवा से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत पदार्थों की परिभाषाएँ यूज़र्स के लिए पर्याप्त रूप से पारदर्शी नहीं हैं. इस केस में नियम ख़ास तौर पर समझ से परे हैं, बोर्ड के साथ शेयर की गई आंतरिक परिभाषाओं में, Adderall और Xanax स्थिति के अनुसार या तो गैर चिकित्सीय दवा मानी जाती हैं या फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स की श्रेणी में आती हैं. Meta ने फ़िलहाल लोगों को उपलब्ध दस्तावेज़ में गैर चिकित्सीय दवाओं या फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स की परिभाषा नहीं दी है.
बोर्ड मानता है कि Meta का पोस्ट हटाने का फ़ैसला अनावश्यक और गैर अनुपातिक था. कंटेंट और नुकसान की संभावना के बीच कोई सीधा कनेक्शन नहीं था. यूज़र ने साफ़ तौर पर बताया है कि उनका इरादा स्वास्थ्य संबंधी जानकारी पाने का है और उन्होंने अपनी पोस्ट में जिन ड्रग्स की चर्चा की है उसके बारे में कंटेंट की चेतावनी भी जोड़ी है “CW: दवाई, लत,”.
Meta द्वारा पोस्ट हटाने से यूज़र के खिलाफ़ स्ट्राइक भी जेनरेट हुई और पहले लगी हुई स्ट्राइक के साथ कुल मिलाकर उनके अकाउंट को 30 दिन के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया. यूज़र की अभिव्यक्त की स्वतंत्रता का उल्लंघन इस अवधि के पहले खत्म नहीं हुआ और Meta यूज़र के लिए प्रभावी उपाय करने में विफल रहा. भविष्य में, कंटेंट स्तर के एन्फ़ोर्समेंट नियमों की वजह से अकाउंट स्तर के दंड लगने पर कंपनी को समय से यूज़र की अपील का रिव्यू करना चाहिए.
ओवरसाइट बोर्ड का फ़ैसला
ओवरसाइट बोर्ड ने संबंधित कंटेंट को हटाने के Meta के मूल फ़ैसले को पलट दिया.
पॉलिसी से जुड़े सुझाव देते हुए बोर्ड ने कहा कि Meta:
- “गैर चिकित्सीय ड्रग्स” और “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” के लिए प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े Facebook कम्युनिटी स्टैंडर्ड में अपनी आंतरिक परिभाषाएँ प्रकाशित करे. प्रकाशित परिभाषाओं में: (a) यह स्पष्ट होना चाहिए कि कुछ पदार्थ या तो “गैर-चिकित्सीय दवा” या “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” की श्रेणी में आ सकते हैं और (b) उन परिस्थितियों के बारे में बताए कि कौनसा पदार्थ कब इनमें से कौन सी श्रेणी में आएगा.
- प्राथमिकता के लिए डायनेमिक सिस्टम लागू करने के परिणाम और कमियों का अध्ययन करे, जो ह्यूमन रिव्यू के लिए अपील को क्रमित करे और इस बात पर ध्यान दे कि किसी एन्फ़ोर्समेंट के फ़ैसले से अकाउंट पर प्रधिबंध लगना इस सिस्टम के मानदंडों में होना चाहिए या नहीं. Meta को इन जाँच के परिणाम बोर्ड के साथ शेयर करने चाहिए और इस सुझाव का अनुपालन दर्शाने के लिए इन्हें अपनी तिमाही बोर्ड पारदर्शिता रिपोर्ट में भी बताना चाहिए.
- रिव्यूअर की सटीकता दर के नियमित आकलन होने चाहिए, जो प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़ी पॉलिसी पर केंद्रित हो. Meta को बोर्ड के साथ इन आकलन के परिणाम शेयर करना चाहिए, जिनके साथ यह भी बताया जाए कि एन्फ़ोर्समेंट ऑपरेशन के सुधार में और पॉलिसी के विकास में ये परिणाम किस तरह से उपयोगी होंगे और अपनी तिमाही बोर्ड पारदर्शिता रिपोर्ट में परिणामों का सारांश देना चाहिए. Meta इस बात पर विचार कर सकता है कि इन आकलनों को अन्य कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत रिव्यूअर की सटीकता दरों तक आगे बढ़ाया जाए या नहीं.
*केस के सारांश से केस का ओवरव्यू पता चलता है और आगे के किसी फ़ैसले के लिए इसको आधार नहीं बनाया जा सकता है.
केस का पूरा फ़ैसला
1. फ़ैसले का सारांश
ओवरसाइट बोर्ड ने एक Facebook पोस्ट हटाने के Meta के मूल फ़ैसले को बदल दिया. इस पोस्ट में डॉक्टर से dextroamphetamine और amphetamine – दवा, जिसे ब्रांड के नाम Adderall® से जाना जाता है और ADHD के इलाज में उपयोग किया जाता है, इसके बारे में पूछने के लिए बात करने के तरीके पर सलाह माँगी गई थी. बोर्ड ने निष्कर्ष निकाला कि कंटेंट Facebook कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन नहीं करता है. बोर्ड ने यह भी सुझाव दिया कि Meta इस बारे में आंतरिक परिभाषाएँ प्रकाशित करे कि “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” और “गैर-चिकित्सीय दवाएँ” क्या होती हैं और अपनी प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं की पॉलिसी स्पष्टता से बताए. कंपनी को यह भी अध्ययन करना चाहिए कि प्राथमिकता के डायनेमिक सिस्टम को लागू करने के क्या परिणाम और कमियाँ हैं, और नियमित रूप से रिव्यूअर की सटीकतता के आकलन करना चाहिए और बोर्ड के साथ यह डेटा शेयर करना चाहिए.
2. केस का विवरण
जून 2021 में अमेरिका के एक Facebook यूज़र ने एक प्राइवेट ग्रुप में पोस्ट की, जिसके बायो में बताया गया था कि वह ध्यानाभाव एवं अतिसक्रियता विकार (अटेंशन डेफ़िसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) (ADHD) से प्रभावित वयस्कों के लिए है. उस पोस्ट का टेक्स्ट अंग्रेजी भाषा में था, जिसकी शुरुआत में यूज़र ने “दवाइयाँ, लत” की “CW” (जो कंटेंट की चेतावनी के लिए है) लिखा था. यूज़र ने खुद को ADHD से प्रभावित व्यक्ति बताया और ग्रुप में पूछा कि डॉक्टर से किसी ख़ास दवाई के बारे में किस तरह बात करनी चाहिए. यूज़र ने कहा कि उन्हें Xanax लेने के लिए कहा गया है लेकिन पहले Adderall दवाई दी गई थी, जिससे फ़ायदा हुआ था और दूसरी दवाओं से उन्हें “बेहोशी सी” रहती है. उन्हें इस बात की चिंता थी कि अगर वे डॉक्टर से ख़ास दवा के बारे में बात करेंगे तो कहीं उन्हें ड्रग लेने वाला व्यक्ति न मान लिया जाए. ग्रुप के मेंबर्स ने पोस्ट पर कमेंट किए थे जिनमें उन्होंने अपने अनुभव बताए थे और इस बारे में सलाह दी थी कि उन्हें अपनी स्थिति के बारे में किसी डॉक्टर को कैसे बताना चाहिए. उस ग्रुप के एडमिन कनाडा और न्यूज़ीलैंड में रहते हैं.
किसी भी यूज़र ने इस कंटेंट की रिपोर्ट नहीं की. Meta ने कहा कि जब कंटेंट शुरुआत में पोस्ट किया गया था, तब इसकी क्लासिफ़ायर टेक्नोलॉजी ने इसे कम स्कोर दिया था, मतलब कि टेक्नोलॉजी ने तय किया कि इससे उल्लंघन होने की संभावना नहीं थी. इस कम स्कोर और इसके अलावा कोई और ऐसा संकेत नहीं मिलने से जिससे कंटेंट रिव्यू ट्रिगर हो (जैसे वायरल होना), कंटेंट को ह्यूमन रिव्यू के लिए नहीं भेजा गया. लगभग दो महीने बाद, अगस्त 2021 में, कंटेंट को Meta की क्लासिफ़ायर टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग के लिए रैंडम सैंपल के तौर पर चुना गया. एक ह्यूमन रिव्यू में कंटेंट को प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन करने वाला माना गया. Meta ने बोर्ड को बताया कि “हालाँकि इस रिव्यू का प्राथमिक उद्देश्य क्लासिफ़ायर के लिए ट्रेनिंग के सेट तैयार करना था, रिव्यूअर द्वारा कंटेंट को उल्लंघन करने वाला माना जाने पर, Meta ने इसे अपने कम्युनिटी स्टैंडर्ड के अनुसार हटा दिया.” इसलिए Meta ने Facebook के प्रतिबंधित वस्तु और सेवा से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत इसे हटा दिया. इस पॉलिसी के तहत Meta ऐसे कंटेंट को हटा देता है, जिसमें "फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स खरीदने, बेचने या उनका व्यापार करने की कोशिशें की जाती हैं...[या] उनकी माँग की जाती है, उस स्थिति को छोड़कर जब कंटेंट के ज़रिए चिकित्सा के संदर्भ में फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स को खरीदने की योग्यता, उनकी उपलब्धता या उनके प्रभाव के बारे में चर्चा की जा रही हो."
यूज़र ने कंटेंट हटाने के फ़ैसले के खिलाफ़ अपील की. ह्यूमन रिव्यू के बाद Meta ने उस कंटेंट को हटाने के अपने मूल फ़ैसले को बरकरार रखा. इसके बाद यूज़र ने बोर्ड को एक अपील सबमिट की. बोर्ड द्वारा इस केस को चुने जाने की वजह से Meta ने कंटेंट को हटाने के अपने फ़ैसले को “एन्फ़ोर्समेंट से जुड़ी गलती” माना और सितंबर 2021 में कंटेंट रीस्टोर कर दिया. Meta ने कहा कि जब कंटेंट को रीस्टोर किया गया, तब क्लासिफ़ायर को भी कंटेंट उल्लंघन करने वाला नहीं होने के सही लेबल को दिखाने के लिए अपडेट किया गया.
हटाते समय यह कंटेंट 700 से ज़्यादा बार देखा जा चुका था और उसे शेयर एक भी बार नहीं किया गया था. कंटेंट हटाने के बाद, यूज़र के अकाउंट को 30 दिनों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया, जिससे वह प्लेटफ़ॉर्म पर नया कंटेंट बनाने, ग्रुप्स से इंटरैक्ट करने (जैसे, ग्रुप्स में पोस्ट करना या कमेंट करना, नए ग्रुप बनाना) और Messenger रूम बनाने या उनसे जुड़ने जैसे काम नहीं कर सके. यूज़र अब भी Facebook Messenger का उपयोग करके अन्य यूज़र से बातचीत कर सकते थे.
3. प्राधिकार और दायरा
अपने चार्टर के अनुसार, ओवरसाइट बोर्ड एक स्वतंत्र संस्था है, जिसे कुछ महत्वपूर्ण कंटेंट के बारे में सैद्धांतिक और निष्पक्ष फ़ैसले लेकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सुरक्षित रखने के लिए बनाया गया है. यह गैर-पक्षपाती धारणा रखकर और निष्पक्ष तौर पर फ़ैसले करके पारदर्शी रूप से काम करता है. बोर्ड को उस यूज़र के अपील करने के बाद Meta के फ़ैसले का रिव्यू करने का अधिकार है, जिसका कंटेंट हटा दिया गया था (चार्टर अनुच्छेद 2, सेक्शन 1; उपनियम अनुच्छेद 3, सेक्शन 1). बोर्ड उस फ़ैसले को बरकरार रख सकता है या उसे बदल सकता है (चार्टर अनुच्छेद 3, सेक्शन 5) और उसका फ़ैसला Meta पर बाध्यकारी है (चार्टर अनुच्छेद 4). Meta को मिलते-जुलते संदर्भ वाले समान कंटेंट पर अपने फ़ैसले को लागू करने की संभावना का भी आकलन करना चाहिए (चार्टर अनुच्छेद 4).
बोर्ड के फ़ैसलों में पॉलिसी से जुड़ी सलाह के कथनों के साथ सुझाव भी शामिल हो सकते हैं. ये सुझाव बाध्यकारी नहीं होते हैं, लेकिन Meta को उन पर प्रतिक्रिया देनी होती है (चार्टर का अनुच्छेद 3, सेक्शन 4; अनुच्छेद 4).
4. प्रासंगिक स्टैंडर्ड
ओवरसाइट बोर्ड ने इन स्टैंडर्ड पर विचार करते हुए अपना फ़ैसला दिया है:
I. Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड
जून 2021 में कंटेंट के पहली बार पोस्ट किए जाने के बाद, Facebook के प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के अमेरिकी अंग्रेज़ी संस्करण, जिसे पहले विनियमित सामान से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड कहा जाता था, को बोर्ड को केस असाइन करने के पहले तीन बार अपडेट किया गया और असाइन किए जाने के बाद एक बार नवंबर 2021 में अपडेट किया गया. वर्तमान संस्करण में “गैर चिकित्सीय” दवाइयों और “फ़ार्मास्युटिकल” ड्रग्स की अलग श्रेणियाँ हैं और हर श्रेणी में किस तरह के कंटेंट की अनुमति है, इसके अलग नियम हैं. बोर्ड ने ध्यान दिया कि प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के अन्य संस्करणों (जैसे यूके वाले) को कुछ हालिया बदलावों के बारे में बताने के लिए अपडेट नहीं किया गया है, जैसे कि नाम और पॉलिसी के तर्क.
“फ़ार्मास्युटिक ड्रग्स,” के संबंध में, वर्तमान स्टैंडर्ड ऐसे कंटेंट को प्रतिबंधित करते हैं जिसमें:
इन संदर्भों में “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स खरीदने, बेचने या उनका व्यापार करने की कोशिशें हों:
- जानकारी देने या चर्चा करने के स्पष्ट संदर्भ में टीकों की कीमत बताना.
- स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े वैध ई-कॉमर्स बिज़नेस द्वारा पोस्ट करने पर डिलीवरी का ऑफ़र देना.
फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स दान या उपहार में देने के प्रयास किए जाते हैं.
फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स की माँग की जाती है, उस स्थिति को छोड़कर जब कंटेंट के ज़रिए चिकित्सीय संदर्भ में फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स के किफ़ायती होने, आसानी से उपलब्ध होने या प्रभावी होने के बारे में चर्चा की जाती है.”
जब जून 2021 में कंटेंट पोस्ट किया गया था, उस समय, “फ़ार्मास्युटिकल” ड्रग्स की अलग श्रेणी नहीं थी. Facebook ने इन्हें प्रतिबंधित किया हुआ है: “ वह कंटेंट जिसमें गाँजा और फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स खरीदने, बेचने, इनका व्यापार करने, दान या उपहार के रूप में देने या फिर माँगने का प्रयास किया जाता है.”
“गैर चिकित्सीय दवाओं,” के संबंध में, वर्तमान स्टैंडर्ड ऐसे कंटेंट को प्रतिबंधित करते हैं जिसमें:
"गैर-चिकित्सीय दवाओं को खरीदने, बेचने या उनके व्यापार में सहयोग करने, दान में या उपहार में देने या फिर माँगने के प्रयास किए जाते हैं.
कंटेंट पोस्ट करने वाला व्यक्ति खुद या दूसरों के ज़रिए गैर-चिकित्सीय दवाओं को खरीदने, उनका व्यापार करने या उनके व्यापार में सहयोग करने की बात करता हो.
दवाओं का उपयोग करने की बात स्वीकार की जाती हो, वो भी स्वस्थ होने, उपचार या अन्य प्रतिरोधकों के रूप में उपयोग करने की स्वीकारोक्ति या संदर्भ के बिना. इस कंटेंट में गैर-चिकित्सीय दवाओं के बारे में सकारात्मक बातें नहीं की जा सकती, उनके उपयोग के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जा सकता या उन्हें बनाने या उपयोग करने के निर्देश नहीं दिए जा सकते.
गैर-चिकित्सीय दवाओं के लिए सहयोग किया जाता है या उनका प्रचार किया जाता है (इससे हमारा मतलब उस कंटेंट से है जिसमें इनके बारे में अच्छी बातें की जाती हैं, उनके उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाता है अथवा उनके उपयोग या उन्हें बनाने के निर्देश दिए जाते हैं)."
जून 2021 में जब कंटेंट पोस्ट किया गया था तब "गैर चिकित्सीय दवाओं," के संबंध में, कम्युनिटी स्टैंडर्ड में ऐसा कंटेंट प्रतिबंधित था जिसमें:
"गैर-चिकित्सीय दवाओं को खरीदने, बेचने, दान में या उपहार में देने या फिर माँगने का प्रयास किया जाता है.
कंटेंट पोस्ट करने वाला व्यक्ति खुद या दूसरों के ज़रिए गैर-चिकित्सीय दवाओं को खरीदने या बेचने की बात स्वीकार करता हो.
दवाओं का उपयोग करने की बात स्वीकार की जाती हो, वो भी स्वस्थ होने, उपचार या अन्य प्रतिरोधकों के रूप में उपयोग करने की स्वीकारोक्ति या संदर्भ के बिना.
गैर-चिकित्सीय दवाओं के बारे में सकारात्मक बातें हों, बढ़ावा दिया जाता हो या सहयोग किया जाता हो अथवा उन्हें उपयोग करने या बनाने से जुड़े निर्देश दिए गए हों."
II. Meta के मूल्य
Meta के मूल्यों के बारे में Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड के परिचय सेक्शन में बताया गया है. “अभिव्यक्ति” के महत्व को “सर्वोपरि” बताया गया है:
हमारे कम्युनिटी स्टैंडर्ड का लक्ष्य हमेशा एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म बनाना रहा है, जहाँ लोग अपनी बात रख सकें और अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकें. […] हम चाहते हैं कि लोग अपने लिए महत्व रखने वाले मुद्दों पर खुलकर बातें कर सकें, भले ही कुछ लोग उन बातों पर असहमति जताएँ या उन्हें वे बातें आपत्तिजनक लगें.
Meta चार मूल्यों का सम्मान करने के लिए "अभिव्यक्ति" को सीमित कर देता है, जिनमें से इस केस में प्रासंगिक मूल्य “सुरक्षा” और “गरिमा” हैं:
“सुरक्षा”: हम Facebook को एक सुरक्षित जगह बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. लोगों को धमकाने वाले कंटेंट से लोगों में डर, अलगाव या चुप रहने की भावना आ सकती है और इसलिए Facebook पर ऐसा कंटेंट पोस्ट करने की अनुमति नहीं है.
“गरिमा”: हमारा मानना है कि सभी लोगों को एक जैसा सम्मान और एक जैसे अधिकार मिलने चाहिए.
III. मानवाधिकार स्टैंडर्ड
बिज़नेस और मानवाधिकारों के बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ के मार्गदर्शक सिद्धांत (UNGP), जिन्हें 2011 में संयुक्त राष्ट्र संघ की मानवाधिकार समिति ने स्वीकृति दी है, वे प्राइवेट बिज़नेस की मानवाधिकार से जुड़ी ज़िम्मेदारियों का स्वैच्छिक ढाँचा तैयार करते हैं. 16 मार्च 2021 को घोषित Meta की कॉर्पोरेट मानवाधिकार पॉलिसी, UNGP में बताए अनुसार अधिकारों का सम्मान करने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. इस केस में बोर्ड ने Meta की मानवाधिकार से जुड़ी ज़िम्मेदारियों का विश्लेषण इन मानवाधिकार मानकों को ध्यान में रखते हुए किया.
- विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार: अनुच्छेद 19, नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र ( ICCPR), सामान्य कमेंट सं. 34, मानव अधिकार समिति, 2011; विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रिपोर्ट A/HRC/38/35 (2018) पर संयुक्त राष्ट्र का विशेष रैपर्टर; अनुच्छेद 1 और 21, अक्षम लोगों के अधिकारों पर प्रतिज्ञापत्र (CRPD).
- स्वास्थ्य का अधिकार: अनुच्छेद 12, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र ( ICESCR); सामान्य कमेंट सं.14, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकार समिति, (2000).
- प्रभावी उपाय तक पहुँच: अनुच्छेद 2, ICCPR; सामान्य कमेंट संख्या 31, मानवाधिकार समिति, 2004; बिज़नेस और मानवाधिकार पर UN मार्गदर्शक सिद्धांत, सिद्धांत 22, 29, 31.
5. यूज़र का कथन
यूज़र का कहना है कि वे एक ADHD मरीज़ हैं और उन्होंने दूसरे मरीज़ों से यह पूछने के लिए पोस्ट की थी कि इन दवाइयों के बारे में वे अपने डॉक्टर से कैसे बात करते हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते कि डॉक्टर उनके बारे में ऐसा सोचे कि वे इन दवाइयों को बेच रहे हैं या उनका दुरुपयोग कर रहे हैं. वे बातचीत को लेकर थोड़ा हिचकिचा रहे थे और जानना चाहते थे कि इस बारे में सही तरीके से और सतर्कता के साथ कैसे पूछा जाए. उन्होंने कहा कि पोस्ट से यह बात साफ़ थी कि उनका इरादा दवाइयों का दुरुपयोग करने, उन्हें बेचने या गैर-कानूनी रूप से उन्हें हासिल करने का नहीं था.
6. Meta के फ़ैसले का स्पष्टीकरण
बोर्ड द्वारा केस चुने जाने के बाद, Meta ने तय किया कंटेंट को हटाने का मूल फ़ैसला गलती से लिया गया था और कंटेंट को रीस्टोर कर दिया.
Meta ने कहा कि उसकी प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं की पॉलिसी “गैर-चिकित्सीय दवा” और “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” में अंतर करती है ताकि “अभिव्यक्ति” और “सुरक्षा” के मूल्यों के बीच संतुलन बनाया जा सके. कंपनी ने बताया कि कुछ दवाइयाँ आम तौर पर “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” की श्रेणी में आती हैं और इनके दुरूपयोग का जोखिम रहता है, साथ ही अगर इन्हें गैर चिकित्सीय उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाए तो इन्हें “गैर चिकित्सीय दवाइयाँ” माना जा सकता है. उदाहरण के लिए, इसमें Oxycontin, Xanax या Adderall दवाइयाँ जिस उद्देश्य से बनी हैं, उसी के लिए उपयोग करने पर इन्हें “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” माना गया है लेकिन अगर कंटेंट में “नशा करने" या बदली हुई मन:स्थिति पाने के लिए” उपयोग की चर्चा है, तो उसे “गैर चिकित्सीय दवा” माना है. इसमें बताया गया है कि “इस तरह की दवाइयों से जुड़ी पोस्ट रिव्यू के लिए चुनौती हैं क्योंकि यह पता करने का कोई तरीका नहीं है कि यूज़र का इरादा क्या है और लत के शिकार यूज़र या जो ड्रग्स के सौदे करना चाहते हैं, वे एन्फ़ोर्समेंट से बचने के लिए चिकित्सीय चर्चाओं के ग्रुप में आ सकते हैं.”
Meta ने कहा कि इस केस में यूज़र ने Adderall और Xanax की चर्चा अपनी चिकित्सीय स्थिति, ADHD के इलाज के संदर्भ में की है और इसका कहीं कोई संकेत नहीं है, जिससे लगे कि उन्होंने नशा करने या बदली हुई मन:स्थिति हासिल करने के लिए ड्रग्स का उपयोग किया हो. इसलिए कंटेंट “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” से संबंधित है न कि “गैर चिकित्सीय दवा” से.
Meta ने बताया कि संबंधित कंटेंट में फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स की एक्सेस की बात है, इससे प्रतिबंधित वस्तु और सेवा की पॉलिसी का उल्लंघन नहीं होता, जिसके तहत ऐसा कंटेंट प्रतिबंधित है, जिसमें “चिकित्सीय संदर्भ में फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स के किफ़ायती होने, उसकी एक्सेस होने या उसके प्रभावी होने की चर्चा के अलावा उसकी माँग की गई हो.” कंटेंट में ड्रग्स माँगने का अनुरोध नहीं है, बल्कि यूज़र इस बारे में सलाह माँग रहा है कि डॉक्टर से इसके बारे कैसे पूछा जाए. आगे, “भले ही यूज़र ने चिकित्सीय उपयोग के लिए ड्रग्स के बारे में पूछा हो, लेकिन कंटेंट संबंधित ड्रग्स की एक्सेस और प्रभाविता के बारे में है.” Meta ने निष्कर्ष निकाला कि इसलिए कंटेंट को नहीं हटाया जाना चाहिए था.
कंटेंट का रिव्यू करने के लिए सिस्टम के बारे में, Meta के पास कंटेंट के शुरुआती रिव्यू को प्राथमिकता देने का सिस्टम है, लेकिन उसने बोर्ड को बताया कि अपील को प्राथमिकता देने का कोई फ़्रेमवर्क नहीं है – अपीलों का रिव्यू “पहले प्राप्त” के आधार पर किया जाता है. इसी के साथ, कंपनी ने बताया कि वे अपीलों के लिए "प्राथमिकता के फ़्रेमवर्क को अपनाने के विकल्प देख रहे हैं".
7. थर्ड पार्टी सबमिशन
ओवरसाइट बोर्ड ने लोगों की ओर से इस केस पर मिले 16 कमेंट पर ध्यान दिया. चार कमेंट मध्य और दक्षिण एशिया से, चार यूरोप से, दो मध्य पूर्व और उत्तरी अफ़्रीका से और छह अमेरिका और कनाडा से थे.
सबमिशन में ये विषय वस्तु थीं: अंतरराष्ट्रीय मानकों और विभिन्न देशों में विनियमित पदार्थों का श्रेणीकरण, Adderall का दुरूपयोग और Facebook पर Adderall की बिक्री से संबंधित कंटेंट.
इस केस को लेकर लोगों की ओर से सबमिट किए गए कमेंट देखने के लिए कृपया यहाँ क्लिक करें.
8. ओवरसाइट बोर्ड का विश्लेषण
8.1 कम्युनिटी स्टैंडर्ड का अनुपालन
बोर्ड ने माना कि पोस्ट को हटाने का Meta का मूल फ़ैसला Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड के साथ संगत नहीं है.
Meta “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” और “गैर चिकित्सीय” दवाओं के बीच अंतर करता है और उसने बताया कि कुछ दवाइयाँ दुरूपयोग का जोखिम पैदा करती हैं, जो आम तौर पर “फ़ार्मास्युटिकल” की श्रेणी में आती हैं, उन्हें अगर गैर चिकित्सीय उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाए, तो इन्हें “गैर चिकित्सीय दवाइयाँ” माना जा सकता है. बोर्ड Meta से सहमत है कि इस केस में, यूज़र Adderall और Xanax के बारे में चिकित्सीय संदर्भ में चर्चा कर रहा था और इसलिए प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड लागू करने के उद्देश्यों के लिए ये “फ़ार्मास्युटिकल” ड्रग्स हैं.
प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड में ऐसे कंटेंट को प्रतिबंधित नहीं किया गया है जिसमें चिकित्सीय स्थिति के संदर्भ में फ़ार्मास्युटिकल ड्रग के बारे में सलाह माँगी हो. इस केस में यूज़र फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स खरीदने, बेचने, इनका व्यापार करने या इनकी माँग करने की कोशिश नहीं कर रहा था. जैसा कि Meta ने खुद के तर्क में बताया, “भले ही यूज़र ने चिकित्सीय उपयोग के लिए ड्रग्स के बारे में पूछा हो, लेकिन कंटेंट संबंधित ड्रग्स की एक्सेस और प्रभाविता के बारे में है.”
8.2 Meta के मूल्यों का अनुपालन
कंटेंट हटाने का Meta का मूल फ़ैसला कंपनी के मूल्यों के अनुरूप नहीं था. Meta ने बताया कि प्रतिबंधित वस्तु और सेवा से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड का लक्ष्य “वॉइस” और “सुरक्षा” के बीच संतुलन रखना है. स्टैंडर्ड का लक्ष्य इस केस से जुड़ी पोस्ट जैसे कंटेंट को प्रतिबंधित करना नहीं है, जहाँ यूज़र चिकित्सीय स्थिति के इलाज के लिए फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स की एक्सेस के बारे में सलाह माँग रहा था. Meta की पॉलिसी इस तरह के कंटेंट की परमिशन देने को लेकर सही है – और इसके द्वारा इस पोस्ट को गलती से हटाया जाना इसके मूल्यों के अनुरूप नहीं था.
बोर्ड ने “गरिमा” के मूल्य की प्रासंगिकता पर भी ध्यान दिया – ADHD या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित लोग, जो फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स के बारे में सलाह चाहते हैं, वे “अभिव्यक्ति” को प्रतिबंधित करने वाली एन्फ़ोर्समेंट की गलतियों से गैर अनुपातिक रूप से प्रभावित हो सकते हैं.
8.3 Meta की मानवाधिकारों से जुड़ी ज़िम्मेदारियों का अनुपालन
बोर्ड ने आगे यह भी कहा कि उस कंटेंट को निकालने का Meta का फ़ैसला अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार स्टैंडर्ड का पालन करते हुए नहीं लिया गया था. Meta, बिज़नेस और मानवाधिकारों के बारे में संयुक्त राष्ट्र के मार्गदर्शक सिद्धांतों (UNGP) के तहत मानवाधिकारों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसकी कॉर्पोरेट मानवाधिकार पॉलिसी में कहा गया है कि इस प्रतिबद्धता में नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र (ICCPR), आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र (ICESCR) और अक्षम लोगों के अधिकारों पर प्रतिज्ञापत्र (CRPD) शामिल हैं.
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और जानकारी की एक्सेस
ICCPR के अनुच्छेद 19, पैरा 2 में अभिव्यक्ति के लिए विस्तृत सुरक्षा का प्रावधान किया गया है. इस अधिकार में “सभी प्रकार की जानकारी और विचार के बारे में खोजना, उन्हें पाना और देना” शामिल है. CRPD का अनुच्छेद 21 अक्षम लोगों को यह सुरक्षा देता है, जिसमें अनुच्छेद 1 के अनुसार “ऐसे लोग जिन्हें लंबे समय से शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक या संवेदी बाधाएँ हों, जिनकी वजह से कई तरह की रुकावटों का सामान करने के कारण दूसरों की तुलना में समाज में उनकी पूर्ण और प्रभावी सहभागिता में समस्या पैदा हो”, शामिल हैं. CRPD यह सुनिश्चित करता है कि वे “अन्य लोगों के समान ही और उनकी पसंद के सभी तरह के कम्युनिकेशन के ज़रिए” इस स्वतंत्रता का प्रयोग कर सकें (अनुच्छेद 21, CRPD). आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों से जुड़ी संयुक्त राष्ट्र की समिति यह स्पष्ट करती है कि “स्वास्थ्य संबंधी शिक्षा और जानकारी की एक्सेस” स्वास्थ्य के अधिकार का अहम हिस्सा हैं, जो ICESCR के अनुच्छेद 12 में दिया गया है (सामान्य कमेंट सं. 14, पैरा. 11).
इस केस में, यूज़र ने बताया है कि वे ADHD के मरीज़ हैं. ADHD को CRPD के अनुच्छेद 1 की परिभाषा के तरह एक अक्षमता माना जा सकता है और यहाँ यूज़र ने Adderall और Xanax लेने पर हुए पिछले अनुभवों के बारे में बताकर, स्वास्थ्य संबंधी जानकारी पाने के लिए चर्चा की है और सलाह माँगी है. वे इस बारे में सलाह माँग रहे थे कि उनकी स्थिति में ये दवाइयाँ डॉक्टर के ज़रिए कैसे ली जाएँ.
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार बुनियादी है, लेकिन यह संपूर्ण नहीं है. जहाँ राज्य अभिव्यक्ति पर प्रतिबंध लागू करता है, वहाँ प्रतिबंधों को वैधानिकता, वैधानिक लक्ष्य और आवश्यकता तथा अनुपात की शर्तों को पूरा करना ज़रूरी होता है (अनुच्छेद 19, पैरा. 3, ICCPR). जैसा कि ऊपर कहा गया है, Meta स्वेच्छा से मानवाधिकार मानकों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है. Meta का पोस्ट को हटाने का फ़ैसला, इस परीक्षा के पहले और तीसरे हिस्से पर विफल रहा.
I.वैधानिकता (नियमों की स्पष्टता और सुलभता)
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सीमित करने वाला कोई भी नियम स्पष्ट, सटीक और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होना चाहिए, (सामान्य कमेंट 34, पैरा. 25). लोगों के पास यह तय करने के लिए पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए कि क्या उनकी बातों पर रोक लगाई जा सकती है और ऐसा करने की वजह क्या हो सकती है, ताकि इसके हिसाब से वे अपने व्यवहार में बदलाव ला सकें.
बोर्ड ने पाया कि Facebook के प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत पदार्थों की परिभाषाएँ यूज़र्स के लिए पर्याप्त रूप से विस्तृत और पारदर्शी नहीं हैं. इस पॉलिसी के तहत कुछ सामानों से संबंधित कंटेंट पर रोक लगाई गई है, जिनमें बंदूकें, गाँजा, फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स और गैर-चिकित्सीय दवाएँ तथा शराब व तंबाकू शामिल हैं. Meta ने लोगों को उपलब्ध डॉक्यूमेंट में गैर चिकित्सीय दवाओं या फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स को परिभाषित नहीं किया है, लेकिन बोर्ड के सवाल के जवाब में बताया कि मॉडरेटर के लिए आंतरिक परिभाषाएँ बनाई गईं हैं, साथ ही गैर चिकित्सीय दवाओं और फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स की अपडेट होती रहने वाली गोपनीय लिस्ट भी है.
इस केस में लागू नियम ख़ास तौर पर समझ से परे हैं, बोर्ड के साथ शेयर की गई आंतरिक परिभाषाओं में, Adderall और Xanax, हर केस की अपनी परिस्थिति में दवा के उपयोग के इरादे के अनुसार या तो गैर चिकित्सकीय दवा मानी जाती हैं या फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स की श्रेणी में आती हैं. यह वर्णीकरण कम्युनिटी स्टैंडर्ड में नहीं दिया गया है और इसलिए यूज़र्स को इस बारे में जानकारी नहीं होती. अगर पोस्ट को गैर चिकित्सीय दवा से संबंधित माना जाए, हालाँकि यूज़र द्वारा निजी उपयोग की स्वीकारोक्ति गैर उल्लंघनकारी हो सकती है क्योंकि इसमें इलाज का संदर्भ है, लेकिन पोस्ट को ड्रग्स के बारे में सकारात्मक बातें करने वाली माना जा सकता है. इससे प्रतिबंधित वस्तु और सेवा से जुड़े स्टैंडर्ड का उल्लंघन होगा और ड्रग्स को इस केस में फ़ार्मास्युटिकल माने जाने की तुलना में अलग नतीजा निकलेगा.
बोर्ड ने ऐसे उदाहरणों पर ध्यान दिया जब यही ड्रग्स बेचने की कोशिश करने वाला कंटेंट Facebook पर बना रहा. यह जानकारी नेशनल असोसिएशन ऑफ़ बोर्ड ऑफ़ फ़ार्मेसी से लोगों के कमेंट PC-10281 से मिली – यह अमेरिका में स्थित गैर-लाभकारी संगठन है जिसमें 50 अमेरिकी राज्य के फ़ार्मेसी बोर्ड शामिल हैं, साथ ही कोलंबिया जिले, गौम, पुएर्तो रीको, वर्जिन आयलैंड, बहामा और कनाडा के 10 प्रांत के फ़ार्मेसी रेग्युलेटर भी हैं. बोर्ड ने देखा कि, ऐसे यूज़र्स को जो यह कंटेंट देख सकते थे, उन्हें एन्फ़ोर्समेंट में ऐसी असंगतता से इस बारे में भ्रम हो सकता है कि Facebook पर किस चीज़ की परमिशन है.
इन समस्याओं को देखते हुए, बोर्ड ने पाया कि Meta ने प्रतिबंधित वस्तु और सेवा के अपने नियमों को स्पष्ट और यूज़र्स के लिए सुलभ बनाने की अपनी ज़िम्मेदारी को पूरा नहीं किया. जैसा कि नीचे सुझाव दिया गया है, Meta को अपनी पॉलिसी के वर्णन में उपरोक्त परिभाषाओं को शामिल करना चाहिए और उनका वर्णन करना चाहिए. इसके अलावा, एन्फ़ोर्समेंट की संगतता में सुधार करने से प्लेटफ़ॉर्म पर कैसे कंटेंट की अनुमति है, इस बारे में बेहतर तरह से समझा जा सकता है. साथ ही, Meta को कंटेंट रिव्यूअर को पर्याप्त ट्रेनिंग देनी चाहिए ताकि एन्फ़ोर्समेंट की सटीकता और संगतता सुनिश्चित की जा सके. इसे नियमित रूप से प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं की पॉलिसी रिव्यूअर की सटीकता दर का भी आकलन करना चाहिए और इन आकलनों को बोर्ड और लोगों के साथ शेयर करना चाहिए.
II. वैधानिक लक्ष्य
किसी अभिव्यक्ति से संबंधित प्रतिबंध में ICCPR के अनुच्छेद 19, पैरा. 3 में सूचीबद्ध वैधानिक लक्ष्यों में से किसी एक का अनुसरण किया जाना चाहिए. Meta के पास यह सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी है कि उसके नियम वैधता के सिद्धांत का अनुपालन करते हों (A/HRC/38/35, पैरा. 45). इस संबंध में, बोर्ड ने पाया कि Facebook यूज़र्स के बीच दवा के दुरूपयोग के जोखिम के बारे में सोचकर, पॉलिसी और प्रतिबंध द्वारा सार्वजनिक स्वास्थ्य और अन्य के स्वास्थ्य अधिकारों की रक्षा के वैध लक्ष्य का अनुसरण किया गया.
III.आवश्यकता और समानुपात
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगाए जाने वाले सभी प्रतिबंध "उनके सुरक्षात्मक कार्य को पूरा करने के लिए उपयुक्त होने चाहिए; वे अपने सुरक्षात्मक कार्य कर सकने वाले उपायों में से कम से कम हस्तक्षेप करने वाले उपाय होने चाहिए; उन्हें सुरक्षित रखे जाने वाले हित के अनुपात में होना चाहिए” (सामान्य कमेंट 34, पैरा. 34)
यूज़र की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में Meta का हस्तक्षेप अनावश्यक था. बोर्ड को कंटेंट और नुकसान होने की संभावना के बीच कोई सीधा कनेक्शन दिखाई नहीं दिया. पोस्ट और यूज़र के कथन के आधार पर, वे केवल इस बारे में सलाह चाहते थे कि वे इलाज के बारे में डॉक्टर से कैसे बात करें और उनका दवा का दुरूपयोग करने, उसे बेचने या गैर-कानूनी तरीके से उसे हासिल करने का कोई इरादा नहीं था.
Meta द्वारा पोस्ट को हटाना भी सही नहीं था. न केवल यूज़र ने यह बात स्पष्ट रूप से व्यक्त की कि वे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी चाहते थे, बल्कि उन्होंने पोस्ट की शुरुआत में ये शब्द भी जोड़े “CW: दवा, लत”, जिसे बोर्ड ने चर्चा की गई ड्रग्स से जुड़े जोखिमों के बारे में दी गई “कंटेंट की चेतावनी” समझा. बोर्ड ने पाया कि यूज़र का स्पष्ट इरादा, साथ ही कंटेंट की चेतावनी, दुरूपयोग और सार्वजनिक स्वास्थ्य को संभावित रूप से नुकसान पहुँचने के जोखिम नहीं होने के लिए पर्याप्त थी. वहीं इसे हटाने के विपरीत प्रभाव काफ़ी खतरनाक हो सकते हैं. स्वास्थ्य से जुड़े कंटेंट के खराब कंटेंट मॉडरेशन से ऐसे कई यूज़र की जानकारी की एक्सेस में रुकावट पैदा हो सकती है जो अपनी स्थिति के बारे में और जानने, साथ ही संभावित इलाज के बारे में चर्चाओं में शामिल होने के लिए Facebook पर निर्भर करते हैं.
प्रभावी उपाय तक पहुँच
ICCPR का अनुच्छेद 2 ऐसे किसी भी व्यक्ति के लिए प्रभावी उपाय की गारंटी देता है, जिसके ICCPR में दिए गए अधिकारों का उल्लंघन हुआ हो. संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार समिति के अनुसार, “किसी जारी उल्लंघन की समाप्ति प्रभावी उपाय के अधिकार का अहम हिस्सा है” (सामान्य कमेंट सं. 31, पैरा. 15). उपाय तक पहुँच होना UNGP के “सुरक्षा, सम्मान और उपाय” के फ़्रेमवर्क (सिद्धांत 22, 29 और 31) का ख़ास हिस्सा है और विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष रैपर्टर में कहा गया है कि मानवाधिकार पर विपरीत प्रभाव के उचित उपाय उपलब्ध कराना कंपनी द्वारा अनुपालन किए जाने की न्यूनतम शर्त है (रिपोर्ट A/HRC/38/35, पैरा. 11(f), पैरा. 38, पैरा. 59, पैरा. 72). यह Meta की स्वैच्छिक प्रतिबद्धता (कॉर्पोरेट मानवाधिकार पॉलिसी, सेक्शन 3: “मानवाधिकार पर पड़े प्रभावों के लिए उपाय करना”) में बताया गया है.
इस केस में, पोस्ट पर Meta के एक्शन लेने से यूज़र के खिलाफ़ स्ट्राइक लगाई गई और उन पर लगी पिछली स्ट्राइक के साथ मिला कर, यूज़र के अकाउंट पर फ़ीचर्स को 30 दिन के लिए सीमित कर दिया गया. बोर्ड को यह चिंता है कि कंटेंट को हटाने के बाद उसे 30 दिन बाद रीस्टोर कर दिया गया लेकिन इस पूरी अवधि के दौरान यूज़र पर फ़ीचर की सीमा लागू रही. यूज़र को यह जानकारी पाने की कोशिश करने के लिए सज़ा मिली कि वे अपनी चिकित्सीय स्थिति के बारे में मेडिकल प्रोफ़ेशनल से कैसे बात करें. यूज़र की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और इससे जुड़े अधिकारों के साथ हस्तक्षेप तब तक नहीं रुका जब तक कि बोर्ड द्वारा केस चुनने से यह Meta की नज़र में नहीं आया और न ही इसका कोई उपाय किया गया. Meta प्रभावी उपाय देने की अपनी ज़िम्मेदारी में विफल रहा – भविष्य में, इसे सुनिश्चित करना चाहिए कि जब कंटेंट स्तर के एन्फ़ोर्समेंट के उपायों से अकाउंट स्तर के एन्फ़ोर्समेंट के उपाय भी लागू हों तो यूज़र की अपील का समय से रिव्यू किया जाए.
9. ओवरसाइट बोर्ड का फ़ैसला
ओवरसाइट बोर्ड ने कंटेंट को हटाने के Meta के मूल फ़ैसले को बदल दिया है.
10. पॉलिसी से जुड़ी सलाह का कथन
कंटेंट पॉलिसी
1. Meta “गैर चिकित्सीय दवाओं” और “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” के लिए प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े Facebook कम्युनिटी स्टैंडर्ड में अपनी आंतरिक परिभाषाएँ प्रकाशित करे. प्रकाशित परिभाषाओं में: (a) यह स्पष्ट होना चाहिए कि कुछ पदार्थ या तो “गैर-चिकित्सीय दवा” या “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” की श्रेणी में आ सकते हैं और (b) उन परिस्थितियों के बारे में बताए कि कौनसा पदार्थ कब इनमें से कौन सी श्रेणी में आएगा. बोर्ड इस सुझाव को तब लागू मानेगा जब ये बदलाव कम्युनिटी स्टैंडर्ड में किए जाएँगे.
एन्फ़ोर्समेंट
2. Meta को प्राथमिकता के लिए डायनेमिक सिस्टम लागू करने के परिणाम और कमियों का अध्ययन करना चाहिए, जो ह्यूमन रिव्यू के लिए अपील को क्रमित करे और इस बात पर ध्यान दे कि किसी एन्फ़ोर्समेंट के फ़ैसले से अकाउंट पर प्रधिबंध लगना इस सिस्टम के मानदंडों में होना चाहिए या नहीं. बोर्ड इस सुझाव को तब लागू मानेगा जब Meta इन जाँच के परिणाम बोर्ड के साथ शेयर करेगा और इन्हें अपनी तिमाही बोर्ड पारदर्शिता रिपोर्ट में भी बताएगा.
3. Meta को रिव्यूअर की सटीकता दर के नियमित आकलन करने चाहिए, जो प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं की पॉलिसी पर केंद्रित हो. बोर्ड इस सुझाव को तब लागू मानेगा जब Meta बोर्ड के साथ इन आकलन के परिणाम शेयर करेगा. इसके साथ ही यह भी बताएगा कि एन्फ़ोर्समेंट ऑपरेशन के सुधार में और पॉलिसी के विकास में ये परिणाम किस तरह से उपयोगी होंगे और अपनी तिमाही बोर्ड पारदर्शिता रिपोर्ट में परिणामों का सारांश देगा. Meta इस बात पर विचार कर सकता है कि इन आकलनों को अन्य कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत रिव्यूअर की सटीकता दरों तक आगे बढ़ाया जाए या नहीं.
*ट्रेडमार्क पर नोट:
Adderall ® Takeda Pharmaceuticals U.S.A का रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क है. Inc.
*प्रक्रिया संबंधी नोट:
ओवरसाइट बोर्ड के फ़ैसले पाँच सदस्यों के पैनल द्वारा लिए जाते हैं और बोर्ड के अधिकांश सदस्य इन पर सहमति देते हैं. ज़रूरी नहीं है कि बोर्ड के फ़ैसले उसके हर एक मेंबर की निजी राय को दर्शाएँ.
इस केस के फ़ैसले के लिए, बोर्ड की ओर से स्वतंत्र शोध करवाया गया था. एक स्वतंत्र शोध संस्थान जिसका मुख्यालय गोथेनबर्ग यूनिवर्सिटी में है और छह महाद्वीपों के 50 से भी ज़्यादा समाजशास्त्रियों की टीम के साथ ही दुनिया भर के देशों के 3,200 से भी ज़्यादा विशेषज्ञों ने सामाजिक-राजनैतिक और सांस्कृतिक संदर्भ में विशेषज्ञता मुहैया कराई है. बोर्ड को Duco Advisers की सहायता भी मिली, जो भौगोलिक-राजनैतिक, विश्वास और सुरक्षा और टेक्नोलॉजी के आपसी संबंध पर काम करने वाली एक एडवाइज़री फ़र्म है.