यह केस, यूज़र के एक्शन के कारण बोर्ड द्वारा रिव्यू के लिए अनुपलब्ध हो गया
एक यूज़र ने किसी पोस्ट के कमेंट में मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. महातिर मोहम्मद के दो ट्वीट के स्क्रीनशॉट डाले थे, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था ‘अपने साथ पहले हुए नरसंहारों के कारण मुसलमानों को लाखों फ़्रांसीसी लोगों से नाराज़ होने और उनका कत्ल करने का अधिकार है’ और ‘लेकिन ज़्यादातर मामलों में मुसलमानों ने बदले की भावना नहीं रखी है’.
केस की जानकारी
एक यूज़र ने किसी पोस्ट के कमेंट में मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. महातिर मोहम्मद के दो ट्वीट के स्क्रीनशॉट डाले थे, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था “अपने साथ पहले हुए नरसंहारों के कारण मुसलमानों को लाखों फ़्रांसीसी लोगों से नाराज़ होने और उनका कत्ल करने का अधिकार है” और “लेकिन ज़्यादातर मामलों में मुसलमानों ने बदले की भावना नहीं रखी है”. मुसलमान ऐसा नहीं करते. फ़्रांसीसी लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए. इसके बजाय, फ्रांसीसी लोगों को दूसरों की भावनाओं की कद्र करना सीखना चाहिए.” यूज़र ने इन स्क्रीनशॉट के साथ कोई कैप्शन नहीं डाला था. Facebook ने नफ़रत फैलाने वाली भाषा से संबंधित अपनी पॉलिसी के उल्लंघन के कारण उस पोस्ट को हटा दिया है. यूज़र ने ओवरसाइट बोर्ड के समक्ष अपनी अपील में यह बताने की कोशिश की कि उनकी मंशा पूर्व प्रधानमंत्री के “भयानक शब्दों” के बारे में जागरूकता फैलाने की थी.
केस की अनुपलब्धता का कारण
केस 2020-001-FB-UA यूज़र के एक्शन के कारण बोर्ड द्वारा रिव्यू के लिए अनुपलब्ध हो गया है. यह केस किसी पोस्ट पर किए गए कमेंट से संबंधित था, जिसमें कमेंट करने वाले यूज़र ने उस कमेंट को हटाने के Facebook के फ़ैसले के विरुद्ध अपील की थी. हालाँकि जिस पोस्ट पर वह कमेंट किया गया था, बाद में उसे ही उसे पोस्ट करने वाले व्यक्ति ने हटा दिया. इसके परिणामस्वरूप बोर्ड के लिए उस कंटेंट को रीस्टोर करना संभव नहीं होगा. बोर्ड की रिव्यू प्रोसेस, केस एक पैनल को असाइन करने के बाद, लेकिन उस पर विचार-विमर्श शुरू करने से पहले खत्म हो गई.