पलट जाना
FDA द्वारा नामंज़ूर किए गए उपचारों के लिए कीटामीन के उपयोग को प्रमोट करना
ओवरसाइट बोर्ड ने एक यूज़र की ऐसी Instagram पोस्ट को बनाए रखने के Meta के फ़ैसले को पलट दिया जिसमें चिंता और अवसाद के उपचार में कीटामीन के उपयोग के उनके अनुभव की चर्चा की गई थी.
केस का सारांश
ओवरसाइट बोर्ड ने एक यूज़र की ऐसी Instagram पोस्ट को बनाए रखने के Meta के फ़ैसले को पलट दिया जिसमें चिंता और अवसाद के उपचार में कीटामीन के उपयोग के उनके अनुभव की चर्चा की गई थी. बोर्ड ने पाया कि कंटेंट ने Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी (जो उस कंटेंट पर लागू होती है जिसके लिए क्रिएटर्स को थर्ड पार्टी “बिज़नेस पार्टनर्स” की ओर से पैसे मिलते हैं, विज्ञापनों के उलट जिसमें यूज़र्स को विज्ञापन दिखाने के लिए Meta को पैसे मिलते हैं) और कंपनी के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन किया है. यह केस बताता है कि ड्रग्स का प्रचार करने और ड्रग्स खरीदने, बेचने या उनका व्यापार करने की कोशिश करने वाले ब्रांडेड कंटेंट पर Meta के कठोर प्रतिबंध, असमान रूप से लागू हो सकते हैं.
केस की जानकारी
29 दिसंबर, 2022 को, Instagram के एक वेरिफ़ाई किए गए यूज़र ने एक पोस्ट के भाग के रूप में 10 संबंधित फ़ोटो को कैप्शन के साथ पोस्ट किया. कीटामीन थैरेपी के एक लोकप्रिय प्रदाता को पोस्ट के सहलेखक के रूप में टैग किया गया था. पोस्ट को “पेड पार्टनरशिप” के रूप में लेबल किया गया था. Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के तहत, Meta के बिज़नेस पार्टनर्स को किसी थर्ड पार्टी के साथ अपना कमर्शियल रिलेशनशिप स्पष्ट रूप से बताने के लिए अपने कंटेंट में ऐसे लेबल लगाना ज़रूरी है.
कैप्शन में, यूज़र ने कहा कि उन्हें अमेरिका में दो कीटामीन थैरेपी प्रदाताओं के ऑफ़िस की लोकेशन पर चिंता और अवसाद के उपचार के रूप में कीटामीन दिया गया था. यूज़र ने कीटामीन का उल्लेख एक दवा के रूप में किया था, लेकिन पोस्ट में किसी प्रोफ़ेशनल डायग्नोसिस शामिल नहीं था; ऐसा कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं था कि उपचार किसी लाइसेंस प्राप्त क्लीनिक में हुआ था; और किसी भी बात से यह पता नहीं चला कि उपचार किसी चिकित्सीय निगरानी में हुआ था. पोस्ट में यूज़र के उपचार को “दूसरी दुनिया में जादुई प्रवेश” बताया गया था. पोस्ट में यह मान्यता भी व्यक्त की गई थी कि “साइकेडेलिक्स” (एक ऐसी कैटेगरी जिसमें पोस्ट के अनुसार कीटामीन शामिल है), मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक उभरती हुई दवा है. दस ड्रॉइंग, जिनमें से कुछ में साइकेडेलिक फ़ोटो शामिल थीं, में स्टोरीबोर्ड स्टाइल में यूज़र का अनुभव दर्शाया गया था, जिसका संकेत यह था कि यूज़र को “उपचार रोधी चिंता और अवसाद” के लिए कई “थैरेपी सेशन” दिए गए थे. अनुभव बताने वाले यूज़र के अकाउंट के लगभग 200,000 फ़ॉलोअर हैं और पोस्ट को 85,000 बार देखा गया था.
तीन यूज़र्स ने इस पोस्ट में शामिल एक या कई फ़ोटो की रिपोर्ट की और कंटेंट को हटा दिया गया और फिर Meta के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत तीन बार रीस्टोर किया गया. तीसरी बार पोस्ट को हटाए जाने के बाद, कंटेंट क्रिएटर ने Meta का ध्यान इस ओर आकर्षित किया. कंटेंट को फिर अतिरिक्त रिव्यू के लिए पॉलिसी या विषय विशेषज्ञों को एस्केलेट किया गया और मूल रूप से पोस्ट करने के लगभग छह महीनों बाद उसे रीस्टोर कर दिया गया. Meta ने फिर इस केस को बोर्ड को रेफ़र किया. कंटेंट क्रिएटर के “अनुबंधित पार्टनर” स्टेटस से Meta के भीतर पोस्ट को एस्केलेट करने में मदद मिली. “अनुबंधित पार्टनर” अलग-अलग इंडस्ट्री की एंटिटी होते हैं, जैसे सेलिब्रिटी और बिज़नेस या चैरिटी जैसे संगठन. उन्हें अलग-अलग लेवल का विस्तृत सपोर्ट मिलता है, जिसमें समर्पित पार्टनर मैनेजर की एक्सेस शामिल है.
मुख्य निष्कर्ष
जैसा कि नीचे विस्तार से बताया गया है, यह केस बताता है कि अपने प्लेटफ़ॉर्म पर ड्रग्स का प्रचार करने और ड्रग्स खरीदने, बेचने या उनका व्यापार करने की कोशिश करने वाले ब्रांडेड कंटेंट पर Meta के कठोर प्रतिबंध, असमान रूप से लागू हो सकते हैं.
चूँकि इस केस में शामिल कंटेंट को पेड पार्टनरशिप के भाग के रूप में पोस्ट किया गया था, इसलिए उस पर ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी लागू होती हैं. बोर्ड इस बात से चिंतित है कि अपने रेफ़रल या शुरुआती सबमिशन के भाग के रूप में Meta ने केस का यह पहलू नहीं बताया. इसके बजाय, बोर्ड को पोस्ट की पेमेंट वाली प्रकृति की जानकारी तभी मिली जब उसने कंपनी को सवाल सबमिट किए. Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी कहती हैं कि “कुछ वस्तुओं, सेवाओं या ब्रांड को ब्रांडेड कंटेंट के साथ प्रमोट नहीं किया जा सकता.” इन वस्तुओं में “गैर-कानूनी या मनोरंजक ड्रग्स सहित अन्य ड्रग्स और ड्रग्स से संबंधित प्रोडक्ट शामिल हैं.” चूँकि इस केस में शामिल कंटेंट किसी “पेड पार्टनरशिप” का भाग था, उसमें कीटामीन को स्पष्ट रूप से प्रमोट किया गया था और उसे किसी अपवाद की छूट प्राप्त नहीं थी, इसलिए उसने स्पष्ट रूप से इन पॉलिसी का उल्लंघन किया. बोर्ड के सवालों के जवाब में, Meta ने यह स्वीकार किया कि “पेड पार्टनरशिप” लेबल वाले सभी कंटेंट का रिव्यू उसकी ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के अनुसार नहीं किया जाता, यह कि शुरुआती रिव्यू करने वाले रिव्यूअर्स को यह लेबल दिखाई नहीं देता और यह कि वे कंटेंट को उन विशेषज्ञ टीमों को सीधे नहीं भेज सकते जिन पर ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी को लागू करने की ज़िम्मेदारी है. इससे इस तरह के कंटेंट पर ज़रूरत से कम एन्फ़ोर्समेंट होने का जोखिम काफ़ी हद तक बढ़ जाता है. इसे देखते हुए, बोर्ड ने Meta से कहा कि वह ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी सहित सभी प्रासंगिक पॉलिसी के अनुसार कंटेंट का रिव्यू सुनिश्चित करे.
बोर्ड ने भी पाया कि कंटेंट से प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन होता है. यह “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स” (“ऐसी ड्रग्स जिनके सेवन के लिए प्रिस्क्रिप्शन या मेडिकल प्रोफ़ेशनल की ज़रूरत होती है”) के प्रमोशन की परमिशन देती है, लेकिन इसमें “गैर-चिकित्सीय ड्रग्स” (“ऐसी ड्रग्स या पदार्थ जिन्हें उनके लक्षित चिकित्सा उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया जाता या जिन्हें मदहोशी के लिए उपयोग किया जाता है”) का प्रमोशन करना प्रतिबंधित है. जैसा कि इस केस से पता चलता है, हालाँकि, कुछ ड्रग्स के दोनों तरह के उपयोग संभव हैं. इस चिंता को दूर करने का सबसे अच्छा समाधान इस बात पर ज़ोर देना है कि ड्रग की सलाह या सेवन के लिए चिकित्सा पेशेवर कर भूमिका महत्वपूर्ण है. जैसा कि पिछले पैराग्राफ़ में कहा गया है, पेमेंट वाले कंटेंट पर और भी कठोर स्टैंडर्ड लागू होते हैं. इस केस के कंटेंट में ऐसे कथन शामिल हैं जो “मदहोशी” पाने के लिए ड्रग के उपयोग की ओर पुरज़ोर इशारा करते हैं, लेकिन उसमें न तो मेडिकल डायग्नोसिस का कोई सीधा रेफ़रेंस और न ही किसी मेडिकल स्टाफ़ का (जैसे, “डॉक्टर,” “नर्स,” “साइकेट्रिस्ट”), इसलिए बोर्ड ने पाया कि इस केस में शामिल यूज़र ने इस बात के पर्याप्त प्रमाण नहीं दिए कि कीटामीन का उपयोग चिकित्सीय निगरानी में हुआ था. इसलिए, कंटेंट इस कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन करता है और उसे हटाया जाना चाहिए.
बोर्ड इस बात से भी चिंतित है कि ड्रग्स से संबंधित Meta की पॉलिसी का उपयोग एकसमान रूप से न होने की भी आशंका है. 2022 के आखिरी दिनों में चार सप्ताह की एक अवधि में विज्ञापनों के रिव्यू पर आधारित Wall Street Journal की एक हालिया जाँच से पता चला है कि “Facebook और Instagram पर मौजूद 2,100 से ज़्यादा ऐसे विज्ञापन जिनमें जोखिमों का उल्लेख किए बिना प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स के फ़ायदे बताए गए था, उनमें अस्वीकृत उपयोगों के लिए ड्रग्स को प्रमोट किया गया था या उनमें यह बताए बिना प्रशंसापत्र दिखाए गए थे कि वे एक्टर्स या कंपनी के कमर्चारियों की ओर से आए हैं या नहीं.” नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ बोर्ड ऑफ़ फ़ार्मेसी (NABP) की ओर से बोर्ड को प्राप्त एक सार्वजनिक कमेंट में भी कहा गया था कि Meta के प्रतिबंधित वस्तुओं और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड का Meta के प्लेटफ़ॉर्म पर उल्लंघन एक सामान्य बात हो सकती है. NABP ने कहा कि “1 मिनट से कम समय में एक सरसरी सर्च करने पर” ही उन्हें ऐसी कई पोस्ट मिलीं जिनमें कीटामीन को मनोरंजक उपयोग के लिए स्पष्ट रूप से दिखाया गया था.
ओवरसाइट बोर्ड का फ़ैसला
ओवरसाइट बोर्ड ने कंटेंट को बनाए रखने के Meta के फ़ैसले को पलटते हुए उस पोस्ट को हटाने के लिए कहा.
बोर्ड ने Meta को सुझाव दिया है कि वह:
- जहाँ भी “पेड पार्टनरशिप” लेबल का उल्लेख किया गया हो, वहाँ इन लेबल का अर्थ स्पष्ट करे जिसमें ब्रांडेड कंटेंट को रिव्यू करने की प्रोसेस बताना भी शामिल है. इसमें पेमेंट वाले कंटेंट की मंज़ूरी में बिज़नेस पार्टनर की भूमिका के बारे में बताना और “पेड पार्टनरशिप” लेबल जोड़ना शामिल है.
- प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड की भाषा में यह स्पष्ट करे कि जिस कंटेंट में “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स का उपयोग स्वीकार किया गया है या जो उनके उपयोग को प्रमोट करता है” और जिसका परिणाम “मदहोशी” हो सकता है, उसे “निगरानी वाले चिकित्सीय माहौल” के संदर्भ में ही परमिशन दी जाती है.
- अपनी रिव्यू प्रोसेस को यह सुनिश्चित करने के लिए बेहतर बनाए कि किसी पेड पार्टनरशिप के भाग के रूप में बनाए गए कंटेंट को लागू होने वाली सभी पॉलिसी (जैसे कम्युनिटी स्टैंडर्ड और ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी) के अनुसार रिव्यू किया जाता है. Meta को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कंटेंट को ऐसे रिव्यूअर्स के पास या ऑटोमेटेड सिस्टम में भेजा जाता है जो जटिल स्थितियों में Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी लागू कर सकते हैं और जिन्हें इस काम के लिए ट्रेन किया गया है.
- अपनी ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी और प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड, जो ड्रग्स को बेचने और/या उनके पेड प्रमोशन से संबंधित हैं, के अनुसार पॉलिसी लाइन के एन्फ़ोर्समेंट का ऑडिट करे. Meta को तब एन्फ़ोर्समेंट की सभी कमियों को दूर करना चाहिए.
* केस के सारांश से केस का ओवरव्यू मिलता है और आगे के किसी फ़ैसले के लिए इसको आधार नहीं बनाया जा सकता है.
केस का पूरा फ़ैसला
1. फ़ैसले का सारांश
ओवरसाइट बोर्ड ने एक यूज़र की ऐसी Instagram पोस्ट को बनाए रखने के Meta के फ़ैसले को पलट दिया जिसमें चिंता और अवसाद के उपचार के लिए अमेरिका में एक कीटामीन थैरेपी प्रदाता के ऑफ़िस में कीटामीन के उपयोग के उनके अनुभव की चर्चा की गई थी. पोस्ट में “पेड पार्टनरशिप” लेबल लगा था, जिसका मतलब है कि यूज़र को पोस्ट के लिए किसी थर्ड पार्टी “बिज़नेस पार्टनर” से पैसे मिले थे. ऐसी पोस्ट को Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी का पालन करना चाहिए. उन पॉलिसी के अनुसार “गैर-कानूनी और मनोरंजग ड्रग्स सहित ड्रग्स और ड्रग से संबंधित प्रोडक्ट्स का प्रमोशन प्रतिबंधित है.” फ़ार्मेसी और प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स के लिए ऐसा प्रमोशन कठोर शर्तों के तहत ही किया जा सकता है जो बोर्ड के अनुसार इस केस में पूरी नहीं की गईं. इस कारण, बोर्ड इस नतीजे पर पहुँचा कि पोस्ट से ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी का उल्लंघन हुआ है.
बोर्ड का मानना है कि अगर यह पोस्ट एक पेड पार्टनरशिप नहीं भी होती, तो भी वह Meta के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन होता. स्टैंडर्ड के अनुसार यूज़र्स को फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स का प्रमोशन करने की परमिशन है, लेकिन वे ऐसी ड्रग्स का प्रमोशन नहीं कर सकते जिन्हें “मदहोशी” पाने के लिए उपयोग किया जाता है. कीटामीन एक फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग है लेकिन इसे “मदहोशी” के लिए भी उपयोग किया जा सकता है; इसके उपचार से जुड़े महत्वपूर्ण उपयोग भी हैं और मनोरंजन से जुड़े सामान्य उपयोग भी. बोर्ड ने पाया कि स्टैंडर्ड को कीटामीन का प्रमोशन करने वाली पोस्ट को परमिशन देने के लिए पढ़ा जाना चाहिए, भले ही जब इससे “मदहोशी” की अवस्था प्राप्त होती हो, लेकिन सिर्फ़ तभी जब पोस्ट में यह स्पष्ट किया गया हो कि कीटामीन को चिकित्सीय निगरानी में लिया गया था. बोर्ड ने पाया कि इस केस में चिकित्सीय निगरानी की मौजूदगी दर्शाने वाले प्रमाणों का अभाव था.
Meta के फ़ैसले को पलटने के अलावा, बोर्ड ने यह सुझाव दिया कि Meta अपनी ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी में “पेड पार्टनरशिप” लेबल का अर्थ स्पष्ट करने के लिए बदलाव करे और यह सुनिश्चित करे कि कंटेंट रिव्यूअर्स के पास ज़रूरी होने पर ब्रांडेड कंटेंट को एन्फ़ोर्स करने के सभी साधन उपलब्ध हैं. बोर्ड ने यह सुझाव भी दिया कि Meta अपने प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड में गैर-चिकित्सीय ड्रग्स की परिभाषा को स्पष्ट करके यह बताए कि जब ड्रग्स के चिकित्सीय उपयोग में “मदहोशी” की अवस्था आती है, तब उस ड्रग को प्रमोट करने वाली पोस्ट को सिर्फ़ तभी परमिशन दी जा सकती है जब चिकित्सीय निगरानी के भरोसेमंद प्रमाण मौजूद हों. अंत में, बोर्ड ने इस केस से इतर Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी में अपनी दिलचस्पी व्यक्त की और Meta से कहा कि वह प्रासंगिक होने पर उन पॉलिसी के एन्फ़ोर्समेंट और/या बिज़नेस पार्टनर्स की अतिरिक्त जानकारी बोर्ड के साथ शेयर करे.
2. केस की जानकारी और बैकग्राउंड
29 दिसंबर, 2022 को, Instagram के एक वेरिफ़ाई किए गए यूज़र ने एक पोस्ट के भाग के रूप में 10 संबंधित फ़ोटो की एक सीरीज़ को कैप्शन के साथ पोस्ट किया. कीटामीन थैरेपी के एक लोकप्रिय प्रदाता को पोस्ट के सहलेखक के रूप में टैग किया गया था, जिसका अर्थ है कि पोस्ट को दोनों अकाउंट के फ़ॉलोअर्स से शेयर किया गया था और पोस्ट दोनों अकाउंट पर स्थायी रूप से दिखाई दे रही थी. पोस्ट को “पेड पार्टनरशिप” के रूप में लेबल किया गया था. Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के तहत, Meta के बिज़नेस पार्टनर्स को किसी थर्ड पार्टी के साथ अपना कमर्शियल रिलेशनशिप स्पष्ट रूप से बताने के लिए अपने कंटेंट में ऐसे लेबल लगाना ज़रूरी है. ये लेबल, कंटेंट को पोस्ट करने वाले यूज़र के यूज़रनेम के ठीक नीचे “इनके साथ पेड पार्टनरशिप” टेक्स्ट के रूप में दिखाई देते हैं और इसके आगे बिज़नेस पार्टनर का नाम दिखाई देता है.
फ़ोटो की सीरीज़ के नीचे एक कैप्शन में, यूज़र ने कहा कि उन्हें अमेरिका में दो कीटामीन थैरेपी प्रदाताओं के ऑफ़िस की लोकेशन पर चिंता और अवसाद के उपचार के रूप में कीटामीन दिया गया था. उस प्रदाता के Instagram अकाउंट को फिर से कैप्शन में टैग किया गया था, जिसे क्लिक करके यूज़र उसके अकाउंट तक जा सकते थे. यूज़र ने कीटामीन का उल्लेख एक दवा के रूप में किया था, लेकिन पोस्ट में किसी प्रोफ़ेशनल डायग्नोसिस शामिल नहीं था; ऐसा कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं था कि उपचार किसी लाइसेंस प्राप्त क्लीनिक में हुआ था; और किसी भी बात से यह पता नहीं चला कि उपचार किसी चिकित्सीय निगरानी में हुआ था. पोस्ट में यूज़र के उपचार को “दूसरी दुनिया में जादुई प्रवेश” बताया गया था. पोस्ट में यह मान्यता भी व्यक्त की गई थी कि “साइकेडेलिक्स” (एक ऐसी कैटेगरी जिसमें पोस्ट के अनुसार कीटामीन शामिल है), मानसिक स्वास्थ्य के लिए उभरती हुई दवाओं का एक समूह है.
सीरीज़ में उपयोग की गई 10 फ़ोटो में से हर एक फ़ोटो प्रोफ़ेशनल क्वालिटी की ड्रॉइंग थी और सभी में अलग-अलग टेक्स्ट ओवरले का उपयोग करके प्रदाता के साथ यूज़र का अनुभव बताया गया था. ड्रॉइंग में स्टोरीबोर्ड स्टाइल में यूज़र का अनुभव कालक्रम में दर्शाया गया था, जिसका संकेत यह था कि यूज़र को “उपचार रोधी चिंता और अवसाद” के लिए कई “थैरेपी सेशन” दिए गए थे. कई फ़ोटो में साइकेडेलिक इमेजरी शामिल थीं, जैसे सिर में से निकलते हुए दिखाई देते रेनबो, स्टार्स और अन्य वस्तुएँ, साथ ही बाहरी अंतरिक्ष के बैकग्राउंड के साथ दैनिक वस्तुएँ. सीरीज़ के एक भाग में व्यक्ति की जीवन का कठिन समय दिखाया गया है जब उन्हें थैरेपी की ज़रूरत महसूस होती है. अन्य फ़ोटो में क्रम से उपचार की तैयारी (जिसमें विश्रांति की प्रोसेस शामिल है), उपचार (जिसमें कीटामीन की दो खुराक शामिल हैं) और “पुनर्घटन” (जिसमें उपचार के बाद चिंतन की प्रोसेस शामिल है) की जानकारी दी गई है. सीरीज़ के एक अन्य भाग में उपचार की प्रशंसा की गई है, जिसमें “खुद के खुद से दूर होने के एहसास और अंतरात्मा के पास आने” का वर्णन शामिल है. यूज़र ने उपचार की तुलना “किसी अच्छी यात्रा” से की. एक फ़ोटो, जो Meta के रेफ़रल में मुख्य फ़ोटो थी, ऑफ़िस का सकारात्मक चित्रण और लिखित वर्णन थी जिसमें “असामान्य स्टाफ़” का समर्थन किया गया था जिसने यूज़र की मदद की थी. लेकिन सीरीज़ में औपचारिक चिकित्सीय निगरानी की कोई जानकारी नहीं थी—जैसे कि उसमें चिंता या अवसाद के मेडिकल डायग्नोसिस का या चिकित्सा पेशेवरों द्वारा किए गए उपचार कोई सीधा रेफ़रेंस नहीं था. उसमें यह भी नहीं बताया गया था कि क्या उपचार प्रदाता, एक लाइसेंस प्राप्त स्वास्थ्य क्लीनिक है.
पोस्ट को लगभग 10,000 लाइक मिले, 1,000 से कम कमेंट मिले और उसे लगभग 85,000 बार देखा गया. जो यूज़र अपने अनुभव की बात कर रहा था, उसके अकाउंट के लगभग 200,000 फ़ॉलोअर हैं.
कुल मिलाकर, तीन यूज़र्स ने इस पोस्ट में शामिल 10 फ़ोटो में से एक या कई फ़ोटो की रिपोर्ट की और कंटेंट को हटा दिया गया और फिर Meta के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत तीन बार रीस्टोर किया गया. पहली रिपोर्ट प्राप्त होने के 30 मिनट से कम समय में, कंटेंट को ह्यूमन रिव्यू के ज़रिए हटा दिया गया था. कंटेंट को पोस्ट करने वाले यूज़र ने हटाने के खिलाफ़ अपील की. अपील होने पर, एक ह्यूमन रिव्यूअर ने कंटेंट को मूल रूप से हटाए जाने के पाँच घंटों के भीतर रीस्टोर कर दिया. लगभग एक घंटे बाद कंटेंट की दूसरी बार रिपोर्ट की गई, उसे लगभग तत्काल हटा दिया गया और आधे घंटे से कम समय में रीस्टोर भी कर दिया गया और यह सबकुछ ह्यूमन रिव्यू के ज़रिए हुआ. कई सप्ताह बाद, कंटेंट को एक बार फिर रिपोर्ट किया गया. यह थर्ड रिपोर्ट एक ऑटोमेटेड सिस्टम द्वारा एन्फ़ोर्स की गई थी जो कंटेंट मॉडरेटर्स द्वारा पहले लिए गए फ़ैसलों के आधार पर अपने एक्शन करता है. ऑटोमेटेड सिस्टम ने यह तय करने के बाद कंटेंट को हटा दिया कि उसने Instagram की कम्युनिटी गाइडलाइन का उल्लंघन किया है, ख़ास तौर पर प्रतिबंधित सामान और सेवाओं के कम्युनिटी स्टैंडर्ड का.
कंटेंट को सिर्फ़ Meta के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के आधार पर हटाया गया था. बोर्ड ने Meta से पूछा कि ड्रग्स के पेमेंट वाले प्रमोशन को प्रतिबंधित करने वाली ब्रांडेड कंटेंट की पॉलिसी के उल्लंघन के कारण कंटेंट को हटाया क्यों नहीं गया, क्योंकि इन पॉलिसी के संबंध में सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी के अनुसार उन्हें “पेड पार्टनरशिप” लेबल वाले सभी कंटेंट पर लागू किया जाना चाहिए. Meta ने जवाब दिया कि इन पॉलिसी को इसलिए लागू नहीं किया गया क्योंकि कंपनी उन्हें सिर्फ़ “ऐसे ब्रांडेड कंटेंट पर लागू करती है जिन्हें हमारे ऐसे ‘पेड पार्टनरशिप’ लेबल के ज़रिए प्रकट किया गया हो जिसे ब्रांड पार्टनर ने वास्तव में रिव्यू और स्वीकार किया हो.” Meta ने आगे बताया कि ब्रांड “कुछ क्रिएटर्स को अकाउंट के लेवल की परमिशन दे सकते हैं ताकि वे उन्हें ब्रांडेड कंटेंट में टैग कर सकें (हर पोस्ट में टैग को स्वीकार करने की ज़रूरत नहीं)” जिसका अर्थ है कि प्रासंगिक ब्रांड पार्टनर द्वारा किसी भी तरह के रिव्यू की ज़रूरत के बिना टैग अपने आप स्वीकृत हो जाएँगे. उन मामलों में, कंटेंट का रिव्यू Meta की विशेषज्ञ टीमों द्वारा ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के अनुसार नहीं किया जाता. फिर भी Meta के अनुसार “पेड पार्टनरशिप” लेबल, कंटेंट का शुरुआती रिव्यू करने वाले रिव्यूअर्स को दिखाई नहीं देता जो कंटेंट को रिव्यू के लिए विशेषज्ञ टीमों के पास नहीं भेज सकते – और इसलिए वे ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के एन्फ़ोर्समेंट में एंगेज नहीं किए जाते.
तीसरी बार पोस्ट को हटाए जाने के बाद, कंटेंट क्रिएटर ने Meta का ध्यान इस ओर आकर्षित किया. कंटेंट को फिर अतिरिक्त रिव्यू के लिए पॉलिसी या विषय विशेषज्ञों को एस्केलेट किया गया जिसके बाद उसे रीस्टोर करके बोर्ड को रेफ़र किया गया. कंटेंट को मूल रूप से पोस्ट किए जाने के लगभग छह माह बाद, उसे तीसरी बार रीस्टोर किया गया था.
क्रिएटर के “अनुबंधित पार्टनर” स्टेटस के कारण इस एस्केलेशन में मदद मिली. “अनुबंधित पार्टनर” अलग-अलग इंडस्ट्री की एंटिटी होते हैं, जैसे सेलिब्रिटी और बिज़नेस या चैरिटी जैसे संगठन. ऐसी एंटिटी को Meta से कई लेवल का बेहतर सपोर्ट मिलता है, जिसमें Meta के प्रोडक्ट को उपयोग करने की ट्रेनिंग और एक समर्पित पार्टनर मैनेजर शामिल है जो एंटिटी के साथ मिलकर “उनकी मौजूदगी को ऑप्टिमाइज़ करने और Meta के प्रोडक्ट और सेवाओं से जेनरेट होने वाली वैल्यू को अधिकतम करने का काम कर सकता है ताकि ये रिलेशनशिप अनुबंधित पार्टनर और Meta के स्ट्रेटेजिक उद्देश्यों को पूरा करे.”
Meta ने यह कहते हुए इस केस को बोर्ड को रेफ़र किया कि यह केस अमेरिका में साइकेडेलिक ड्रग्स की व्यापक चर्चा और बढ़ते हुए उपयोग को देखते हुए महत्वपूर्ण है जो चिकित्सीय उपचार, स्वयं सहायता और मनोरंजन के बीच के अंतर को धुँधला करता है. Meta के अनुसार, ऐसी अस्पष्टता के कारण यह तय करना कठिन हो जाता है कि क्या कंटेंट से फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स को बढ़ावा मिलता है जिसकी सामान्य तौर पर Meta के प्लेटफ़ॉर्म पर परमिशन है या यह ड्रग्स के बिना प्रिस्क्रिप्शन वाले उद्देश्यों या “मदहोशी” पाने के लिए उपयोग का वर्णन करता है जिसकी आम तौर पर परमिशन नहीं है.
बोर्ड ने इस केस में अपना फ़ैसला करते समय नीचे दिए संदर्भ पर ध्यान दिया:
- बोर्ड ने जिन विशेषज्ञों से परामर्श किया, उनके अनुसार अमेरिका में कीटामीन को फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) द्वारा सिर्फ़ एक निश्चेतक के रूप में मंज़ूरी दी गई है. हालाँकि, अन्य कई ड्रग्स की तरह, डॉक्टरों और अन्य मेडिकल प्रोफ़ेशनल्स द्वारा इसका उपयोग कई अन्य कामों में कानूनी रूप से किया जा सकता है, जिन पर संघीय और राज्य स्तरीय विनियमों में तय प्रतिबंध लागू होते हैं.
- FDA ने अवसाद के उपचार के रूप में कीटामीन, एस्कीटामीन (जिसे अक्सर इसके ब्रांड नाम “Spravato” द्वारा जाना जाता है) के नाक के ज़रिए उपयोग को मंज़ूरी दी है. जेनेरिक कीटामीन के विज्ञापन के उलट, Spravato के विज्ञापन को सीधे FDA द्वारा विनियमित किया जाता है, जिसका अर्थ है कि इस पर कई शर्तें लागू होती हैं. जैसे कि FDA यह ज़रूरी बनाता है कि Spravato जैसी प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स के विज्ञापनों में “ड्रग के उपयोग के सभी जोखिम” की लिस्ट दी जानी चाहिए. Spravato के वेब पेज में नीचे एक हटाया न जा सकने वाला पॉप-अप है जिसमें दुरुपयोग और गलत उपयोग सहित चेतावनियों की एक लिस्ट दी गई है. ऐसी शर्तें, ड्रग्स के विज्ञापन के बारे में FDA की चिंताओं के बारे में बताती हैं. उन चिंताओं से ऐसी पोस्ट के बारे में बोर्ड के नज़रिए में मदद मिली जो फ़ार्मास्यूटिकल विज्ञापनों के समतुल्य हैं.
- मेडिकल कम्युनिटी में अवसाद और मूड संबंधी अन्य विकारों के आशाजनक उपचार के रूप में कीटामीन के अनाधिकारिक उपयोग के बारे में गंभीर चर्चा हुई है. मूड संबंधी विकारों के उपचार में कीटामीन के उपयोग की संभावना के बारे में पीअर-रिव्यू की गई रिसर्च की संख्या, अमेरिका में जारी मानसिक स्वास्थ्य संकट के बीच बढ़ी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अवसाद को अक्षमता का एक प्रमुख कारण माना है. WHO की आत्महत्या के बारे में फ़ैक्ट शीट में बताया गया है कि दुनिया भर में हर साल 700,000 से ज़्यादा लोग आत्महत्या करते हैं, जो 15 से 29 वर्ष की उम्र के लोगों में मृत्यु का चौथा सबसे प्रमुख कारण है. अगर उपचार न किया जाए, तो अवसाद से आत्महत्या का बड़ा जोखिम होता है.
- मेडिकल कम्युनिटी ने कीटामीन के उपचार से जुड़े उपयोग के जोखिमों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया है. जर्नल ऑफ़ द अमेरिकन मेडिसिन एसोसिएशन (JAMA) में प्रकाशित 2017 के सर्वसम्मति कथन में हाइलाइट किया गया था कि कीटामीन के दुरुपयोग से संज्ञानात्मक रुकावट आ सकती है और मूत्र मार्ग में क्षति हो सकती है. 2022 के एक लिटरेचर रिव्यू के अनुसार, “कीटामीन के दुरुपयोग के जोखिम, दुरुपयोग की संभावना वाले उन अन्य सुस्थापित और सामान्य तौर पर प्रिस्क्राइब किए जाने वाले अन्य एजेंट, जैसे उत्तेजक या बेंज़ोडाइज़ेपाइन, से अलग नहीं हैं लेकिन स्टडी में यह भी कहा गया है कि इस कारण से डॉक्टरों को उपयुक्त होने पर कीटामीन की सलाह देना बंद नहीं करना चाहिए और कहा कि प्रिस्क्राइब करना पूरी तरह बंद करने के बजाय उन्हें उपयुक्त होने पर सावधानी के साथ इसे प्रिस्क्राइब करना चाहिए.” कीटामीन की विषाक्तता के बारे में 2023 के एक विशेषज्ञ रिव्यू के अनुसार, कीटामीन का ओवरडोज़ अपेक्षाकृत रूप से असामान्य दिखाई देते हैं. एक अन्य स्टडी में कहा गया है कि अमेरिका में उपचार संबंधी माहौल में अवसाद के उपचार के दौरान कीटामीन के ओवरडोज़ या उससे मृत्यु का कोई मामला नहीं देखा गया है.
- बोर्ड ने जिन विशेषज्ञों से परामर्श किया, उन्होंने कीटामीन के गैर-चिकित्सीय उपयोग के जोखिमों की जानकारी दी. विशेषज्ञों ने नोट किया कि कीटामीन या मनोरंजन के लिए उपयोग करने वालों के बीच “स्पेशल के” के नाम से जानी जाने वाली यह ड्रग दशकों से नाइटक्लबों और बार में लोकप्रिय है. उन्होंने नोट किया कि कीटामीन के दुरुपयोग के कथित मामलों की मात्रा अपेक्षाकृत रूप से बहुत कम है, लेकिन हो सकता है कि इनकी संख्या में बढ़ोतरी हो रही हो. न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी की मई 2023 की एक स्टडी में “पाया गया कि पूरे अमेरिकी में 2017 से 2022 के बीच ड्रग एन्फ़ोर्समेंट द्वारा गैर-कानूनी कीटामीन की ज़ब्ती में 349 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई” जो “गैर-चिकित्सीय और मनोरंजन के लिए उपयोग में बढ़ोतरी का संकेत हो सकता है.” स्टडी में यह “चेतावनी भी दी गई कि हाल ही के वर्षों में प्रिस्क्रिप्शन कीटामीन के मीडिया और मेडिकल प्रमोशन के कारण ब्लैक मार्केट में उपयोग और उपलब्धता को बढ़ावा मिल रहा है.”
- हाल ही के वर्षों में कीटामीन क्लीनिक्स की बाढ़ आ गई है. बोर्ड ने जिन विशेषज्ञों से परामर्श किया, उनमें से एक ने नोट किया कि बड़ी संख्या में उपलब्ध ऑफ़लाइन और ऑनलाइन क्लीनिक, ऑबसेसिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर, लत और भोजन संबंधी विकारों जैसी कई बीमारियों के उपचार में कीटामीन का उपयोग करने के लिए ग्राहक ढूँढ रहे हैं. हालाँकि, आज तक हुई अधिकांश रिसर्च में अवसाद के मरीज़ों पर फ़ोकस किया गया है.
- एक अन्य विशेषज्ञ ने नोट किया कि कुछ कीटामीन क्लीनिक, टेलीहेल्थ प्रोवाइडर्स के रूप में काम कर रहे हैं, जिन्हें COVID-19 वैश्विक महामारी के संदर्भ में अधिकृत किया गया है. ऐसे कीटामीन क्लीनिक, मरीज़ों को डाक से कीटामीन भेज सकते हैं. हालाँकि, COVID-19 वैश्विक महामारी में हाल ही में हुए बदलावों को देखते हुए क्लीनिक्स को टेलीहेल्थ प्रोवाइडर्स के रूप में काम करने के लिए इस तरह अधिकृत करने की परमिशन जल्दी ही समाप्त की जा सकती है. 2023 में आज तक, ड्रग एन्फ़ोर्समेंट एजेंसी ने कम से कम एक कीटामीन थैरेपी प्रोवाइडर को बंद किया है. ऐसा संभवतः डाक से ऑर्डर भेजने के संबंध में किया गया है.
- जुलाई 2021 में, Meta ने यह अनाउंस किया कि कंपनी, “प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स से संबंधित हमारी विज्ञापन पॉलिसी के एन्फ़ोर्समेंट को ज़्यादा स्पष्ट बनाने और उसे मज़बूती देने के लिए अपडेट कर रही है.” Meta ने कहा कि इन अपडेट से “गैर-कानूनी ड्रग्स और अन्य असुरक्षित पदार्थों के प्रमोशन और स्वीकृत विज्ञापनदाताओं द्वारा प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स के प्रतिबंधित प्रमोशन के बीच महत्वपूर्ण अंतर आएगा”. यह अंतर “ऑनलाइन फ़ॉर्मेसी, प्रिस्क्रिप्शन ड्रग और असुरक्षित पदार्थों के प्रमोशन के बारे में नई और अलग-अलग पॉलिसी बनाकर लाया जाएगा.” Meta ने यह भी अनाउंस किया कि वह टेलीहेल्थ और प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स के ऑनलाइन फ़ॉर्मेसी प्रमोशन के लिए ज़रूरी अपने नए प्रमाणन को आसान बनाने के लिए LegitScript के साथ पार्टनरशिप करेगा.
- जर्नल ऑफ़ मेडिकल इंटरनेट रिसर्च में मार्च 2022 में प्रकाशित एक आर्टिकल में “पेशेंट इन्फ़्लुएंसर्स” की बढ़ती संख्या की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है. पेशेंट इन्फ़्लुएंसर्स ऐसे सोशल मीडिया यूज़र्स होते हैं जिनके समर्पित फ़ॉलोअर्स होते हैं. ये इन्फ़्लुएंसर्स “बीमारी से जुड़े अपने अनुभव के स्ट्रेटेजिक और क्यूरेट किए गए हिस्से शेयर करके उन फ़ॉलोअर्स से भावनात्मक जुड़ाव बनाने की कोशिश करते हैं.” हो सकता है कि इसके बदले में उन्हें ड्रग या मेडिकल कंपनियों की ओर से पैसे मिलते हों और ऐसा वित्तीय रिलेशनशिप कभी-कभी उन यूज़र्स को पता नहीं चलता जो उनका कंटेंट देखते हैं. आर्टिकल में नैतिक समस्याओं पर विचार करने की ज़रूरत और इन्फ़्लुएंसर मार्केटिंग में गलत जानकारी की संभावना पर ज़ोर दिया गया. मार्च 2023 की एक स्टडी, जिसमें पेशेंट इन्फ़्लुएंसर्स के साथ इंटरव्यू शामिल थे, में इन संभावित नैतिक समस्याओं के समाधान की ज़रूरत दोहराई गई.
- पेमेंट वाले और बिना पेमेंट वाले कंटेंट के बीच अंतर पर विनियामकों द्वारा भी ज़्यादा ध्यान दिया जा रहा है. अमेरिका में, जहाँ यह केस हुआ, फ़ेडरल ट्रेड कमीशन ने अपनी सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसर गाइडलाइन में हाल ही में बदलाव करके इन्फ़्लुएंसर्स पर ज़्यादा कठोर शर्तें लगाई हैं, जिनमें प्रकट करने की ज़्यादा कठोर शर्तें शामिल हैं. ऐसा विनियम इस धारणा को दर्शाता और उसे मज़बूती देता है कि वित्तीय प्रतिपूर्ति से बयान की प्रकृति में महत्वपूर्ण बदलाव हो जाते हैं और उपभोक्ताओं को यह जानने का अधिकार होना चाहिए कि उसे “पेड पार्टनरशिप” के भाग के रूप में बनाया गया था.
3. ओवरसाइट बोर्ड की अथॉरिटी और स्कोप
बोर्ड के पास उन फ़ैसलों को रिव्यू करने का अधिकार है, जिन्हें Meta रिव्यू के लिए सबमिट करता है (चार्टर अनुच्छेद 2, सेक्शन 1; उपनियम अनुच्छेद 2, सेक्शन 2.1.1). बोर्ड, Meta की कंटेंट पॉलिसी और वैल्यू के अनुसार कंटेंट का रिव्यू करता है और फ़ैसला लेता है (चार्टर अनुच्छेद 2). उपनियम “Meta की पॉलिसीज़” को “Meta की कंटेंट पॉलिसी और कार्यविधियों के रूप में परिभाषित करते हैं जो प्लेटफ़ॉर्म पर कंटेंट का नियंत्रण करते हैं (जैसे कम्युनिटी स्टैंडर्ड या कम्युनिटी गाइडलाइन).” बोर्ड ने पाया कि Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी, “Meta की पॉलिसी” की परिभाषा के अंतर्गत आती हैं.
बोर्ड, Meta के फ़ैसले को कायम रख सकता है या उसे बदल सकता है (चार्टर अनुच्छेद 3, सेक्शन 5) और उसका फ़ैसला कंपनी पर बाध्यकारी होता है (चार्टर अनुच्छेद 4). Meta को मिलते-जुलते संदर्भ वाले समान कंटेंट पर अपने फ़ैसले को लागू करने की संभावना का भी आकलन करना चाहिए (चार्टर अनुच्छेद 4). बोर्ड के फ़ैसलों में गैर-बाध्यकारी सलाह शामिल हो सकती हैं, जिन पर Meta को जवाब देना ज़रूरी है (चार्टर अनुच्छेद 3, सेक्शन 4; अनुच्छेद 4). जहाँ Meta, सुझावों पर एक्शन लेने की प्रतिबद्धता व्यक्त करता है, वहाँ बोर्ड उनके क्रियान्वयन की निगरानी करता है.
4. अथॉरिटी और मार्गदर्शन के सोर्स
इस केस में बोर्ड ने इन स्टैंडर्ड और पुराने फ़ैसलों को ध्यान में रखते हुए विश्लेषण किया:
I. ओवरसाइट बोर्ड के फ़ैसले
ओवरसाइट बोर्ड के कुछ सबसे प्रासंगिक पुराने फ़ैसलों में ये शामिल हैं:
- श्रीलंका फ़ार्मास्यूटिकल्स (केस का फ़ैसला 2022-014-FB-MR)
- Adderall ® माँगना (केस का फ़ैसला 2021-015-FB-UA)
- अयोहस्का पेय (केस का फ़ैसला 2021-013-IG-UA)
II. Meta की कंटेंट पॉलिसी
इस केस में Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के अलावा Instagram कम्युनिटी गाइडलाइन और Facebook कम्युनिटी स्टैंडर्ड शामिल हैं. Meta की Q1 2023 की कम्युनिटी स्टैंडर्ड एन्फ़ोर्समेंट रिपोर्ट में कहा गया है कि “Facebook और Instagram, कंटेंट पॉलिसी शेयर करते हैं. इसका मतलब यह है कि अगर कंटेंट को Facebook पर उल्लंघन करने वाला माना जाता है, तो उसे Instagram पर भी उल्लंघन करने वाला माना जाएगा."
Instagram की कम्युनिटी गाइडलाइन के अनुसार “गैर-चिकित्सीय या फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स को खरीदने या बेचने की परमिशन नहीं है.” इसमें आगे कहा गया है: “हम ऐसा कंटेंट भी हटा देते हैं, जो गैर-चिकित्सीय ड्रग्स का व्यापार करने, इनके व्यापार में सहयोग करने, इन्हें दान में देने, उपहार के तौर पर देने या माँगने की कोशिश करता है और ऐसे कंटेंट को भी हटा देते हैं, जिसमें गैर-चिकित्सीय ड्रग्स का व्यक्तिगत उपयोग करना स्वीकार किया जाता है (बशर्ते वह उबरने के संदर्भ में न हो) या जो गैर-चिकित्सीय ड्रग्स के उपयोग में सहयोग करता है या उसे बढ़ावा देता है.” गाइडलाइन में आगे कहा गया है: “अन्य रेग्युलेटेड सामान खरीदने या बेचने का ऑफ़र रखते समय हमेशा कानून का पालन करें.” गाइडलाइन फिर प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड से लिंक करती हैं.
Facebook का प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड “व्यक्तियों, निर्माताओं और रिटेलर की कुछ ख़ास सामानों और सेवाओं को खरीदने, बेचने, लॉटरी करने, गिफ़्ट करने, ट्रांसफ़र करने या ट्रेड करने की कोशिश को रोकता है.” प्रतिबंधित सामानों में “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स” (“ऐसी ड्रग्स जिनके सेवन के लिए प्रिस्क्रिप्शन या मेडिकल प्रोफ़ेशनल की ज़रूरत होती है”) और “गैर-चिकित्सीय ड्रग्स” (“ऐसी ड्रग्स या पदार्थ जिन्हें उनके लक्षित चिकित्सा उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया जाता या जिन्हें नशे के लिए उपयोग किया जाता है”) शामिल हैं. Meta, “गैर-चिकित्सीय ड्रग्स” से जुड़े ऐसे कंटेंट को हटा देता है जिसमें “बीमारी से उबरने, उपचार या अन्य प्रतिरोधकों के रूप में उपयोग की स्वीकृति या संदर्भ के बिना व्यक्तिगत उपयोग के लिए ड्रग्स का सेवन करना स्वीकार किया जाता है. हो सकता है कि इस कंटेंट में गैर-चिकित्सीय ड्रग्स के बारे में सकारात्मक बातें नहीं की गई हों, उनके उपयोग को बढ़ावा नहीं दिया गया हो या उन्हें बनाने या उपयोग करने की सुविधा या निर्देश नहीं दिए गए हों.” पॉलिसी बनाने के कारण के अनुसार, प्रतिबंधित सामान और सेवाओं के कम्युनिटी स्टैंडर्ड का लक्ष्य “सुरक्षा को बढ़ावा देना और संभावित रूप से नुकसानदेह एक्टिविटी को रोकना है.”
Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी, “हमारे कम्युनिटी स्टैंडर्ड या कम्युनिटी गाइडलाइन का उल्लंघन” प्रतिबंधित करती हैं.” “प्रतिबंधित कंटेंट” की लिस्ट में “गैर-कानूनी या मनोरंजक ड्रग्स सहित ड्रग्स और ड्रग संबंधित प्रोडक्ट” और “असुरक्षित प्रोडक्ट और पूरक पदार्थ” शामिल हैं. इसके अलावा, “फ़ार्मेसी” और “प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स” को प्रमोट करने वाले ब्रांडेड कंटेंट के लिए यह ज़रूरी है कि “ब्रांडेड कंटेंट को स्पॉन्सर करने वाले बिज़नेस पार्टनर को अपनी सेवाओं को प्रमोट करने की परमिशन है.” “फ़ार्मेसी” की परमिशन के लिए यह ज़रूरी है कि “बिज़नेस पार्टनर, LegitScript के साथ प्रमाणित हो और उसने फ़ार्मेसी को प्रमोट करने के लिए Facebook से लिखित परमिशन प्राप्त की हो.” “प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स” की परमिशन के लिए ज़रूरी है कि “बिज़नेस पार्टनर, प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स को प्रमोट करने के लिए Facebook को आवेदन करे.” “ऑनलाइन फ़ार्मेसी, टेलीहेल्थ प्रोवाइडर और फ़ार्मास्यूटिकल निर्माता” ऐसी एंटिटी हैं जो Facebook से परमिशन प्राप्त करने का आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा, प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स को प्रमोट करने वाली ब्रांडेड कंटेंट पोस्ट को “18 वर्ष या उससे ज़्यादा उम्र के लोगों तक सीमित किया जाना चाहिए और उन्हें अमेरिका, न्यूज़ीलैंड या कनाडा तक सीमित रखा जाना चाहिए. प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स का प्रमोशन, इन लोकेशन के बाहर प्रतिबंधित है.” यह नोट करना महत्वपूर्ण है कि ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी वहाँ लागू होती हैं जहाँ कंटेंट क्रिएटर्स को थर्ड पार्टी “बिज़नेस पार्टनर” से पैसे मिलते हैं (“मौद्रिक पेमेंट या फ़्री गिफ़्ट”) जो Meta के विज्ञापन स्टैंडर्ड के विपरीत है. Meta के विज्ञापन स्टैंडर्ड उस कंटेंट पर लागू होते हैं जिसे Meta, विज्ञापनदाताओं से पैसे लेकर यूज़र्स को दिखाता है.
बोर्ड द्वारा कंटेंट पॉलिसी का विश्लेषण Meta की “वॉइस” की वैल्यू, जिसे कंपनी सर्वोपरि बताती है, और “सुरक्षा” और “गरिमा” की वैल्यू के आधार पर किया गया था.
III. Meta की मानवाधिकारों से जुड़ी ज़िम्मेदारियाँ
बिज़नेस और मानवाधिकारों के बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ के मार्गदर्शक सिद्धांत (UNGP), जिन्हें 2011 में संयुक्त राष्ट्र संघ की मानवाधिकार समिति ने स्वीकृति दी है, प्राइवेट बिज़नेस की मानवाधिकार से जुड़ी ज़िम्मेदारियों का स्वैच्छिक ढाँचा तैयार करते हैं. 2021 में Meta ने मानवाधिकारों से जुड़ी अपनी कॉर्पोरेट पॉलिसी की घोषणा की, जिसमें उसने UNGP के अनुसार मानवाधिकारों का ध्यान रखने की अपनी प्रतिज्ञा को दोहराया. इस केस में बोर्ड ने Meta की मानवाधिकार से जुड़ी ज़िम्मेदारियों का विश्लेषण इन अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्ड को ध्यान में रखते हुए किया:
- विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार: अनुच्छेद 19, नागरिक और राजनैतिक अधिकारों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र ( ICCPR), सामान्य टिप्पणी सं. 34, मानवाधिकार समिति, 2011; अनुच्छेद 21, अक्षम लोगों के अधिकारों के बारे में समझौता (CRPD).
- स्वास्थ्य का अधिकार: अनुच्छेद 12, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र ( ICESCR); सामान्य कमेंट सं. 14, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकार समिति (2000).
5. यूज़र सबमिशन
पोस्ट के लेखक को बोर्ड के रिव्यू के बारे में सूचित किया गया और उसे बोर्ड के समक्ष कथन सबमिट करने का अवसर दिया गया. यूज़र ने कोई कथन सबमिट नहीं किया.
6. Meta के सबमिशन
बोर्ड को यह केस रेफ़र करते समय, Meta ने कहा कि चिकित्सीय निगरानी में दिमागी बदलाव करने वाले पदार्थों का उपयोग बढ़ता जा रहा है, इसलिए हो सकता है कि उसकी पॉलिसी लाइन ज़्यादा टिकाऊ न रहे क्योंकि ज़्यादा लोग हमारे प्लेटफ़ॉर्म पर कानूनी ड्रग्स का उपयोग करने के अपने अनुभव बताना चाहेंगे.” भविष्य में इस तरह के केसों की संभावना को देखते हुए, Meta ने “बोर्ड से इस क्षेत्र में आगे सही रास्ता चुनने के लिए मदद” माँगी.
Meta ने बताया कि प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े उसके कम्युनिटी स्टैंडर्ड में “गैर-चिकित्सीय ड्रग्स” और “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स” की उसकी परिभाषाएँ उस समय “विरोधाभासी होती हैं जब मानसिक बीमारी के उपचार के लिए मेडिकल प्रोफ़ेशनल द्वारा कानूनी रूप से ड्रग्स का उपयोग मानसिक अवस्था बदलने के उद्देश्य से किया जाता है.” प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड को लागू करने की आंतरिक गाइडलाइन में ऐसे कंटेंट को परमिशन दी गई है जिसमें कोई यूज़र किसी चिकित्सीय निगरानी वाले माहौल में फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स का उपयोग करना स्वीकार करता है या उसके उपयोग को प्रमोट करता है. Meta के अनुसार, इस केस में यूज़र के कंटेंट में “चिंता और अवसाद के लिए सुरक्षित, कानूनी, चिकित्सीय उपचार” के उनके अनुभव की बात की गई है.” Meta के अनुसार, पोस्ट के तीन भागों में “’मदहोशी’ पाने या ‘मानसिक अवस्था बदलने’” के लिए ड्रग का उपयोग करना बताया गया है: 1) कीटामीन उपचार की जानकारी, जिसमें “दूसरी दुनिया में जादुई प्रवेश” बताया गया है; 2) “खुद के खुद से दूर होने के एहसास और अंतरात्मा के पास आने” का वर्णन; और 3) उपचार को एक “अच्छी यात्रा” बताने का वर्णन.
Meta मानता है कि यूज़र द्वारा व्यक्त किया गया अनुभव, “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स” और “गैर-चिकित्सीय ड्रग्स” के बीच ऊपर बताए गए “विरोध” का उदाहरण देता है. Meta ने नए उपचारों की चर्चा करने वाले कंटेंट के महत्व पर ज़ोर दिया क्योंकि दुनियाभर में चिंता और अवसाद के मामले बढ़ रहे हैं, ख़ास तौर पर COVID-19 वैश्विक महामारी के बाद. Meta ने इस बात पर ज़ोर दिया कि अवसाद के उपचार के लिए कीटामीन सहित हलुसिनोजेन के उपयोग पर वैज्ञानिक और विनियामक प्रतिक्रियाएँ कितनी तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं. 2022 के रिव्यू के अनुसार Meta ने कहा कि अमेरिका में उपचार संबंधी माहौल में अवसाद के उपचार के रूप में कीटामीन के ओवरडोज़ या उससे मृत्यु का कोई मामला नहीं देखा गया है. Meta के लिए, कंटेंट “स्पष्ट रूप से कंटेंट की ऐसी कैटेगरी में आता है जिसे हम अपनी पॉलिसी के तहत परमिशन देना चाहेंगे.” हालाँकि कंपनी मानती है कि “इस बात की संभावना है कि कानूनी कीटामीन के उपयोग के समर्थन के कारण कुछ लोग इसे गैर-कानूनी रूप से आज़माना चाहें.”
Meta इस निष्कर्ष पर पहुँचा कि “चिकित्सीय रूप से कीटामीन” के सेवन का अनुभव का यूज़र द्वारा वर्णन, उनकी सुरक्षा या अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए कोई जोखिम नहीं है. इस कारण से Meta ने यह तय किया कि कंटेंट से प्रतिबंधित सामान और सेवाओं के कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन नहीं होता. Meta ने यह स्वीकार किया कि इस केस में उसका फ़ैसला, “मदहोशी पाने या मानसिक अवस्था बदलने” के लिए ड्रग्स (चाहे फ़ार्मास्यूटिकल हो या गैर-चिकित्सीय) के उपयोग को प्रमोट करने वाले कंटेंट पर स्टैंडर्ड के सामान्य प्रतिबंध के विरोध में था. इसके बावजूद, उसने फ़ैसले को स्टैंडर्ड के उद्देश्य के अनुरूप माना. Meta ने आगे बताया कि “चिकित्सीय रूप से लिए जाने वाले फ़ार्मास्यूटिकल के रूप में कीटामीन के सेवन या प्रमोशन की परमिशन है क्योंकि ऐसा करना चिकित्सीय उपचार की चर्चा को बढ़ावा देने की कंपनी की समग्र पॉलिसी के अनुसार सही है.” Meta के अनुसार, Instagram पर कंटेंट को बनाए रखने का फ़ैसला, पॉलिसी का “अपवाद, निरसन या विरोधाभास” नहीं है. इसके अलावा, कंपनी “अपने सभी रिव्यूअर्स से भी यही फ़ैसला” लेने की अपेक्षा करेगी, चाहे कंटेंट का शुरुआती आकलन किया जा रहा हो या एस्केलेशन के समय.
बोर्ड ने Meta से 22 लिखित सवाल पूछे. सवाल इस बारे में थे: अनुबंधित पार्टनर स्टेटस और मॉडरेशन के फ़ैसलों की अपील करने के लिए उपलब्ध चैनल; यूज़र और कीटामीन क्लीनिक के बीच सहयोग की प्रकृति; प्रासंगिक कंटेंट पॉलिसी के एन्फ़ोर्समेंट में ऑटोमेशन की भूमिका; प्रासंगिक कंटेंट पॉलिसी पर विचार करते हुए कंटेंट और संदर्भ का Meta द्वारा आकलन; “पॉलिसी की भावना” से जुड़ी छूट; और Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी. Meta ने सभी सवालों के जवाब दिए.
7. पब्लिक कमेंट
ओवरसाइट बोर्ड को लोगों की ओर से इस केस के लिए प्रासंगिक पाँच कमेंट मिले. ये सभी कमेंट अमेरिका और कनाडा से सबमिट किए गए थे. तीन कमेंट में कीटामीन उपचार के चिकित्सीय फ़ायदों और Meta के प्लेटफ़ॉर्म पर इसकी चर्चा की परमिशन देने के महत्व पर फ़ोकस किया गया था. दो में कीटामीन के मनोरंजक उपयोग के खतरों पर ज़ोर दिया गया था.
बोर्ड को नेशनल असोसिएशन ऑफ़ बोर्ड ऑफ़ फ़ार्मेसी (NABP) से एक कमेंट मिला. NABP अमेरिका में स्थित गैर-लाभकारी संगठन है जिसमें 50 राज्यों के फ़ार्मेसी बोर्ड शामिल हैं. साथ ही कोलंबिया, गुआम, पोर्टो रिको, वर्जिन आइलैंड्स, बहामास डिस्ट्रिक्ट और कनाडा के 10 प्रांतों के फ़ार्मेसी रेग्युलेटर भी हैं. संगठन ने इस बात पर ज़ोर दिया कि “1 मिनट से कम समय में एक सरसरी सर्च करने पर” ही उन्हें ऐसी कई पोस्ट मिलीं जिनमें “कीटामीन को मनोरंजक उपयोग के लिए स्पष्ट रूप से दिखाया गया था.” बोर्ड द्वारा Adderall केस (PC-11235) में पूछे जाने पर, NABP ने इसी तरह की बात प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड और सेवाओं के कम्युनिटी स्टैंडर्ड के स्पष्ट उल्लंघनों के समाधान की ज़रूरत के बारे में भी कही. वहाँ उसने “ऐसे मामले फ़्लैग किए जिनमें [Adderall और Xanax] बेचने की कोशिश करने वाला कंटेंट Facebook पर बना हुआ है.” इस केस में, संगठन ने Meta से अनुरोध किया कि वह “ऐसे मामलों में एक्शन लेने को प्राथमिकता दे जो स्पष्ट रूप से उल्लंघन हैं, न कि इस केस जैसे अस्पष्ट केसों पर अपने रिसोर्स खर्च करे.”
बोर्ड को कीटामीन थैरेपी प्रदाता Mindbloom (PC-11234) की ओर से भी एक कमेंट मिला जिसमें अमेरिका में मानसिक स्वास्थ्य संकट की सीमा की बात की गई थी. Mindbloom के कमेंट में अवसाद के मौजूदा उपचारों की अक्षमता पर रिसर्च की बात कही गई थी. उसने यह भी कहा कि कीटामीन जैसे नए उपचारों की जानकारी शेयर करने की सुविधा ज़रूरी है क्योंकि महत्वपूर्ण रिसर्च प्रकाशित होने के बावजूद कई लोगों को यह जानकारी नहीं है कि कीटामीन थैरेपी भी एक विकल्प है.
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8. ओवरसाइट बोर्ड का विश्लेषण
बोर्ड ने Meta द्वारा रेफ़र किए गए इस केस को कुछ ड्रग्स के वैधीकरण और सामान्यीकरण के संबंध में, ख़ास तौर पर चिकित्सीय उपयोग के लिए, प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़ी Meta की पॉलिसी के परीक्षण और स्पष्टीकरण के अवसर के रूप में चुना. आगे रिव्यू करने के बाद, बोर्ड ने पाया कि केस से फ़ार्मास्यूटिकल के प्रमोशन से संबंधित “पेड पार्टनरशिप” वाले कंटेंट से जुड़ी महत्वपूर्ण समस्याएँ भी सामने आईं.
बोर्ड ने इस बात का परीक्षण किया कि क्या इस कंटेंट को Meta की वैल्यू और मानवाधिकार से जुड़ी ज़िम्मेदारियों के अलावा Meta की कंटेंट पॉलिसी का विश्लेषण करने बाद हटा दिया जाना चाहिए. इन कंटेंट पॉलिसी में कंपनी की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी, Instagram कम्युनिटी गाइडलाइन और Facebook कम्युनिटी स्टैंडर्ड शामिल हैं.
8.1 Meta की कंटेंट पॉलिसी का अनुपालन
I. कंटेंट नियम
बोर्ड ने पाया कि इस केस का कंटेंट, Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी का उल्लंघन करता है, जो उस समय लागू होती है जब कंटेंट किसी “पेड पार्टनरशिप” का भाग होता है.
बोर्ड ने यह भी पाया कि अगर यह पोस्ट एक “पेड पार्टनरशिप” नहीं भी होती, तो भी वह प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन करती.
ब्रांडेड कंटेंट से जुड़ी पॉलिसी
इस केस में शामिल कंटेंट को “पेड पार्टनरशिप” के भाग के रूप में पोस्ट किया गया था, इसलिए उस पर ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी लागू होनी चाहिए थीं. बोर्ड इस बात से चिंतित है कि अपने रेफ़रल या शुरुआती सबमिशन के भाग के रूप में Meta ने केस का यह पहलू नहीं बताया. इसके बजाय, बोर्ड को केस के इस पक्ष के बारे में जानकारी तभी मिली जब सवालों के राउंड के दौरान उसने पोस्ट की पेमेंट वाली प्रकृति की जानकारी माँगी. बोर्ड ने उन सवालों पर Meta के एंगेजमेंट की सराहना की और चिकित्सीय उपचार के पेमेंट वाले प्रमोशन में एंगेज होने के लिए अनुबंधित पार्टनर्स द्वारा Instagram के उपयोग का समाधान करने के अवसर का स्वागत किया. जैसा कि ऊपर सेक्शन 2 में बताया गया है, ड्रग्स का प्रमोशन करने वाले पेमेंट वाले कंटेंट द्वारा प्रस्तुत विशेष चैलेंज ने चिकित्सा और कानूनी जगत, दोनों का ध्यान आकर्षित किया है. बोर्ड ने इन विषयों पर भविष्य के केसों में अपनी दिलचस्पी व्यक्त की और Meta से कहा कि वह बोर्ड द्वारा चयन के लिए विचार किए जा रहे केसों के बारे में सभी प्रासंगिक जानकारी शेयर करे, जिसमें प्रासंगिक होने पर ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी और/या बिज़नेस पार्टनर की जानकारी शामिल है.
Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के अनुसार “कुछ सामान, सेवाओं या ब्रांड को ब्रांडेड कॉन्टेंट के तहत प्रमोट नहीं किया जा सकता.” पॉलिसी में “गैर-कानूनी या मनोरंजक ड्रग्स सहित ड्रग्स और ड्रग से संबंधित प्रोडक्ट” को प्रतिबंधित सामानों में शामिल किया गया है. इस केस के कंटेंट में कीटामीन को स्पष्ट रूप से प्रमोट किया गया है. भले ही यूज़र द्वारा बताया गया अनुभव और उपचार, अमेरिका में कानूनी लगता है, लेकिन Meta की पॉलिसी में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि ऐसे कंटेंट को पेड पार्टनरशिप के ज़रिए Instagram पर प्रमोट नहीं किया जा सकता. इस संदर्भ में कीटामीन का “फ़ार्मास्यूटिकल” ड्रग या “गैर-चिकित्सीय” ड्रग होना, ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के उद्देश्य के लिए प्रासंगिक नहीं है. इसलिए इस ख़ास केस में Meta को अपने प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के बारे में ज़्यादा सोच-विचार किए बिना कंटेंट को हटा देना चाहिए था.
ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी में कहा गया है कि कंटेंट की कुछ कैटेगरी, जिनमें “फ़ॉर्मेसी” या “प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स” को प्रमोट करने वाली कैटेगरी शामिल हैं, के लिए यह ज़रूरी है कि कंटेंट को स्पॉन्सर करने वाले बिज़नेस पार्टनर को अपनी सेवाओं को प्रमोट करने के लिए Meta की “परमिशन” प्राप्त हो. यह नियम अमेरिका सहित सिर्फ़ कुछ अधिकार-क्षेत्रों में लागू होता है और सिर्फ़ ऑनलाइन फ़ॉर्मेसी, टेलीहेल्थ प्रोवाइडर्स और फ़ार्मास्यूटिकल निर्माता इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. इस केस में, Meta ने कन्फ़र्म किया कि कंटेंट को स्पॉन्सर करने वाले बिज़नेस पार्टनर के पास यह परमिशन नहीं थी. इसलिए, पोस्ट उल्लंघन करती है क्योंकि इसे ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के तहत “फ़ॉर्मेसी” या “प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स” के प्रमोशन को सामान्य रूप से बैन करने के सीमित अपवादों के साथ अनुपालन में उचित रूप से परमिशन नहीं दी गई थी.
प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़ा कम्युनिटी स्टैंडर्ड
Meta यह स्वीकार करता है कि प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड में एक समस्या है. एक तरफ़ उसमें फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स के प्रमोशन की परमिशन दी गई है. दूसरी तरफ़ उसमें ऐसी ड्रग्स के प्रमोशन पर प्रतिबंध है जिन्हें “मदहोशी” पाने या मानसिक अवस्था बदलने के लिए उपयोग किया जाता है. जब किसी फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग से “मदहोशी” होती है, तो ये स्टैंडर्ड विपरीत दिशा में काम करते हैं. इस केस में, पेड पार्टनरशिप के भाग के रूप में कंटेंट बनाए जाने से जुड़ी समस्याओं को छोड़ दिया जाए, तो Meta ने यह सबमिट किया कि नुकसान की कम आशंका के साथ मिलकर उसकी “वॉइस” की वैल्यू इस केस को फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स की परमिशन प्राप्त चर्चा मानने का समर्थन करती है.
बोर्ड ने पाया कि इन परिस्थितियों में तनाव को सुलझाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसमें कंटेंट के रिव्यूअर्स के लिए Meta के आंतरिक मार्गदर्शन के अनुसार “निगरानी युक्त चिकित्सीय माहौल” का संदर्भ जोड़ दिया जाए. Meta के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं के कम्युनिटी स्टैंडर्ड के अनुसार, “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स” उन्हें कहा जाता है “जिन्हें लेने के लिए प्रिस्क्रिप्शन या मेडिकल प्रोफ़ेशनल की ज़रूरत होती है.” इसके अनुसार, “गैर-चिकित्सीय ड्रग्स” ऐसी “ड्रग्स या पदार्थ होते हैं जिनका उपयोग उनके लक्षित उद्देश्य के लिए नहीं किया जा रहा हो या उनका उपयोग मदहोशी पाने के लिए किया जा रहा हो.” इन परिभाषाओं के अनुसार, मेडिकल प्रोफ़ेशनल द्वारा ड्रग के उपयोग की निगरानी, चाहे वह प्रिस्क्रिप्शन के रूप में हो या ऑनसाइट देने के रूप में, इन दोनों तरह की ड्रग्स के बीच एक मुख्य अंतर है. सुनिश्चित करने के लिए, “गैर-चिकित्सीय ड्रग्स” की परिभाषा में वियोजक “या” का अर्थ है कि ऐसा कोई भी पदार्थ जिसका उपयोग “मदहोशी” पाने के लिए किया जा सकता हो, “गैर-चिकित्सीय ड्रग” माना जाएगा, भले ही वह “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग” भी हो. फिर भी बोर्ड मानता है कि “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग” और “गैर-चिकित्सीय” ड्रग्स की कैटेगरी में शामिल ड्रग्स का उपयोग अवधारणात्मक रूप से अलग-अलग है और इसलिए उन्हें मेडिकल प्रोफ़ेशनल की निगरानी से अलग किया जाता है. इस नज़रिए का तार्किक परिणाम यह है कि जिन ड्रग्स का उपयोग “मदहोशी” पाने के लिए किया जा सकता है, उन्हें मेडिकल प्रोफ़ेशनल की निगरानी में उपयोग किए जाने पर “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स” माना जाना चाहिए.
Meta को इस फ़ैसले के अनुसार प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड में बदलाव करके इस विरोध का समाधान करना चाहिए. स्टैंडर्ड में ज़्यादा स्पष्ट रूप से बिना पेमेंट वाले ऐसे कंटेंट को परमिशन दी जानी चाहिए, जिसमें “मदहोशी” लाने वाली ड्रग्स का उपयोग स्वीकार किया गया हो, बशर्ते ऐसी ड्रग्स किसी मेडिकल प्रोफ़ेशनल की निगरानी में ली गई हों. स्टैंडर्ड में यह बताया जाना चाहिए कि चिकित्सीय निगरानी को मेडिकल डायग्नोसिस, स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के लाइसेंस के रेफ़रेंस या मेडिकल स्टाफ़ के रेफ़रेंस जैसे संकेतों द्वारा दर्शाया जा सकता है.
स्टैंडर्ड को इस कंटेंट पर लागू करने पर, बोर्ड ने पाया कि कंटेंट को हटाया जाना चाहिए. ऐसा करना रिव्यूअर्स को दिए गए Meta के आंतरिक मार्गदर्शन के अनुरूप होगा, जो सिर्फ़ ऐसे कंटेंट को परमिशन देता है जिसमें यूज़र किसी चिकित्सीय निगरानी वाले माहौल में फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स लेना स्वीकार करता है या उसके उपयोग को प्रमोट करता है. साथ ही इससे “मदहोशी” या “बदली हुई मानसिक स्थिति” देने वाली ड्रग्स को गैर-चिकित्सीय ड्रग्स मानने के मार्गदर्शन का भी पालन होगा. बोर्ड को अपने सबमिशन में Meta ने दावा किया कि इस केस में यूज़र ने “चिकित्सीय रूप से दी गई कीटामीन” के अपने अनुभव का वर्णन किया है. हालाँकि, बोर्ड इस बात पर Meta से असहमत था क्योंकि उसे पोस्ट में यह कन्फ़र्म करने वाले पर्याप्त संकेत नहीं मिले कि कीटामीन का उपयोग चिकित्सीय निगरानी में किया गया था, अर्थात यह कि ड्रग को किसी स्वास्थ्य पेशेवर द्वारा दिया गया था. ख़ास तौर पर, पोस्ट में ऐसे पर्याप्त संकेत मौजूद नहीं थे कि यूज़र को मेडिकल रूप से अवसाद डायग्नोस हुआ है या यह कि ऑफ़िस को अवसाद के उपचार के रूप में कीटामीन देने के लिए क्लीनिक का लाइसेंस प्राप्त है या यह कि उपचार मेडिकल प्रोफ़ेशनल्स द्वारा किया गया था (“डॉक्टर,” “नर्स,” “साइकेट्रिस्ट” का कोई सीधे रेफ़रेंस नहीं था, सिर्फ़ “स्टाफ़” का था). बोर्ड मानता है कि Meta के लिए यह ज़रूरी है कि वह Meta के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड को लागू करने वाले कंटेंट रिव्यूअर्स को यह अतिरिक्त मार्गदर्शन दे.
II. एन्फ़ोर्समेंट
Meta के अनुसार, ऑटोमेशन टूल ने 15 जनवरी, 2023 को कंटेंट का आकलन किया और पाया कि वह प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन करता है. ऐसा तब हुआ जब तीसरी यूज़र रिपोर्ट के बाद कंपनी ने “इस कंटेंट पर पहले के एन्फ़ोर्समेंट एक्शन के आधार पर अपना आकलन किया.” Meta ने कहा कि इस केस में विचाराधीन ऑटोमेशन एक “प्रतिबंधित और रेग्युलेटेड सामान” क्लासिफ़ायर है. मशीन लर्निंग क्लासिफ़ायर्स को Meta के कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन पकड़ने के लिए ट्रेन किया जाता है.
Meta ने बोर्ड को बताया कि उसके “प्रतिबंधित और रेग्युलेटेड सामान” क्लासिफ़ायर्स को हर छह माह में “सबसे नए ट्रेनिंग डेटासेट का उपयोग करके फिर से ट्रेन किया जाता है जिसमें अकाउंट अपील के परिणामों को भी शामिल किया जाता है.” इस केस में, Meta के क्लासिफ़ायर्स को तब तक के अपील परिणामों के साथ फिर से ट्रेन नहीं किया गया था, जिसके कारण केस के कंटेंट का आकलन उल्लंघन नहीं करने वाले के रूप में हुआ. इस कारण, कंटेंट को हटाने के ऑटोमेशन के फ़ैसले में सफल अपीलों को शामिल नहीं किया गया, जबकि Meta के अनुसार पहले के हटाने के फ़ैसलों में ऐसा हुआ था.
बोर्ड ने छह महीनों के विलंब पर चिंता जताई और Meta से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि डेटासेट की इंटीग्रिटी बनाए रखते हुए उसकी ऑटोमेटेड प्रोसेस में सफल अपीलों को जल्दी से जल्दी शामिल कर लिया जाए. भले ही ऑटोमेशन से अंत में प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के उपयोग के बोर्ड के विश्लेषण के अनुसार ही फ़ैसला लिया गया, लेकिन वह फ़ैसला उसे लिए जाते समय पॉलिसी की Meta की अपनी व्याख्या के अनुसार नहीं था.
Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी की प्रयोजनीयता के बारे में बोर्ड के सवालों के जवाब में, कंपनी ने यह स्वीकार किया कि “पेड पार्टनरशिप” लेबल वाले सभी कंटेंट का रिव्यू उन पॉलिसी के अनुसार नहीं किया जाता और यह कि शुरुआती रिव्यू करने वाले मॉडरेटर्स को यह लेबल दिखाई भी नहीं देता और न ही वे कंटेंट को उन विशेषज्ञ टीमों को सीधे नहीं भेज सकते जिन पर ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी को लागू करने की ज़िम्मेदारी है. Meta ने बताया कि ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के तहत कंटेंट का आकलन उस समय नहीं किया जाता जब उसमें लगे “पेड पार्टनरशिप” लेबल का ब्रांड पार्टनर द्वारा पहले रिव्यू करके उसे स्वीकार न किया गया हो. बोर्ड ने Meta से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उसकी एन्फ़ोर्समेंट प्रोसेस ऑटोमेटेड हो और शुरुआती रिव्यू करने वाले ह्यूमन मॉडरेटर्स सभी प्रासंगिक पॉलिसी के अनुसार कंटेंट का रिव्यू करें, जिनमें लागू होने पर Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी भी शामिल हैं.
इस केस के संबंध में यह चिंता का विषय है कि कीटामीन को प्रमोट करने वाले पेमेंट वाले कंटेंट के संबंध में ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी को लागू नहीं किया गया. हालाँकि, मोटे तौर पर बोर्ड ने यह नोट किया कि यह केस Meta की ड्रग पॉलिसी के ज़रूरत से कम एन्फ़ोर्समेंट का एक उदाहरण दिखाई देता है. 2022 के आखिरी दिनों में चार सप्ताह की एक अवधि में विज्ञापनों के रिव्यू पर आधारित Wall Street Journal की एक हालिया जाँच से पता चला है कि “Facebook और Instagram पर मौजूद 2,100 से ज़्यादा ऐसे विज्ञापन जिनमें जोखिमों का उल्लेख किए बिना प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स के फ़ायदे बताए गए था, उनमें अस्वीकृत उपयोगों के लिए ड्रग्स को प्रमोट किया गया था या उनमें यह बताए बिना प्रशंसापत्र दिखाए गए थे कि वे एक्टर्स या कंपनी के कमर्चारियों की ओर से आए हैं या नहीं.” नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ बोर्ड ऑफ़ फ़ार्मेसी (NABP) की ओर से बोर्ड को प्राप्त एक कमेंट में भी कहा गया है कि Meta के प्रतिबंधित वस्तुओं और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड का Meta के प्लेटफ़ॉर्म पर उल्लंघन एक सामान्य बात हो सकती है. इस केस में, NABP ने इस ओर ध्यान दिलाया कि कीटामीन को “स्पष्ट रूप से मनोरंजक उपयोग के लिए मार्केट किया गया था, जो Instagram पर बिक्री के लिए व्यापक रूप से उपलब्ध है.” यह पहली बार नहीं है जब NABP ने यह चिंता व्यक्त की है. 2021 में ‘Adderall माँगना’ केस में, NABP ने ध्यान दिलाया कि “[Adderall और Xanax] को बेचने की कोशिश करने वाला कंटेंट Facebook पर बना हुअा है.” अंतत! अमेरिकी ड्रग एन्फ़ोर्समेंट एजेंसी ने हाल ही में यह नोट किया है कि ड्रग कार्टेल अपने सामान बेचने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग कर रहे हैं. जो मुख्य बात निकलकर सामने आई है, वो यह है कि Meta को ड्रग्स की बिक्री या पेमेंट वाले प्रमोशन के संबंध में अपनी पॉलिसी के एन्फ़ोर्समेंट का बारीकी से परीक्षण करना चाहिए.
III. पारदर्शिता
यह समझने के लिए कि क्या इस केस में शामिल कंटेंट, ब्रांडेड था, बोर्ड ने Meta से स्पष्टीकरण से जुड़े कई सवाल पूछे जिनसे जानकारी मिली कि यह कंटेंट “पेड पार्टनरशिप” का भाग था. Meta ने बताया कि “पेड पार्टनरशिप” लेबल यह जानकारी देता है कि “पोस्ट एक ब्रांडेड कंटेंट है जिसके लिए क्रिएटर को किसी बिज़नेस पार्टनर की ओर से प्रतिपूर्ति की गई है. यह प्रतिपूर्ति पैसे या किसी अन्य मूल्यवान वस्तु के रूप में हो सकती है. ब्रांडेड कंटेंट पोस्ट करते समय क्रिएटर्स को प्रासंगिक ब्रांड या बिज़नेस पार्टनर को टैग करना चाहिए, चाहे किसी भी क्रिएटर, बिज़नेस या निजी अकाउंट से पोस्ट किया जा रहा हो.”
हालाँकि, आगे के सवालों के जवाब में Meta ने स्पष्ट किया कि “पेड पार्टनरशिप” लेबल की मौजूदगी यह नहीं बताती कि टैग किए गए बिज़नेस पार्टनर ने आवश्यक रूप से लेबल को मंज़ूर किया है, क्योंकि वे “कुछ क्रिएटर्स को ब्रांडेड कंटेंट में उन्हें टैग करने के लिए अकाउंट के लेवल की परमिशन दे सकते हैं (ताकि उन्हें हर पोस्ट के लिए टैग को मंज़ूरी न देनी पड़े).” यह यूज़र्स में भ्रम की स्थिति बना सकता है. Meta ने इस विषय पर बोर्ड का ध्यान Meta बिज़नेस हेल्प सेंटर आर्टिकल पर दिलाया, लेकिन Instagram की पॉलिसी से इस आर्टिकल पर जाने के लिए कई कदम उठाने पड़ते हैं और Instagram हेल्प सेंटर में "पेड पार्टनरशिप” लेबल का उपयोग कैसे करें की व्याख्या यह दर्शाती है कि सभी लेबल मंज़ूर किए जाते हैं. बोर्ड ने Meta को यह सुझाव दिया कि वह अपने ट्रांसपेरेंसी सेंटर, हेल्प सेंटर आर्टिकल और ऐसे अन्य सभी स्थानों पर पेड पार्टनरशिप के अर्थ को स्पष्ट, समझने लायक भाषा में बताए जहाँ Meta की पॉलिसी को यूज़र्स के लिए प्रस्तुत किया जाता है.
8.2Meta की मानवाधिकारों से जुड़ी ज़िम्मेदारियों का अनुपालन
बोर्ड ने पाया कि ड्रग्स को प्रमोट करने वाले ब्रांडेड कंटेंट और गैर-चिकित्सीय ड्रग्स खरीदने, बेचने, उसका व्यापार करने, उसके व्यापार में सहयोग करने, उसे दान करने, गिफ़्ट करने या माँगने पर Meta के कठोर प्रतिबंध, UNGP (सिद्दांत 13) के तहत “मानवाधिकार पर असर डालने या उसमें योगदान देने” और “मानवाधिकारों पर बुरे असर को रोकने या उसे कम करने” से जुड़ी कंपनी की मानवाधिकार संबंधी ज़िम्मेदारियों के अनुरूप हैं. स्वास्थ्य संबंधी अधिकारों और स्वास्थ्य संबंधी मामलों के बारे में जानकारी पाने के अधिकारों पर इस विश्लेषण में शामिल पोस्ट जैसी पोस्ट से पड़ने वाले जोखिम को देखते हुए यह उपयुक्त है. नीचे बताए गए विश्लेषण में, बोर्ड ने अभिव्यक्ति की आज़ादी की सुरक्षा के लिए Meta की ज़िम्मेदारी को ध्यान में रखते हुए, अभिव्यक्ति पर इस प्रतिबंध का आकलन किया (ICCPR, अनुच्छेद 19).
अभिव्यक्ति की आज़ादी (अनुच्छेद 19 ICCPR)
ICCPR के अनुच्छेद 19, पैरा 2 में अभिव्यक्ति के लिए विस्तृत सुरक्षा का प्रावधान किया गया है. इस अधिकार में “सभी प्रकार की जानकारी और आइडिया खोजना, उन्हें पाना और देना” शामिल है. मानवाधिकार कमिटी ने सामान्य कमेंट सं. 34 में अभिव्यक्ति के उन ख़ास रूपों की लिस्ट दी जो आर्टिकल 19 में शामिल हैं और नोट किया कि अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार “ मेंकमर्शियल विज्ञापन भी शामिल हो सकते हैं” (पैरा. 11, ज़ोर दिया गया). बोर्ड ने पाया कि इस केस में कंटेंट की पेमेंट वाली प्रकृति उसे विज्ञापन के समान बनाती है और यह कि Meta को मानवाधिकारों से जुड़ी अपनी ज़िम्मेदारियों के भाग के रूप में विज्ञापन और ब्रांडेड कंटेंट सहित पेमेंट वाले कंटेंट पर ध्यान देना चाहिए.
CRPD का अनुच्छेद 21, अक्षम लोगों की अभिव्यक्ति की आज़ादी को सुरक्षा देता है, जिसमें अनुच्छेद 1 के अनुसार “ऐसे लोग जिन्हें लंबे समय से शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक या संवेदी बाधाएँ हों, जिनकी वजह से कई तरह की रुकावटों का सामना करने के कारण दूसरों की तुलना में समाज में उनकी पूर्ण और प्रभावी सहभागिता में समस्या पैदा हो,” शामिल हैं. CRPD यह सुनिश्चित करता है कि वे “अन्य लोगों के समान और अपनी पसंद के सभी तरह के कम्युनिकेशन के ज़रिए” इस आज़ादी का उपयोग कर सकें (अनुच्छेद 21, CRPD). आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों से जुड़ी संयुक्त राष्ट्र की समिति यह स्पष्ट करती है कि “स्वास्थ्य संबंधी शिक्षा और जानकारी की एक्सेस” स्वास्थ्य के अधिकार का अहम हिस्सा हैं, जो ICESCR के अनुच्छेद 12 में दिया गया है (सामान्य कमेंट सं. 14, पैरा. 11). दुनियाभर में अवसाद और अन्य मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के बढ़ते मामलों के संदर्भ में यह ख़ास तौर पर महत्वपूर्ण है. जैसा कि बोर्ड ने अपने पिछले फ़ैसलों में नोट किया है, सोशल मीडिया कंपनियों को फ़ार्मास्यूटिकल और गैर-चिकित्सीय ड्रग्स के संबंध में अभिव्यक्ति की आज़ादी का सम्मान करना चाहिए (श्रीलंका फ़ार्मास्यूटिकल्स; Adderall® माँगना; अयोहस्का पेय देखें).
जहाँ राज्य, अभिव्यक्ति पर प्रतिबंध लगाता है, वहाँ प्रतिबंधों को वैधानिकता, वैधानिक लक्ष्य और आवश्यकता तथा आनुपातिकता की शर्तों को पूरा करना चाहिए (अनुच्छेद 19, पैरा. 3, ICCPR). इन शर्तों को अक्सर “तीन भाग वाले टेस्ट” के रूप में जाना जाता है और वे कमर्शियल अभिव्यक्ति या विज्ञापन के प्रतिबंधों पर भी लागू होतीहैं. Meta की स्वैच्छिक मानवाधिकार प्रतिबद्धताओं को समझने के लिए बोर्ड इस फ़्रेमवर्क का उपयोग करता है - रिव्यू किए जा रहे कंटेंट से जुड़े व्यक्तिगत फ़ैसले और कंटेंट संबंधी नियमों के मामले में Meta के व्यापक नज़रिए, दोनों के संबंध में. जैसा कि अभिव्यक्ति की आज़ादी के बारे में संयुक्त राष्ट्र के ख़ास रैपर्टर में कहा गया है कि भले ही “कंपनियों का सरकारों के प्रति दायित्व नहीं है, लेकिन उनका प्रभाव ऐसा है जो उनके लिए अपने यूज़र की अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार की सुरक्षा के बारे में इस तरह के सवालों का आकलन करना ज़रूरी बनाता है” (A/74/486, पैरा. 41).
I. वैधानिकता (नियमों की स्पष्टता और सुलभता)
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के तहत वैधानिकता के सिद्धांत के अनुसार अभिव्यक्ति पर रोक लगाने वाले नियम स्पष्ट और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होने चाहिए (सामान्य कमेंट सं. 34, पैरा. 25). अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित करने वाले नियम “उन लोगों को अभिव्यक्ति की आज़ादी को प्रतिबंधित करने के निरंकुश अधिकार नहीं दे सकते जिन पर इन्हें लागू करने की ज़िम्मेदारी है” और नियमों में "उन लोगों के लिए पर्याप्त मार्गदर्शन भी होना ज़रूरी है जिन पर इन्हें लागू करने की ज़िम्मेदारी है ताकि वे यह पता लगा सकें कि किस तरह की अभिव्यक्ति को उचित रूप से प्रतिबंधित किया गया है और किसे नहीं" ( पूर्वोक्त). ऑनलाइन अभिव्यक्ति की निगरानी करने वाले नियमों के मामले में, अभिव्यक्ति की आज़ादी पर संयुक्त राष्ट्र के ख़ास रैपर्टर में कहा गया है कि उन्हें स्पष्ट और विशिष्ट होना चाहिए (A/HRC/38/35, पैरा. 46). Meta के प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करने वाले लोगों के लिए ये नियम एक्सेस करने और समझने लायक होने चाहिए और उनके एन्फ़ोर्समेंट के संबंध में कंटेंट रिव्यूअर्स को स्पष्ट मार्गदर्शन दिया जाना चाहिए.
ब्रांडेड कंटेंट से जुड़ी पॉलिसी
बोर्ड ने पाया कि Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी, उन यूज़र्स के लिए पर्याप्त रूप से स्पष्ट और पहुँच योग्य हैं जो “पेड पार्टनरशिप” में शामिल होना चाहते हैं. इससे उन्हें यह जानने की सुविधा मिलती है कि किन शर्तों के तहत इसकी परमिशन है. बोर्ड को यह बात स्पष्ट है कि “ड्रग्स और ड्रग्स से संबंधित प्रोडक्ट” के लिए ब्रांडेड कंटेंट पर प्रतिबंधों में वे सेवाएँ शामिल हैं जहाँ ड्रग्स दी जाती हैं. अवसाद के उपचार में कीटामीन के बढ़ते उपयोग को देखते हुए, यह बताकर इसे ज़्यादा स्पष्ट बनाया जा सकता है कि “पेड पार्टनरशिप” कंटेंट में ड्रग्स पर आधारित उपचार और थैरेपी प्रतिबंधित हैं.
पॉलिसी यह भी स्पष्ट करती है कि प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स और फ़ार्मेसी सिर्फ़ तभी पेड पार्टनरशिप कंटेंट का भाग हो सकती हैं जब “बिज़नेस पार्टनर को उनकी सेवाएँ प्रमोट करने की परमिशन हो.” लिस्टिंग संक्षिप्त और स्पष्ट है, लेकिन सामान्य नियम और इस स्पष्ट अपवाद के बीच के रिलेशनशिप को बेहतर तरीके से समझाया जा सकता है. बोर्ड ने नोट किया कि ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के दो वर्जन ऑनलाइन दिखाई देते हैं, पहला Meta के “ बिज़नेस हेल्प सेंटर" में जो Facebook और Instagram दोनों पर लागू होता है (कंटेंट पॉलिसी की ट्रांसपेरेंसी सेंटर की लिस्टिंग से लिंक किया गया) और दूसरा Instagram के हेल्प पेज पर जो Instagram पर लागू दिखाई देता है. भले ही ये नियम एक जैसे दिखाई देते हैं, इस डुप्लिकेशन को हटाने से ज़्यादा स्पष्टता आएगी.
बोर्ड इस बात से अत्यंत चिंतित है कि “पेड पार्टनरशिप” कंटेंट का आकलन करते समय शुरुआती कंटेंट रिव्यूअर्स को यह दिखाई नहीं देता कि कंटेंट “पेड पार्टनरशिप” का भाग है. इस कारण, रिव्यूअर्स यह तय नहीं कर पाते कि क्या कंटेंट के लिए कम्युनिटी स्टैंडर्ड आधारित आकलन के अलावा ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के आकलन की ज़रूरत है. इस कारण इस बात की अत्यधिक संभावना है कि Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी का ज़रूरत से कम एन्फ़ोर्समेंट हो. जब दिसंबर 2022 के अंतिम दिनों में कंटेंट की पहली बार रिपोर्ट की गई थी, तब अगर कंटेंट का उचित रिव्यू ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के अनुसार किया जाता, तो कंटेंट क्रिएटर को हुई कई महीनों की परेशानी से बचा जा सकता था. फ़ार्मास्यूटिकल्स के प्रमोशन के संदर्भ में सभी ब्रांडेड कंटेंट का आकलन, पोस्ट किए जाने से पहले या पोस्ट किए जाने के तुरंत बाद किया जाना चाहिए.
प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़ी पॉलिसी
बोर्ड ने पाया कि प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़ी पॉलिसी द्वारा अपनाई गई “गैर-चिकित्सीय ड्रग्स” और “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स” की परिभाषाएँ, कानूनी ज़रूरतों की पूर्ति नहीं करती हैं. जैसा कि ऊपर बताया गया है, दो नियम उस समय प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स के चिकित्सीय निगरानी में किए गए उपयोग पर लागू किए जाने पर विरोधाभास करते हैं जब उन ड्रग्स के कारण “मदहोशी” आती हो या “मानसिक अवस्था में बदलाव” होता हो. “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स” के नियम में ऐसे कंटेंट को परमिशन दी गई दिखाई देती है, लेकिन “गैर-चिकित्सीय ड्रग्स” के नियम में उसी कंटेंट पर प्रतिबंध है.
बोर्ड ने पाया कि ये नियम अस्पष्ट हैं और यह कि रिव्यूअर्स को बेहतर मार्गदर्शन दिया जाना चाहिए. स्पष्ट नियम मुख्य रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं जिनकी अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित किया जा सकता है, लेकिन वे उन लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं जिन पर नियमों को लागू करने की ज़िम्मेदारी है. रिव्यूअर्स, जिन्हें तेज़ी से फ़ैसले लेने पड़ते हैं, को ऐसे नियम दिए जाने चाहिए जिन्हें वे आत्मविश्वास के साथ लागू कर पाएँ.
बोर्ड, Meta के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के असमान एन्फ़ोर्समेंट को लेकर भी गंभीर रूप से चिंतित है, जो सामान्य तौर पर गैर-चिकित्सीय या फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स को “खरीदने, बेचने या उनका व्यापार करने की कोशिशों” को प्रतिबंधित करता है. जैसा कि बोर्ड ने “Adderall माँगना” केस में अपने फ़ैसले में हाइलाइट किया है कि “जब असमान एन्फ़ोर्समेंट के कारण उल्लंघन करने वाले कंटेंट को ऑनलाइन छोड़ दिया जाता है, तब उससे यह भ्रम हो सकता है कि Facebook पर किस कंटेंट की परमिशन है.”
II. वैधानिक लक्ष्य
ICCPR के अनुच्छेद 19, पैरा. 3 के तहत, कारणों की एक परिभाषित और सीमित लिस्ट के अनुसार अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित किया जा सकता है. इस केस में, बोर्ड ने पाया कि गैर-चिकित्सीय ड्रग्स के प्रमोशन और गैर-चिकित्सीय और फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स को खरीदने, बेचने या उनका व्यापार करने के बारे में ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी और प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड की पॉलिसी लाइन, लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करने के वैधानिक लक्ष्य की पूर्ति करती हैं. वे अन्य लोगों के अधिकारों की रक्षा भी करती हैं, जिसमें स्वास्थ्य का अधिकार और स्वास्थ्य संबंधी मामलों में जानकारी पाने का अधिकार शामिल है (श्रीलंका फ़ार्मास्यूटिकल्स केस देखें).
III. आवश्यकता और आनुपातिकता
आवश्यकता और आनुपातिकता के सिद्धांत के अनुसार यह ज़रूरी है कि अभिव्यक्ति की आज़ादी से संबंधित प्रतिबंध "रक्षा करने के उनके कार्य को सही तरीके से पूरा करने वाले होने चाहिए; उनसे उन लोगों के अधिकारों में कम से कम हस्तक्षेप होना चाहिए, जिन्हें उन प्रतिबंधों से होने वाले रक्षात्मक कार्यों का लाभ मिल सकता है [और] जिन हितों की सुरक्षा की जानी है, उसके अनुसार ही सही अनुपात में प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए" (सामान्य कमेंट सं. 34, पैरा. 34).
जैसा कि ऊपर सेक्शन 2 में बताया गया है, दुनियाभर में अवसाद के मामले बढ़े हैं. उसकी आंशिक प्रतिक्रिया में, अवसाद के उपचार के लिए कीटामीन का उपयोग भी बढ़ा है. आशाजनक होने के बावजूद, ये उपचार अभी नए हैं. इसके अलावा, मनोरंजन के उद्देश्य से कीटामीन का उपयोग भी बढ़ता हुआ दिखाई पड़ रहा है. इस संदर्भ में लोगों के स्वास्थ्य, उनके स्वास्थ्य के अधिकार और स्वास्थ्य संबंधी मामलों की जानकारी पाने के अधिकार की रक्षा करने के लिए कंटेंट को हटाना, अभिव्यक्ति पर एक आवश्यक और आनुपातिक प्रतिबंध है.
ब्रांडेड कंटेंट से जुड़ी पॉलिसी
बोर्ड ने WHO की चिकित्सीय प्रमोशन के लिए नैतिक शर्तों को उपयोगी पाया. इन शर्तों में कहा गया है कि “ड्रग्स की लत और उस पर निर्भरता के खिलाफ़ लड़ाई” के लिए, ड्रग्स (ख़ास तौर पर नैक्रोटिक और साइकोट्रोपिक ड्रग्स) को “सामान्य लोगों के बीच विज्ञापित नहीं किया जाना चाहिए.” (पैरा. 14). भले ही वे सोशल मीडिया पर दशकों से मौजूद हैं, ये शर्तें आज और भी ज़्यादा प्रासंगिक हैं. अमेरिका के अतिरिक्त संदर्भ से बोर्ड को ड्रग्स के प्रमोशन पर ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी द्वारा लगाए गए बैन की आवश्यकता और आनुपातिकता को समझने में मदद मिली. Wall Street Journal की एक रिपोर्ट के अनुसार, दो ऐसी टेलीहेल्थ कंपनियों की अमेरिकी न्याय मंत्रालय द्वारा जाँच की जा रही है जिन्होंने विज्ञापन देने के लिए Meta के प्लेटफ़ॉर्म का व्यापक उपयोग किया. यह जाँच “जर्नल की उस रिपोर्ट के बाद शुरू की गई जिसमें कहा गया था कि कुछ क्लीनिशियंस पर उत्तेजकों की सलाह देने का दबाव होता है” और यह कि कुछ मरीज़ों और कर्मचारियों ने “कहा कि मार्केटिंग से जुड़े उनके व्यवहारों के कारण नियंत्रित पदार्थों का दुरुपयोग हुआ है.”
इसलिए, बोर्ड ने पाया कि Facebook और Instagram के यूज़र्स के बीच मनोरंजक कीटामीन के उपयोग के प्रमोशन के जोखिम को रोकने के लिए कीटामीन थैरेपी के “पेड पार्टनरशिप” प्रमोशन को प्रतिबंधित करना ज़रूरी है. ऐसा पेड पार्टनरशिप कंटेंट जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी शामिल होती है, ख़ास तौर पर जब वह ऐसी ड्रग्स से संबंधित हो जिसका आसानी से दुरुपयोग हो सकता है, स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी पाने और स्वास्थ्य के यूज़र के अधिकारों को कमज़ोर कर सकता है. ये जोखिम उस समय ज़्यादा होते हैं जब सोशल मीडिया पर इन्फ़्लुएंसर्स को बड़े इंसेंटिव ऑफ़र किए जाते हैं ताकि वे कंपनियों को अपनी व्यापक ऑडियंस की एक्सेस दें जो स्वास्थ्य से जुड़ी अतिसंवेदनशील स्थितियों में हो सकती है. जहाँ पेमेंट वाले प्रमोशन में ज़रूरी चिकित्सीय उपचार या गैर-कानूनी मनोरंजक उपयोग शामिल होते हैं, वहाँ Meta की यह ज़िम्मेदारी है कि वह दुरुपयोग के लिए अपने प्लेटफ़ॉर्म के उपयोग की आशंका को पहचाने. बोर्ड के अनुसार, किसी ख़ास ड्रग या सेवा को प्रमोट करने वाली कमर्शियल अभिव्यक्ति को नॉन-कमर्शियल अभिव्यक्ति से अलग रखा जाना चाहिए. “फ़ार्मास्यूटिकल” और “गैर-चिकित्सीय” ड्रग् की चर्चा करने वाले बिना पेमेंट वाले कंटेंट पर लगाए गए जिन प्रतिबंधों को अनुपातहीन माना जा सकता है, वही प्रतिबंध उन्हीं प्रोडक्ट या सेवाओं के लिए तब आनुपातिक हो सकते हैं जब उन्हें पेमेंट वाले कंटेंट में प्रमोट किया गया हो.
बोर्ड ने इस बात पर विचार किया कि क्या इस तरह के कंटेंट को कम कठोर तरीकों से सीमित करना ज़्यादा आनुपातिक होगा, जैसे कि उसे किसी ख़ास उम्र से बड़े लोगों द्वारा देखे जाने के लिए सीमित करना, जो Meta शराब और तंबाकू के मामले में करता है (ऐसे पदार्थ जिनसे भी व्यक्ति की मानसिक अवस्था बदल सकती है). हालाँकि, इस तरह के कंटेंट से होने वाले जोखिम, युवा ऑडियंस तक ही सीमित नहीं हैं. वयस्क भी “पेशेंट इन्फ़्लुएंसर” की प्रशंसाओं से प्रभावित हो सकते हैं, ख़ास तौर पर जब वे किसी ऐसे चिकित्सीय उपचार का महिमामंडन करते हैं जो शायद सभी लोगों के लिए उपयुक्त न हो और उनमें सुरक्षा संबंधी चेतावनियाँ या जोखिमों को कम करने के तरीके नहीं बताए जाते. WHO की नैतिक शर्तों को ध्यान में रखते हुए, बोर्ड ने पाया कि इस केस के कंटेंट के लिए “पेड पार्टनरशिप” पर Meta के कठोर प्रतिबंध उपयुक्त हैं.
बोर्ड ने पाया कि पोस्ट को “पेड पार्टनरशिप” के रूप में परमिशन नहीं दी जानी चाहिए थी, लेकिन बोर्ड कुछ सीमित परिस्थितियों में ऐसी पार्टनरशिप से होने वाले व्यवहार के बारे में भी चिंतित है जहाँ कंटेंट के ज़रिए फ़ार्मास्यूटिकल या प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स को प्रमोट किया जा सकता है. ख़ास तौर पर, बोर्ड ने नोट किया कि इस संदर्भ में “पेड पार्टनरशिप” लेबल का काम सिर्फ़ आर्थिक रिलेशनशिप बताना है. कोई इन्फ़्लुएंसर यही लेबल किसी नए रेस्तरां को प्रमोट करने वाली पोस्ट में भी लगा सकता है, जैसा कि वे किसी नए या प्रयोगात्मक चिकित्सीय उपचार में करेंगे. बाद वाले परिदृश्य में, बोर्ड इन लेबल की प्रमुखता में कमी के बारे में चिंतित है. साथ ही वह जोखिम हाइलाइट करने या उन जोखिमों से संबंधित अतिरिक्त रिसोर्स की ओर इशारा करने के लिए आपके हिसाब से बनाई गई जानकारी की कमी को लेकर भी चिंतित है.
बोर्ड ने नोट किया कि “पेड पार्टनरशिप” लेबल के बारे में यह दृष्टिकोण, स्वास्थ्य संबंधी गलत जानकारी की कुछ कैटेगरी पर “इन्फ़ॉर्म ट्रीटमेंट” के Meta के दृष्टिकोण से बिल्कुल उलट है. वे लेबल, फ़ैक्ट-चेकर्स या सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राधिकरणों से प्राप्त अन्य रिसोर्स से लिंक करते हैं, जैसे कि (COVID-19 संबंधी गलत जानकारी पर पॉलिसी एडवाइज़री टीम की राय देखें). बोर्ड ने आगे नोट किया कि यूज़र्स को ऐसी पोस्ट को लाइक करने और उस पर कमेंट करने की परमिशन देने से उन्हें Meta के प्लेटफ़ॉर्म पर ऐसे व्यक्तियों द्वारा टार्गेट किए जाने का जोखिम हो सकता है जो गैर-कानूनी कीटामीन या अन्य पदार्थों की मार्केटिंग करते हैं. हो सकता है कि ऐसे कुछ व्यक्तियों को अवसाद हो और/या प्रभावी उपचार तक उनकी एक्सेस सीमित हो. इस तरह, वे इस उत्पीड़न के प्रति ख़ास तौर पर असुरक्षित हो सकते हैं.
प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़ा कम्युनिटी स्टैंडर्ड
बोर्ड ने पाया कि कम्युनिटी स्टैंडर्ड का टेक्स्ट, अभिव्यक्ति पर प्रतिबंध लगाता है जो ड्रग्स के दुरुपयोग को रोकने के उसके लक्ष्य के लिए आवश्यक और आनुपातिक है. बोर्ड ने इस केस को पिछले ‘Adderall माँगना’ केस से अलग माना. उस केस में बोर्ड को कंटेंट और नुकसान की आशंका के बीच कोई सीधा या तात्कालिक संबंध नहीं मिला था. बाद वाले मामले में, यूज़र को बस इस सलाह की ज़रूरत थी कि वह किसी उपचार के बारे में अपने डॉक्टर से किस तरह बात करे और उसका उद्देश्य Adderall को बेचना, गैर-कानूनी रूप से पाना या उसे प्रमोट करना नहीं था. इसके विपरीत, इस केस में यूज़र किसी चिकित्सीय निगरानी की ज़रूरत के बिना कीटामीन को सक्रिय रूप से प्रमोट करना चाह रहा है. यह यूज़र्स की सुरक्षा के लिए बड़ा जोखिम है, ख़ास तौर पर जब यह कंटेंट बड़े पैमाने पर मौजूद इसी तरह के कंटेंट के साथ मिल जाता है. Meta के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के अनुसार कीटामीन के उपयोग की जानकारी देने वाले कंटेंट को परमिशन दी जानी चाहिए, लेकिन सिर्फ़ तभी जब यह उपयोग चिकित्सीय निगरानी में किया जाए. Meta के विपरीत, बोर्ड को इस केस में पोस्ट के मुख्य भाग में ऐसे पर्याप्त संकेत नहीं मिले जो यह कन्फ़र्म करे कि कीटामीन का उपयोग चिकित्सीय निगरानी में किया गया था.
बोर्ड ने इस बात पर विचार किया कि क्या उस प्रतिबंध को थोड़ा शिथिल करके उसमें ऐसे कंटेंट को परमिशन दी जानी चाहिए जिसमें “उपचारात्मक” निगरानी में उपयोग का वर्णन किया गया हो. उसने Meta की रिपोर्ट में उल्लेख किए गए रिव्यू को नोट किया जिसमें कहा गया था कि अमेरिका में “उपचार संबंधी माहौल” में अवसाद के उपचार के रूप में कीटामीन के ओवरडोज़ या उससे मृत्यु का कोई मामला नहीं देखा गया है. हालाँकि बोर्ड ने ज़्यादा परमिशन देने वाली इस स्थिति को कई कारणों से नकार दिया. पहला, उसने देखा है कि कीटामीन का गैर-कानूनी उपयोग बढ़ने का प्रमाण मौजूद है जिसके कारण 2022 में कोई बदलाव न करने का फ़ैसला, दुरुपयोग से निपटने के तरीके पर विचार करने के लिए अविश्वसनीय बेसलाइन बन गई है. दूसरा, उसने नोट किया है कि “उपचारात्मक” शब्द को इतने तरीकों से उपयोग किया जा सकता है कि रिव्यूअर्स को पॉलिसी एन्फ़ोर्स करने में परेशानी होगी. अंत में, बोर्ड मेडिकल प्रोफ़ेशनल पर भरोसे को ज़्यादा महत्व देता है, जो “फ़ार्मास्यूटिकल” और “गैर-चिकित्सीय” ड्रग्स की Meta की परिभाषा में निहित है, जैसा कि ऊपर सेक्शन 8.1 में बताया गया है.
बोर्ड ने इस बात पर भी विचार किया कि क्या “चिकित्सीय निगरानी” से जुड़ा प्रतिबंध, अयोहस्का पेय केस में बोर्ड के पिछले फ़ैसले से विरोध करता है. उस फ़ैसले में, बोर्ड ने सुझाव दिया था कि Meta अपने नियमों में बदलाव करे ताकि यूज़र्स गैर-चिकित्सीय दवाओं के पारंपरिक या धार्मिक उपयोगों पर सकारात्मक तौर पर चर्चा कर सकें. बोर्ड के लिए यह ज़रूरी नहीं था कि ड्रग का उपयोग चिकित्सीय निगरानी में किया जाए.
हमने पाया कि “चिकित्सीय निगरानी” से जुड़ा प्रतिबंध, अयोहस्का पेय केस में विश्लेषण के अनुरूप था. ड्रग के पारंपरिक और धार्मिक उपयोग के पीछे आम तौर पर एक इतिहास होता है जो नुकसान से रक्षा का काम खुद ही करता है. विशेषज्ञों के अनुसार “पारंपरिक एथनोबॉटनिकल्स के संबंध में, सुरक्षा और प्रभावोत्पादकता दर्शाने का काम उपयोग का लंबा इतिहास करता है.” इसके अलावा, जैसा कि बोर्ड ने अयोहस्का पेय केस में कहा था, इन रिवाज़ों का एक गरिमापूर्ण पहलू होता है जो कुछ कम्युनिटी की आध्यात्मिक और पारंपरिक पहचान से उनके संबंध के कारण होता है.
9. ओवरसाइट बोर्ड का फ़ैसला
ओवरसाइट बोर्ड ने पेड पार्टनरशिप कंटेंट को बनाए रखने के Meta के फ़ैसले को पलटते हुए उस पोस्ट को हटाने के लिए कहा.
10. सुझाव
कंटेंट पॉलिसी
1. Meta को अपने ट्रांसपेरेंसी सेंटर और Instagram के हेल्प सेंटर में “पेड पार्टनरशिप” लेबल का अर्थ स्पष्ट करना चाहिए. इसमें “पेड पार्टनरशिप” लेबल की मंज़ूरी में बिज़नेस पार्टनर की भूमिका के बारे में बताना शामिल है. बोर्ड इस सुझाव को तब लागू मानेगा जब Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी को अपडेट करके ये स्पष्टीकरण शामिल किए जाएँगे.
2. Meta को प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड की भाषा में यह स्पष्ट करना चाहिए कि जिस कंटेंट में “फ़ार्मास्यूटिकल ड्रग्स का उपयोग स्वीकार किया गया है या जो उनके उपयोग को प्रमोट करता है” और भले ही जिसका परिणाम “मदहोशी” हो सकता है, उसे “निगरानी वाले चिकित्सीय माहौल” के संदर्भ में परमिशन दी जाती है. Meta को यह भी परिभाषित करना चाहिए कि “निगरानी वाला चिकित्सीय माहौल” क्या है और प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत यह बताना चाहिए कि चिकित्सीय निगरानी को मेडिकल डायग्नोसिस, स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के लाइसेंस के रेफ़रेंस या मेडिकल स्टाफ़ के रेफ़रेंस जैसे संकेतों द्वारा दर्शाया जा सकता है. बोर्ड इस सुझाव को तब लागू मानेगा जब Meta के प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड को इन स्पष्टीकरणों के साथ अपडेट कर दिया जाएगा.
एन्फ़ोर्समेंट
3. यह देखते हुए कि Meta अभी समी ब्रांडेड कंटेंट को ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के तहत रिव्यू नहीं करता, Meta को अपनी रिव्यू प्रोसेस को यह सुनिश्चित करने के लिए बेहतर बनाना चाहिए कि किसी “पेड पार्टनरशिप” के भाग के रूप में बनाए गए कंटेंट को लागू होने वाली सभी पॉलिसी (जैसे कम्युनिटी स्टैंडर्ड और ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी) के अनुसार रिव्यू किया जाता है. ख़ास तौर पर, Meta को शुरुआती रिव्यू करने वाले रिव्यूअर्स को ऐसा साधन उपलब्ध कराना चाहिए जिसके ज़रिए वे ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी का संभावित रूप से उल्लंघन करने वाले कंटेंट को Meta की विशेषज्ञ टीमों या ऑटोमेटेड सिस्टम, जिन्हें दुविधा के समय Meta की ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी लागू करने के लिए ट्रेन किया गया है, के पास भेज सकें. बोर्ड इसे तब लागू मानेगा जब Meta अपना बेहतर बनाया गया रिव्यू राउटिंग लॉजिक शेयर करेगा, जिसमें यह बताया जाए कि ऊपर बताई गई किसी भी पॉलिसी के संभावित उल्लंघन की उच्च संभावना होने पर वह किस तरह सभी प्रासंगिक प्लेटफ़ॉर्म/कंटेंट पॉलिसी को लागू करता है.
4. Meta को अपनी ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी की पॉलिसी लाइन के एन्फ़ोर्समेंट को ऑडिट करना चाहिए (“हम इन चीज़ों के प्रमोशन को प्रतिबंधित करते हैं [...] 4. ड्रग्स और ड्रग्स से संबंधित प्रोडक्ट, जिनमें गैर-कानूनी या मनोरंजक ड्रग्स शामिल हैं”) और प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़ा कम्युनिटी स्टैंडर्ड (“ऐसा कंटेंट पोस्ट न करें जो गैर-चिकित्सीय ड्रग्स को खरीदने, बेचने, उनका व्यापार करने, उनके व्यापार में सहयोग करने, उन्हें दान करने, गिफ़्ट करने या माँगने की कोशिश करता है”). बोर्ड ने पाया कि Meta के पास ड्रग्स के पेमेंट वाले प्रमोशन (उसकी ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी के तहत) और ड्रग्स को खरीदने, बेचने या उनका व्यापार करने (उसकी प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत) पर कठोर प्रतिबंध लगाने के लिए स्पष्ट और उचित तरीके मौजूद हैं. हालाँकि, बोर्ड को ऐसे कुछ संकेत मिले हैं कि इन पॉलिसी को असमान रूप से एन्फ़ोर्स किया जा सकता है. यह स्पष्ट करने के लिए कि क्या वास्तव में ऐसा हो सकता है, Meta को एक ऑडिट करना चाहिए कि फ़ार्मास्यूटिकल और गैर-चिकित्सीय ड्रग्स के संबंध में उसकी ब्रांडेड कंटेंट पॉलिसी और उसके प्रतिबंधित सामान और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड को कैसे एन्फ़ोर्स किया जा रहा है. उसे फिर एन्फ़ोर्समेंट की सभी कमियों को दूर करना चाहिए. बोर्ड इसे तब लागू मानेगा जब Meta इस ऑडिट का तरीका और परिणाम शेयर करेगा और बताएगा कि वह ऑडिट में प्राप्त एन्फ़ोर्समेंट की कमियों को किस तरह दूर करेगा.
*प्रक्रिया संबंधी नोट:
ओवरसाइट बोर्ड के फ़ैसले पाँच सदस्यों के पैनल द्वारा लिए जाते हैं और बोर्ड के अधिकांश सदस्य इन पर सहमति देते हैं. ज़रूरी नहीं है कि बोर्ड के फ़ैसले उसके हर एक मेंबर की निजी राय को दर्शाएँ.
इस केस के फ़ैसले के लिए, बोर्ड की ओर से स्वतंत्र रिसर्च करवाई गई थी. बोर्ड को Duco Advisers की सहायता मिली, जो भौगोलिक-राजनैतिक, विश्वास और सुरक्षा और टेक्नोलॉजी के आपसी संबंध पर काम करने वाली एक एडवाइज़री फ़र्म है. Memetica ने भी विश्लेषण उपलब्ध कराया जो सोशल मीडिया ट्रेंड पर ओपन-सोर्स रिसर्च में एंगेज होने वाला संगठन है.